कैसे पंजाब के इस लड़के ने भारत में एक सफल स्टार्टअप बनाने के लिए छोड़ दी विदेश की अच्छी-खासी नौकरी
पंजाब के छोटे से शहर मोगा में पले-बढ़े, ईका सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस के फाउंडर और सीईओ मानव गर्ग एक मध्यम वर्गीय परिवार में पले-बढ़े। उन्होंने बहुत करीब से देखा कि उनके पिता चार बार बिज़नेस में असफल हुए, लेकिन फिर भी उन्होंने सिंगापुर में अपनी अच्छी-खासी जॉब छोड़ने के बाद खुद को स्टार्टअप के रास्ते पर जाने से नहीं रोका।
"मानव ने किसी की सलाह के बिना अपनी नौकरी छोड़ दी, यहां तक कि उन्होंने अपने माता-पिता को भी नहीं बताया। उनकी मां वास्तव में उनके स्टार्टअप के आइडिया का काफी विरोध कर रही थीं, शायद ये इसलिए भी था क्योंकि उन्होंने मानव के पिता को बिज़नेस में बहुत करीब से असफल होते हुए देखा था।"
जब Eka Software Solutions के फाउंडर और सीईओ मानव गर्ग अंग्रेजी में बात करते हैं, तो ऐसा लगता है कि वे अपनी पूरी जिंदगी इसी भाषा को बोलते आ रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने कॉलेज जाने तक अंग्रेजी नहीं बोली थी।
पंजाब के मोगा के छोटे से शहर में मानव एक मध्यम वर्गीय परिवार में पले-बढ़े। उन्होंने देखा कि उनके पिता बार-बार उद्यमिता में असफल हुए (सही मायने में चार बार), लेकिन इसने उन्हें सिंगापुर में अच्छी-खासी जॉब छोड़ने के बाद खुद को भी उद्यमिता के रास्ते पर जाने से नहीं रोका।
जालंधर के एनआईटी (तत्कालीन आरईसी) से अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री (इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल) लेने के बाद मानव ने आईआईएफटी (भारतीय विदेश व्यापार संस्थान) से एमबीए किया। वह सिंगापुर में जी प्रेमजी ट्रेडिंग में एक ट्रेडर बन गए और अच्छी खासी सैलरी कमाने लगे, वे इस दौरान पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में यात्रा कर रह थे। एक कॉफी ट्रेडर के रूप में अपनी नौकरी में तीन साल बिताए जाने के बाद, उन्होंने उद्यमी बनने का अवसर देखा।
YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा से बात करते हुए उन्होंने बताया,
"मैं एक ट्रेडर था, वास्तविक कॉफी का व्यापार करता था। वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड और यहां तक कि खेतों में भी जाना होता था। लवाजा और फोल्जर्स कॉफी जैसे खरीदारों के साथ बैठना जोकि प्रॉक्टर एंड गैंबल हैं, और उन्हें कॉफी बेचना। अपने इन अनुभवों के दौरान मैं दुनिया भर में कुछ 400-500 कंपनियों से मिला। मैंने देखा कि कोई सिस्टम नहीं था (उनके व्यवसायों में व्यापार और जोखिमों को मैनेज करने के लिए), मैं स्प्रेडशीट पर काम कर रहा था, तभी मैंने सोचा कि चलो अब अपनी नौकरी छोड़ते हैं और यह देखने की कोशिश करते कि इसके लिए क्या किया जा सकता है।"
कॉफी बेचने से लेकर स्टार्टअप शुरू करने तक
