आवारा कुत्तों की देखभाल, गोद लेने में मदद करेगा सॉफ्टवेयर! कर्नाटक के सीएम ने की घोषणा
उन्होंने अपनी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करते हुए कहा कि जानवरों के खिलाफ हिंसा को रोकने और जानवरों के कल्याण के लिए पशु कल्याण बोर्ड को पांच करोड़ रुपये का अनुदान मुहैया किया जाएगा.
कुत्तों के शौकीन कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka Chief Minister Basavaraj Bommai) ने शुक्रवार को कहा कि आवारा कुत्तों (stray dogs) की देखभाल करने और लोगों को उन्हें अपनाने में सक्षम बनाने के लिए एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर (online software) डेवलप किया जाएगा.
उन्होंने अपनी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करते हुए कहा कि इससे डॉग-लवर्स (dog-lovers) के लिए अपना नाम दर्ज कराकर कुत्तों को गोद लेने का अवसर सृजित हुआ है.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मुधोल हाउंड डॉग ब्रीड (Mudhol Hound Dog Breed) को नेशनल ब्यूरो ऑफ एनिमल जेनेटिक रिसोर्सेज (National Bureau of Animal Genetic Resources - NBAGR) द्वारा भारतीय मूल नस्ल के रूप में मान्यता दी गई है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस नस्ल को विकसित करने के लिए पांच करोड़ रुपये का अनुदान मुहैया किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जानवरों के खिलाफ हिंसा को रोकने और जानवरों के कल्याण के लिए पशु कल्याण बोर्ड को पांच करोड़ रुपये का अनुदान मुहैया किया जाएगा.
आवार पशुओं के इलाज के लिए बोर्ड बेंगलुरु में मोबाइल पशु चिकित्सा क्लीनिक शुरू करेगा. 2021 में, बोम्मई के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे. जहां वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने कुत्ते 'सनी' को चूमकर विदाई देते हुए नजर आए. कुछ तस्वीरों और वीडियो में पालतू कुत्ते के अंतिम संस्कार से ठीक पहले वे रूमाल से अपनी आँखें पोंछते हुए दिखाई दिए. यह 12 जुलाई, 2021 की बात है, जब वे गृह मंत्री थे.
उन्होंने कुछ दिनों बाद 28 जुलाई को मुख्यमंत्री पद संभाला. बोम्मई जहां भी जाते हैं, अक्सर 'गौ पूजा' करने के बाद गायों को प्यार से दुलारते और चूमते देखे जाते हैं. कहा जाता है पिछले साल जुलाई में कुत्ते पर आधारित रक्षित शेट्टी-स्टारर "777 चार्ली" (777 Charlie) देखने के बाद उनकी आंखों में आंसू आ गए थे.
इससे पहले, बीते साल जुलाई महीने के दूसरे हफ्ते में ख़बर आई थी कि बेंगलुरु को आवारा कुत्तों से पूरी तरह से मुक्त करने को लेकर विचार किया जा रहा है. कर्नाटक के पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान ने बताया कि शहर में कुत्तों के हमले और रेबीज की कई शिकायत मिलने के बाद पशुपालन विभाग बेंगलुरु को आवारा कुत्तों से मुक्त बनाने के बारे में विचार किया जा रहा है.
चौहान ने आवारा कुत्तों से लोगों को हो रही समस्याओं के संदर्भ में बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) और संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने शहर में कुत्तों की जन्म दर पर नियंत्रण लगाने और टीकाकरण को लेकर वहां मौजूद अधिकारियों संग चर्चा की. बैठत के दौरान प्रभु चौहान ने कहा कि वे बीबीएमपी और पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा दिए गए सभी विवरणों पर विचार करेंगे. विवरणों पर विस्तृत विचार विमर्श के बाद बेंगलुरु को आवारा कुत्तों मुक्त करने के बारे में निर्णय लेगें.
बैठक के दौरान राज्य के पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान ने शेल्टर में शहर के आवारा कुत्तों को बंद करने के बारे में योजना बनाने का भी निर्देश दिया, ताकि कुत्तों को भी बचाया जा सके और उनकी ठीक से देखभाल की जा सके. उन्होंने कहा कि अगर हम ऐसा करने से सफल हो जाते हैं तो लोगों को गली के कुत्तों से कोई परेशानी या अशांति नहीं होगी.