मीराबाई चानू ने कतर इंटरनेशनल कप में जीता स्वर्ण पदक, जेरेमी ने जीता रजत
पूर्व विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने छठे कतर इंटरनेशनल कप में महिला 49 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला है।
चानू ने ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 194 किलोवर्ग में पीला तमगा हासिल किया । ये अंक टोक्यो ओलंपिक 2020 की अंतिम रैंकिंग के समय उपयोगी साबित होंगे ।
खुला है ओलंपिक का रास्ता
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए एक भारोत्तोलक को छह महीने के तीनों अवधियों (नवंबर 2018 से अप्रैल 2020 तक) में से प्रत्येक में कम से कम एक स्पर्धा और कुल छह स्पर्धाओं में भाग लेना होगा। इसके साथ ही खिलाड़ी को कम से कम एक स्वर्ण और एक अन्य रजत स्तर की स्पर्धा में भाग लेना होगा।
मणिपुर की इस खिलाड़ी का सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 201 किलो है।
राष्ट्रमंडल खेलों 2018 की स्वर्ण पदक विजेता चानू स्नैच और क्लीन एंड जर्क में एक ही क्लीन लिफ्ट कर सकी। उसने स्नैच में 83 किलो और क्लीन एंड जर्क में 111 किलो वजन उठाया । वह चोट के कारण 2018 में विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में भाग नहीं ले सकीं थीं।
वहीं पुरूष 67 किग्रा वर्ग में भारत के जेरेमी लालरिनुंगा ने कुल 306 किलो (140 किलो स्नैच में और 166 किग्रा क्लीन एवं जर्क में) का वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया।
महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में रियो खेलों के लिए क्वालीफाई करने के बावजूद, मणिपुर की यह एथलीट क्लीन एंड जर्क वर्ग में अपने तीनों प्रयासों में असफल रहीं। हालांकि, वह संयुक्त राज्य अमेरिका के अनाहेम में 2017 वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर खुद को मजबूत करने में सफल रही थीं।
2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में चानू ने स्वर्ण जीतने के साथ ही रिकॉर्ड भी तोड़ा था। मीराबाई चानू काफी लंबे समय से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।
मिल चुका है राजीव गांधी खेल पुरस्कार
मीराबाई चानू को साल 2015 में राजीव गांधी खेल पुरस्कार से भी नवाजा गया था, तब मीराबाई चानू यह पुरस्कार पाने वाली तीसरी भारोत्तोलक बनीं थीं। मीरा से पहले कर्णम मल्लेश्वरी और एन कुंजुरानी को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2015 में मीराबाई चानू के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को भी यह सम्मान मिला था।
(Edited by प्रियांशु द्विवेदी )