मानव ने किसी की सलाह के बिना अपनी नौकरी छोड़ दी, यहां तक कि उन्होंने अपने माता-पिता को भी नहीं बताया। उनकी मां वास्तव में उनके स्टार्टअप के आइडिया का काफी विरोध कर रही थीं, शायद ये इसलिए भी था क्योंकि उन्होंने मानव के पिता को इसमें असफल होते हुए करीब से देखा था। इस पर भी एक और समस्या ये थी कि मानव को सॉफ्टवेयर के बारे में "कोई सुराग नहीं" था, उन्हें बस यह पता था कि यह उनके द्वारा पहचाने गए उस अंतर को पाटने के लिए एक जरिया हो सकता है।
ये 21वीं सदी की शुरुआत के आसपास था और उस समय सॉफ्टवेयर उतना कॉमन नहीं था जितना कि अभी है। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अपने इंजीनियरिंग के दोस्तों से यह पूछने के लिए बुलाया कि "यह सॉफ्टवेयर क्या है?" उन्होंने मानव को "बेंगलुरु या भारत में आने और उसका पता लगाने का सुझाव दिया।" और वह सचमुच अपने बैग पैक करके वापस भारत आ गए। प्रारंभ में, मानव की योजना दिल्ली में स्टार्टअप शुरू करने की थी, क्योंकि यह उनके होमटाउन के करीब था।
वह कहते हैं,
"लेकिन जब मैं बैंगलोर आया, तो मुझे मौसम से प्यार हो गया, मुझे लोगों से प्यार हो गया, मैंने कहा कि चलो ठीक है, (यह) एक सॉफ्टवेयर जगह की तरह दिखता भी है, इसलिए चलो यहाँ कंपनी शुरू करते हैं।"
उन्होंने आईटी दिग्गजों जैसे इन्फोसिस, विप्रो और टीसीएस के लोगों के साथ सभी चीजों के सॉफ्टवेयर और आईटी पर पकड़ बनाने के लिए मुलाकात की। मानव का स्टार्टअप ईका का पहला प्रोडक्ट नौ महीनों में सामने आया।
2004 में शुरू, बेंगलुरु के इस स्टार्टअप को संचालन के पहले वर्ष में 30 वर्षीय मानव की व्यक्तिगत बचत द्वारा वित्त पोषण किया गया था, जिसके बाद उन्होंने अपने पूर्व नियोक्ता से संपर्क किया और 1 मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग प्राप्त करने में कामयाब रहे।
2009 में, Eka ने वेंचर कैपिटल फर्म Nexus से 10 मिलियन डॉलर का फंड हासिल किया; 2013 में, ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फंड सिल्वर लेक ने स्टार्टअप में 40 मिलियन डॉलर से अधिक फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया।
शुरुआती दिन चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन मानव बेफिक्र थे और उनसे आगे जाने में कामयाब रहे। आज, ईका इनोवेटिव सलूशन्स प्रदान करने में एक वैश्विक नेता है जो ग्राहकों को कृषि, ऊर्जा, धातु, खनन और विनिर्माण उद्योगों में उनके प्रत्यक्ष मटेरियल बिजनेस कार्यों को डिजिटल बनाने और सुधारने में मदद करता है।
मानव कहते हैं,
"2004 में जिस तरह से कोई सॉफ्टवेयर कंपनियां नहीं थीं, उस समय कोई एंजेल निवेशक भी नहीं थे। और हमने एक क्लाइंट सर्वर के साथ शुरुआत की थी, इसलिए केवल 2015-16 के बाद हम वास्तव में क्लाउड की ओर बढ़े, इसलिए मैंने भारत से प्रोडक्ट के निर्माण की यात्रा को बहुत करीब से और बहुत सारी चुनौतियों से देखा है।"
ग्राहक की डिजिटल यात्रा को क्लाउड पर तेजी से लाने के लिए निर्मित, ईका के प्लेटफॉर्म-संचालित समाधान व्यवसायों को व्यापार और जोखिम, आपूर्ति श्रृंखला, व्यवसाय सहयोग और वित्तीय प्रबंधन में जटिल चुनौतियों को जल्दी से अनुकूलित और पार करने में सक्षम बनाते हैं।
