टॉप-20 से बाहर होगी मेटा! जितना अंबानी ने जिंदगी में कमाया, जुकरबर्ग ने उतना 10 महीने में गंवाया
जब से फेसबुक का मान बदलकर मेटा हुआ है, कपंनी के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. कभी जो मार्क जुकरबर्ग दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स बन गए थे, आज वह 29वें नंबर पर पहुंच चुके हैं.
Meta Platforms Inc. जब फेसबुक (Facebook) के नाम से जाना जाता था, तब तक इसकी काफी वैल्यू थी. जब से फेसबुक को पैरेंट कंपनी मेटा के तहत लाया गया है, तब से इसकी मार्केट वैल्यू में तगड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. पिछले करीब साल भर में मेटा की मार्केट वैल्यू लगभग 677 अरब डॉलर घट गई है. हालात तो ये हैं कि अब मेटा प्लेटफॉर्म्स कंपनी अमेरिका की टॉप-20 बड़ी कंपनियों से लिस्ट से बाहर होने के कगार पर है. हालात तो ये हैं कि जितना मुकेश अंबानी ने अपनी पूरी जिंदगी में कमाया है, उससे ज्यादा मार्क जुकरबर्ग ने सिर्फ 10 महीनों में गंवा दिया है.
मेटा को आने वाले वक्त में इतनी जल्दी इस मुसीबत से राहत मिलने का भी कोई संकेत नहीं दिख रहा है. वर्चुअल रिएलिटी पर तगड़ा खर्च करने और कमाई में भारी गिरावट की वजह से निवेशक अब मेटा से दूरी बना रहे हैं. यही वजह है कि कंपनी के शेयर में तगड़ी गिरावट आ रही है. इसी वजह से 27 अक्टूबर को कंपनी के शेयरों में करीब 25 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. अभी कंपनी का शेयर 100 डॉलर से भी नीचे पहुंच गया है और 97.94 डॉलर के लेवल पर कारोबार कर रहा है.
इसी साल छठी सबसे बड़ी अमेरिकी कंपनी बनी थी मेटा
इसी साल की शुरुआत में मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से मेटा छठी सबसे बड़ी अमेरिकन कंपनी थी. कंपनी इतनी तेजी से बढ़ रही थी कि मेटा 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनने वाली थी. करीब 10 महीनों में मेटा की हालत इतनी खराब हो गई है कि कंपनी की मार्केट वैल्यू महज 258 अरब डॉलर बची है. इसी के साथ मेटा की रैंकिंग भी 26वीं हो गई है. अब मेटा की वैल्यू Chevron Corp., Eli Lilly & Co. और Procter & Gamble Co. जैसे कंपनियों से भी कम हो गई है.
वॉल स्ट्रीट की चहेती हुआ करती थी मेटा
कभी वॉल स्ट्रीट की चहेती मेटा को आज तमाम ब्रोकरेज हाउस तिरछी नजरों से देख रहे हैं. कम से कम तीन इन्वेस्टमेंट बैंकों (Morgan Stanley, Cowen और KeyBanc Capital Markets) ने तो खराब तिमाही नतीजों के बाद कंपनी की रेटिंग घटा दी है. वैसे तो मेटा में गुरुवार की गिरावट बहुत बड़ी थी, लेकिन अब इसकी तुलना फरवरी की उस गिरावट से भी होने लगी है, जिसमें कंपनी के शेयर करीब 26 फीसदी टूट गए थे, जिसमें कंपनी को 251 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था. किसी भी अमेरिकन कंपनी के लिहाज से देखा जाए तो वह सबसे बड़ी गिरावट थी.
कब से हुआ ये सब शुरू?
इन सब की शुरुआत हुई करीब साल भर पहले, जब फेसबुक ने वर्चुअल रियल्टी की ओर शिफ्ट करने की घोषणा की. साथ ही कंपनी का नाम Facebook Inc. से बदलकर मेटा प्लेटफॉर्म्स कर दिया गया. कंपनी का यही फैसला लोगों को खराब लगा, जिसके बाद निवेशकों का भरोसा डगमगाया और नतीजा ये हुआ कि मेटा के शेयर लड़खड़ाते हुए गिर पड़े. हालात ये हैं कि आज तक मेटा अपने पैरों पर ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहा है.
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कैसे रहे तिमाही नतीजे?
इस साल की तीसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में मेटा की कमाई करीब 27.7 अरब डॉलर रही है. पिछले साल के मुकाबले ये कमाई करीब 4 फीसदी कम है. वहीं अगर तिमाही आधार पर देखें तो यह गिरावट 50 फीसदी से भी अधिक है. यही वजह है कि कंपनी के शेयर ताश के पत्तों की तरह गिरते ही जा रहे हैं और मार्क जुकरबर्ग दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तेजी से नीचे फिसलते जा रहे हैं.
कभी तीसरे सबसे अमीर शख्स थे जुकरबर्ग
एक वक्त ऐसा था जब फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स बन गए थे. जुलाई 2021 में उनकी दौलत करीब 142 अरब डॉलर हो गई थी. उस वक्त फेसबुक के शेयर की कीमत 350 डॉलर के करीब थी और कंपनी का मार्केट कैप 950 अरब डॉलर था. अब अगर उसकी तुलना आज से करें तो अब फोर्ब्स की लिस्ट में मार्क जुकरबर्ग 29वें नंबर पर हैं, उनकी दौलत महज 36 अरब डॉलर बची है. कंपनी की मार्केट वैल्यू भी 258 अरब डॉलर पर आ गई है. शेयर की कीमत गिरते-गिरते 100 डॉलर से भी कम हो गई है.
जितनी मुकेश अंबानी की दौलत है, उससे ज्यादा जुकरबर्ग ने गंवा दिया
अगर सिर्फ इस साल की बात करें तो मार्क जुकरबर्ग की दौलत में करीब 90 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिली है. यहां दिलचस्प ये है कि भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की कुल दौलत इस वक्त करीब 86 अरब डॉलर है. यानी जितना मुकेश अंबानी ने जिंदगी भर में कमाया, उससे ज्यादा तो मार्क जुकरबर्ग ने सिर्फ 10 महीनों में ही गंवा दिया.
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