रिलायंस रिटेल में 1.28 प्रतिशत की हिस्सेदारी के लिए 5,550 करोड़ का निवेश करेगी केकेआर
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में बताया कि यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की किसी सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है।
वैश्विक निवेश कंपनी केकेआर रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 1.28 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए उसमें 5,550 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में बताया कि यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की किसी सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है। इससे पहले उसने इसी साल जियो प्लेटफार्म में 11,367 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा, ‘‘इस निवेश के तहत रिलायंस रिटेल का मूल्य 4.21 लाख करोड़ रुपये आंका गया है। यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की किसी सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है।’’
आरआरवीएल की सहायक इकाई रिलायंस रिटेल भारत के सबसे बड़े और तेजी से बढ़े खुदरा कारोबार का संचालन करती है और देश भर में इसके लगभग 12,000 स्टोर में 64 करोड़ लोग जाते हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘उद्योग आधारित फ्रेंचाइजी के लिए मूल्यवाद साझेदारी करने का केकेआर का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है और वह कई वर्षों से भारत के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपनी डिजिटल सेवाओं और खुदरा कारोबार में केकेआर के वैश्विक मंच, कारोबार की जानकारी और परिचालन विशेषज्ञता के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’
केकेआर के सह-संस्थापक और सह-सीईओ हेनरी क्राविस ने कहा कि अधिक से अधिक भारतीयों के ऑनलाइन खरीदारी करने के साथ ही रिलायंस रिटेल का नया वाणिज्यिक मंच ग्राहकों और छोटे कारोबारियों की जरूरतों को पूरा करेगा।
इस सौदे के लिए अभी नियामक मंजूरियां ली जानी बाकी हैं।
सौदे के लिए मॉर्गन स्टैनली रिलायंस रिटेल की वित्तीय सलाहकार थी और सिरिल अमरचंद मंगलदास और डेविस पोल्क एंड वार्डवेल कानूनी परामर्शदाता थे। दूसरी ओर केकेआर के वित्तीय सलाहकार डेलॉइट टूचे टोहमात्सु इंडिया और कानूनी सलाहकार शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी और सिम्पसन थैचर एंड बार्टलेट एलएलपी थे।
(सौजन्य से- भाषा पीटीआई)