लाखों स्टार्टअप-इन्वेस्टर हस्तियों के साथ सबसे टॉप पर नवल रविकांत
"भारतीय मूल के नवल रविकांत नौ वर्ष की उम्र में ही अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क चले गए थे। एजुकेशन के बाद उनके सितारे इस तरह बुलंद होते चले गए कि आज उनके साथ बीस हजार से अधिक जॉब एजेंसियां, साढ़े सात लाख से अधिक निवेशक समुदाय के लोग और पांच मिलियन पंजीकृत स्टार्टअप प्रतिभाएं जुड़ चुकी हैं।"
विश्व के जाने माने एंजेल इन्वेस्टर नवल रविकांत सैन फ्रांसिस्को में हिटफोर्ज के मालिक भी हैं। वह दशकों से इन्वेस्टमेंट सेक्टर में सक्रिय होने के साथ ही लगभग सवा सौ इन्वेस्टमेंट्स के साथ भारतीय एंजेल इन्वेस्टर्स में पहले स्थान पर हैं। भारत में पैदा हुए नवल रविकांत नौ वर्ष की आयु में ही अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क चले गए थे। स्टुयवेसेंट से स्नातक होने के बाद वह डार्टमाउथ पहुंच गए, जहां उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। बाद में उन्होंने उपभोक्ता समीक्षा साइट एपिनियन्स की सह-स्थापना की और एक वर्गीकृत-विज्ञापन बाज़ार से जुड़ गए। उसी दौरान वर्ष 2007 में बाबक के साथ उन्होंने 'वेंचर हैक' ब्लॉग शुरू किया।
नवल ने 2010 में बाबक निवी के साथ एंजेलिस्ट स्टार्टअप्स, एंजल इनवेस्टर्स और जॉब चाहने वालों के लिए एक अमेरिकी वेबसाइट की शुरुआत की। दूसरे चरण में उन्होंने सबसे पहले 25 इन्वेस्टर्स की एक लिस्ट बनाई, जिसका मकसद वित्त पोषण के लिए उन निवेशकों के साथ कंपनियों को साझा कराना था। उसके बाद लगभग 80 मिलियन डॉलर निवेश करने के इच्छुक पचास निवेशक रविकांत के मंच एंजेल से सदस्य के तौर पर पहली बार जुड़े।
दरअसल, एंजेलिस्ट का उद्देश्य निवेश प्रक्रिया का लोकतंत्रीकरण करना है। बिजनेस इनसाइडर ने एंजेलिस्ट को निवेशकों और स्टार्टअप के लिए सबसे सफल मंच करार दिया है। एंजेलिस्ट सिंडिकेट मान्यता प्राप्त निवेशकों के साथ स्टार्टअप वित्तपोषण की सुविधा प्रदान करता है। इस समय उसके साथ बीस हजार से अधिक भर्ती कंपनियां, साढ़े सात लाख से अधिक निवेशक समुदाय के लोग और पांच मिलियन पंजीकृत स्टार्टअप प्रतिभाएं जुड़ी हुई है।
सिलिकॉन वैली में एंजेलिस्ट के सीईओ एवं सह-संस्थापक, लोकप्रिय निवेशक के रूप में मशहूर नवल रविकांत हर तरह के स्टार्टअप्स के लिए एक बेहतर टीचर के रूप में भी जाने जाते हैं। इसके साथ ही एक सर्विस प्रोवाइडर मंच का भी वह नेतृत्व करते हैं।
दरअसल, नवल रविकांत आज के समय में स्टार्टअप दुनिया के दिल की एक ऐसी धड़कन हैं, जिससे खासकर नए उद्यमियों, बेहतर करियर चाहने वालों की राह आसान होती है। वह अब तक सक्रिय रूप से डेढ़ सौ से अधिक स्टार्टअप में पूंजी निवेश भी कर चुके हैं, जिनमें ट्विटर, उबर, यमर, शिप आदि उल्लेखनीय कंपनियां हैं। नवल रविकांत का कहना है कि किसी भी नवाचार (स्टार्टअप) के लिए पैसा, टैलेंट और उपभोक्ता तीन बुनियादी आवश्यकताएं रहती हैं। पैसे के लिए निवेशक की जरूरत होती है और प्रॉजेक्ट की बेहतर रनिंग के लिए टैलेंट और उपभोक्ताओं के बीच प्रॉडक्ट को लोकप्रिय बनाने की।