400 से अधिक कर्मचारियों के साथ, Eka विश्व स्तर पर 100 से अधिक ग्राहकों का समर्थन करता है। स्टार्टअप का कमोडिटी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर मल्टी बिलियन डॉलर कंपनियों जैसे यूनीलीवर, कारगिल और कॉफको द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। ईका OpenLink, FIS, Sapient, Accenture, Trayport, Allegro, ABB, ट्रिपल प्वाइंट, SAP, और एम्फोरा जैसों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। 2013 में, ईका ने महीनों के भीतर दो विदेशी अधिग्रहण किए - पहला EnCompass Technologies जोकि एक कनाडा स्थित एनर्जी ट्रांसेक्शन और रिस्क मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर है, और दूसरा मैट्रिक्स ग्रुप, जोकि एक ऑस्ट्रेलियाई सॉफ्टवेयर कंपनी है जो माइनिंग और ग्रेन इंडस्ट्री के लिए विन्यास योग्य जिंसों (commodity) की हैंडलिंग और मैनेजमेंट सिस्टम में विशेषज्ञता रखती है।
वह बताते हैं,
"जब हम फॉर्च्यून 500 कंपनी में गए थे, तो ग्लोबल सीआईओ ने हमसे कहा था, "बेटा, ये लो चॉकलेट का बॉक्स, मुझे तुम पर भरोसा करके खुशी होगी, लेकिन मैं आपको लाखों डॉलर का कारोबार नहीं दे सकता।’ यह 2006 की बात है। लेकिन अब यह बदल चुका है, और मुझे वास्तव में खुशी है कि भारत अब बहुत दूर आ गया है जहां हम एसएपी और एफआईएस जैसी अन्य बहुत बड़ी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं, और हैं उनके मिशन क्रिटिकल सिस्टम के लिए, वैश्विक ग्राहकों का विश्वास अर्जित करने में सक्षम है।”
दुनिया के लिए भारत से निर्माण
मानव का हमेशा एक सपना था "भारत आकर कुछ बनाने का।" जब वह सिंगापुर से भारत आने के लिए तैयार हो रहे थे तब मानव को उनके फैसले पर सवाल उठाने वाले कई लोग याद आते हैं।
वह कहते हैं,
"मैं सिंगापुर में था, लोगों ने कहा, (सिलिकॉन) वैली में जाओ, न्यूयॉर्क जाओ, लंदन जाओ और उनरी कैपिटल का इस्तेमाल करो, 'तुम बैंगलोर क्यों आ रहे हैं? तुम बैंगलोर से आउटसोर्स कर सकते हैं!’ मैंने कहा कि नहीं, मैं चुनौती लेना चाहता हूं और कुछ ऐसा करना चाहता हूं जो भारत के लिए बहुत यूनीक है, जिसे इससे पहले नहीं किया गया है।"
पूरे विश्व की सेवा करने वाले एक स्टार्टअप के रूप में, मानव और ईका वास्तव में कहीं भी हो सकते थे लेकिन, फिर भी उन्होंने भारत में अपना मुख्यालय बनाया।
उत्तरी अमेरिका, यूरोप, मध्य पूर्व, एशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे भौगोलिक क्षेत्रों में दुनिया भर में इसके ऑफिस हैं। लगभग पांच साल पहले, मानव ने एक साल के लिए न्यूयॉर्क से बाहर काम करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें लगा कि उन्होंने काम के लिए भारत को अधिक रोमांचक पाया।
वह कहते हैं,
''हमारे पास जो ऊर्जा है उसके कारण मैं यहां रहना पसंद करता हूं। मुझे चीजें बनाना पसंद है और मुझे लगता है कि भारत अपनी यात्रा में एक अद्वितीय स्थिति में है, जहां बहुत सारी चीजें बेहतर हो रही हैं, चाहे वह भारत में बुनियादी ढांचा हो, चाहे वह डिजिटल बुनियादी ढांचा हो, जो कि सरकार खुद बनाने में मदद कर रही है और उद्यमी भी इसे लेकर उतने ही उत्साहित हैं। तो यह वह चरण है जहां चीजें बन रही हैं।"
Edited by Ranjana Tripathi