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आखिर क्यों LPG से सस्ती होती है PNG गैस ?

पिछले एक साल में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसकी कीमत 809 रुपये से बढ़कर 1003 रुपये पर पहुंच गई है.

आखिर क्यों LPG से सस्ती होती है PNG गैस ?

Friday May 20, 2022 , 3 min Read

भारत के आम घरों में LPG सिलेंडर की मदद से खाना पकाना महंगा होता जा रहा है. कारण पिछले एक साल में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसकी कीमत 809 रुपये से बढ़कर 1003 रुपये पर पहुंच गई है. गुरुवार को घरेलू LPG सिलेंडर के दाम में 3.50 रुपये की वृद्धि हुई और इस तरह एक ही महीने में सिलेंडर के दाम दो बार बढ़ गए. इससे पहले सात मई को प्रति सिलेंडर 50 रुपये की वृद्धि की गई थी. ताजा वृद्धि के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नॉन सब्सिडाइज्ड 14.2 किलोग्राम LPG सिलेंडर की कीमत अब 1,003 रुपये हो गई है। देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी इसका दाम 1000 रुपये के मार्क को पार कर गया है.

LPG के अलावा भी एक और कुकिंग गैस होती है, जिसे हम PNG के नाम से जानते हैं. PNG यानी पाइप्ड नेचुरल गैस. PNG की कीमत LPG से कम रहती है. दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों की बात करें तो यहां इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड, PNG की सप्लाई और कनेक्शन देखती है. दिल्ली-NCR में इस वक्त PNG की कीमत 46 रुपये प्र​ति SCM से भी कम है. एक किलोग्राम, 1.164 स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर के बराबर होता है।

क्यों LPG महंगी और PNG सस्ती

PNG के LPG से सस्ते होने की वजह है कि PNG की सप्लाई पाइप के जरिए होती है. चूंकि इसमें सिलेंडर की कोई भूमिका नहीं होती, लिहाजा हर बार की ट्रान्सपोर्टेशन कॉस्ट और हॉकर का खर्च नहीं देना होता है. बस एक बार कनेक्शन के टाइम पर आपको LPG कनेक्शन के मुकाबले थोड़ा ज्यादा अमाउंट खर्च करना होता है. उसके बाद पाइप के जरिए गैस की सप्लाई होती रहती है और आपके पास केवल उतनी की गैस खपत का बिल आता है, जितनी आपने इस्तेमाल की. वहीं LPG सिलेंडर के साथ हर बार ट्रान्सपोर्टेशन कॉस्ट जुड़ी रहती है और हॉकर का खर्च भी लगता है. इसलिए यह PNG के मुकाबले महंगी पड़ती है.

LPG से ज्यादा सेफ

PNG की खपत क्या रही, इसके लिए मीटर रहता है, जिसमें रीडिंग आती है. हालांकि अगर खपत मिनिमम लिमिट से भी कम रही तो ग्राहक को उस मिनिमम लिमिट की वैल्यू के लिए तय मिनिमम चार्ज भरना होता है. PNG सप्लाई रुकावट रहित होती है. इसके अलावा PNG को LPG सिलेंडर से ज्यादा सुरक्षित भी माना जाता है. एलपीजी, सिलेंडर के अंदर लिक्विड फॉर्म में होती है. वहीं PNG इंस्टॉलेशन के तहत लो प्रेशर पर एक सीमित मात्रा में नेचुरल गैस रहती है जैसे कि 21 millibar. पीएनजी की सप्लाई को किचन के अंदर अप्लायंस वॉल्व के जरिए और किचन के बाहर आइसोलेशन वॉल्व के जरिए बंद किया जा सकता है. इससे गैस की सप्लाई पूरी तरह बंद हो जाती है.

कैसे लिया जा सकता है PNG कनेक्शन

PNG कनेक्शन लेने के लिए ग्राहक को अपने एरिया में PNG सप्लाई करने वाली कंपनी के डायरेक्ट मार्केटिंग एजेंट्स से संपर्क करना होता है. इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के मामले में इनकी जानकारी एरिया के आधार पर कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद है. आवेदक को एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरकर, एक निश्चित रिफंडेबल सिक्योरिटी डिपॉजिट के साथ जमा करना होता है. इसके बाद कंपनी की ओर से आवेदक के घर पर एक टीम आकर गैस कनेक्शन के लिए सर्वे करती है. संबंधित सिविक अथॉरिटीज से जरूरी अनुमतियां लिए जाने के बाद कनेक्शन लगाए जाने का काम शुरू होता है, जैसे सप्लाई पाइप लगाना, पाइप व मीटर की टेस्टिंग, LPG स्टोव का PNG स्टोव में कन्वर्जन आदि. इसके बाद गैस कनेक्शन को एक्टिव किया जाता है.