साथ ही नवल का मानना है कि चैलेंज चाहे जितना भी बड़ा हो, हर व्यक्ति के लिए हमेशा ईमानदार और सकारात्मक होना संभव है। वह कहते हैं कि स्टार्टअप एक चलता-फिरता लक्ष्य है। जिसे भी इस ओर जाना, उसकी बेहतर और सफल स्टार्टअप्स और उस फिल्ड के संस्थापकों के बारे में अच्छी जानकारी होना बहुत जरूरी होता है। कोई उद्यम शुरू करने से पहले सम्बंधित स्टार्टअप के मार्केट प्लेस का गहराई से अध्ययन कर लेना चाहिए। इसका एक गौरतलब डेटा डिटेल होता है, प्रोडक्ट के डिमांड और सप्लाई का पक्ष। आज के चुनौतीपूर्ण समय में उद्यमिता वास्तव में एक कठिन और तनावपूर्ण उपक्रम हो गई है। निवेश की दृष्टि से वैसे तो हर कामयाब कंपनी अद्वितीय होती है लेकिन उसके साथ किसी तरह के सौदा अथवा निवेश से पहले खासकर उसकी असफलताओं को भी रेखांकित कर लेना चाहिए। हमारा मिशन है, ऐसे लोगों की मदद करना। चाहे जिस तरह के भी प्रोजेक्ट का स्टार्टअप हो, उसे लोकप्रिय तभी बनाया जा सकता है, जब अपने काम की गिनती करने की बजाय बड़े धैर्य से उसकी सफलता के लिए अपनी ताकत पर फोकस किया जाए। स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र पर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता का बड़ा योगदान होता है। इस कार्यक्षेत्र में तमाम साइट्स और कंपनियां उतर पड़ी हैं। एंजेल फ्रंट इस पूरे कार्यक्षेत्र में सक्रिय लोगों की मदद करता है। एक आदर्श दुनिया में, हम स्टॉक को भी महत्व दे सकते हैं लेकिन यह एक बहुत ही कठिन चैलेंज भी है।
गौरतलब है कि नवल रविकांत के ऑनलाइन मंच 'एंजेलिस्ट' ने वर्ष 2012 में नौकरियों के लिए जॉब पोर्टल लॉन्च किया था। उसी साल एक्सेलेरेटर और इन्क्यूबेटरों के लिए एक पोर्टल शुरू किया गया, जो स्टार्टअप्स और निवेश प्रबंधित करने लगा। शुरुआत में, एंजेलिस्ट ने 500 स्टार्टअप आवेदन स्वीकार किए। वर्ष 2013 में, एंजेलिस्ट को अपने प्रोजेक्ट के मुताबिक कोई सिंडिकेट्स प्लेटफॉर्म चलाने की अनुकूल परिस्थितियां नहीं मिलीं, न ही कोई फंडर्स क्लब जुड़ सका लेकिन तब तक उसे एक बेहत स्टार्टअप-इन्वेस्टर्स प्लेटफॉर्म की पहचान मिल चुकी थी। वर्ष 2017 आते-आते नवल रविकांत की कामयाबी उस वक़्त सबके सिर चढ़कर बोलने लगी, जब जेसन कैलेकानिस, स्कॉट बैनिस्टर, टिम फेरिस, गिल पेनचीना, स्कॉट और सियान बैनिस्टर, फेब्रिस ग्रिंडा, एलाड गिल जैसी 165 सिंडिकेट्स हस्तियां और लगभग साढ़े चार हजार निवेशक उसके काफिले में साथ हो लिए।
उससे पहले मार्च 2014 में एंजेलिस्ट ने सिंडिकेटेड सौदों में निवेश करने के लिए 25 मिलियन डॉलर से अधिक का पहला ऑनलाइन वेंचर फंड 'मेडेन लेन' नाम से लांच कर दिया था। उसके बाद अगले साल अक्टूबर 2015 में एंजेलिस्ट ने पहले चरण के स्टार्टअप निवेश के लिए 400 मिलियन डॉलर का एक नया फंड क्लब स्थापित किया, जिसकी पहचान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी निजी इक्विटी फर्म के साथ समझौते के साथ एक बड़ा पूल बन गई। इसके साथ ही एक अमेरिकी फंड क्लब में चाइना के निजी-इक्विटी फर्म द्वारा सबसे बड़ा एकल निवेश हुआ।
इससे पूर्व एंजेलिस्ट ने संस्थागत निवेशकों के लिए 43 मिलियन डॉलर सहित सभी स्रोतों से कुल 205 मिलियन डॉलर जुटा लिए थे। वर्ष 2016 में एंजेलिस्ट ने 20 मिलियन डॉलर के लिए प्रोडक्ट हंट का अधिग्रहण कर लिया। वर्ष 2017 के अंत तक तो 70 हजार से अधिक स्टार्टअप्स प्रोफाइल्स एंजेलिस्ट के साथ हो लिए। इसके साथ ही नवल रविकांत स्टार्टअप, निवेश और कानूनी अनुकूलता के सवाल पर अमेरिकी सीनेट के साथ अधिनियमों में बदलाव की कोशिशों में भी जुटे रहे हैं। आज दुनिया के सबसे बड़ी निवेशक शख्सियत के रूप में उनकी पहचान है।