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EPF के विनियमों में बदलाव: नियोक्ता के लिए अनुपालक बने रहने के सुझाव

पिछले 5 वर्षों में ईपीएफओ द्वारा लगभग 2127 सर्कुलर प्रकाशित किए गए हैं. केवल पिछले 5 महीनों में ही ईपीएफओ द्वारा 146 सर्कुलर प्रकाशित किए गए हैं.

EPF के विनियमों में बदलाव: नियोक्ता के लिए अनुपालक बने रहने के सुझाव

Saturday September 09, 2023 , 4 min Read

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का कवरेज पूरे देश में फैला हुआ है. इसके दायरे में 3 लाख 90 हजार से अधिक प्रतिष्ठान और 3.9 करोड़ से अधिक ईपीएफ सब्सक्राइबर्स शामिल हैं. इसकी कुल कलेक्शन 1.39 लाख करोड़ रुपये है. ईपीएफओ ने नियोक्ताओं और ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की बेहतरी के लिए जून 2001 से संगठन में सुधार के कई कदम उठाए गए हैं. सुधार का आरंभ ग्राहकों के लिए यूएएन नंबरों की शुरुआत, नियोक्ताओं को सामाजिक सुरक्षा नंबरों और एलआईएन नंबरों के आवंटन, सदस्य पोर्टल के कार्यान्वयन, ग्राहकों के यूएएन नंबरों के साथ आधार को जोड़ने, यूएएन नंबरों से सम्बंधित केवाईसी दस्तावेज अपलोड करने, ई-पासबुक, सदस्यों को स्वयं पीएफ खाते संचालित करने की सुविधा, ई-नामांकन, अंशदान पर कर समेत अन्य कई सुविधाओं आदि के साथ हुई.

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के 27 प्रमंडल है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारी, नियमावली, सूचना सेवाएं, अनुपालन, लेखापरीक्षा आदि सम्मिलित हैं, जो इसके उद्देश्य और सुधार के लिए काम करेंगे. पिछले 5 वर्षों में ईपीएफओ द्वारा लगभग 2127 सर्कुलर प्रकाशित किए गए हैं. केवल पिछले 5 महीनों में ही ईपीएफओ द्वारा 146 सर्कुलर प्रकाशित किए गए हैं. अधिकतम सर्कुलर या अधिसूचनाएं प्रत्येक प्रतिष्ठान या ग्राहक के लिए प्रासंगिक नहीं हैं, लेकिन ईपीएफओ द्वारा साझा किए गए परिवर्तन या सूचना को जानना और प्रतिष्ठानों या ग्राहकों या नियोक्ताओं के सम्बन्ध में इसकी प्रासंगिकता तय करना आवश्यक है.

ईपीएफओ के सुधार और नियमों में बदलाव, ई-नामांकन, केवाईसी, अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक रोजगार, सदस्य पोर्टल, ग्राहक के डेटा को संशोधित करने की अनुमति, ब्याज दर, अंशदान पर कर समेत अन्य अनुपालन के लिए आवश्यक है, जो प्रभाव का विश्लेषण करने और संबंधित हितधारकों के अनुपालक बने रहने में मार्गदर्शन करने के लिए अनुपालन के क्षेत्र में विशेषज्ञता पर आधारित है.

ईपीएफओ द्वारा विनियमों में अधिसूचित बदलावों को एक निर्धारित समय-सीमा में क्रियान्वित करना होता है. हर एक बदलाव का अनुपालन निर्धारित समयावधि के भीतर करना ज़रूरी है. तय समय के भीतर अनुपालन करने में चूक होने पर, इसे गैर-अनुपालन माना जाएगा और गैर-अनुपालन पर इसके खिलाफ दंडात्मक परिणाम भुगतने होंगे. नियोक्ताओं द्वारा की गई कोई भी अज्ञात गलती या त्रुटियां नियोक्ताओं की प्रतिष्ठा पर भी प्रभाव डालेगी. प्रक्रिया में त्रुटि या गलत मार्गदर्शन से नियोक्ता वित्तीय रूप से उत्तरदायी होंगे और ईपीएफओ द्वारा नियोक्ताओं के खिलाफ कारवाई शुरू करने के लिए बदलाव किए जा रहे हैं.

एक अच्छा संगठन हमेशा अनुपालन करने वाला होता है और अनुपालन संबंधी परिवर्तनों के बारे में सतर्क रहता है. नियोक्ता परिवर्तनों पर नज़र रखने, प्रत्येक परिपत्र या अधिसूचना पर प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए उत्तरदायी हैं. नियोक्ता के लिए यह आवश्यक है कि वह सब्सक्राइबर्स को प्रभावित करने वाले परिवर्तनों की प्रकृति के बारे में उन्हें बताये.

आज हर तरफ लागत कम करने पर ध्यान दिया जा रहा है, और इस प्रकार हर संगठन कम लागत में अधिक लाभ का प्रयास करता है. इस स्थिति में, ईपीएफओ द्वारा बदलाव के बारे में जो परिपत्र निकाले जाते हैं, उनमें किसी संगठन के लिए प्रासंगिक बातों को चिन्हित करने के लिए संसाधन लगाना और प्रत्येक बदलाव के प्रभाव की रिपोर्ट तैयार करना काफी समय लेने वाला और खर्चीला काम होगा.

अधिकांश नियोक्ता अनुपालक बने रहने के लिए ईपीएफ अनुपालन को आउटसोर्स करना पसंद करते हैं. तीसरे पक्ष की एजेंसियां ट्रैकिंग परिवर्तनों, क्रियान्वयन, सलाह, परिवर्तनों पर नोट, हितधारकों की मदद के लिए एफएक्यू, संसाधनों का प्रशिक्षण और नियोक्ता के अनुपालक बने रहने में सब्सक्राइबर के सहयोग की जटिलताओं से बचने के लिए अनुपालनों की पूरी देखभाल करती हैं.

थर्ड पार्टी की मदद लेने से प्रदत्त सेवाओं की सूची बनाने में आसानी होती है. नियोक्ताओं को विनियमों में बदलाव की समय पर जानकारी होने से जो फायदे होते हैं, उनमें सम्मिलित लागत को इष्टतम करना, प्रदेय वस्तुओं (डिलीवरेबल्स) पर लगने वाले समय में कमी, डिलीवरी की गुणवत्ता का पालन, और डेटा की गोपनीयता पर भरोसा शामिल हैं. थर्ड पार्टी के ज्ञान और पर्याप्त अनुभव से लैस कुशल कर्मचारी नियोक्ता को सभी पहलुओं पर अनुपालक बने रहने में मदद करते हैं.

नियोक्ताओं के अनुपालक बने रहने के लिए, उनके पास ईपीएफओ नियमों में बदलाव और क्रियान्वयन पर समय पर निर्णय लेने के लिए आवश्यक क्षमता के साथ आंतरिक संसाधन होने चाहिए, ताकि वे ज़रुरत होने पर इनका प्रयोग कर सकें. इष्टतम लागत और जोखिम-रहित होने के साथ अनुपालक बने रहने के लिए थर्ड पार्टी आउटसोर्स एक दूसरा विकल्प है.

(लेखक ‘Core Integra’ में Compliance Advisory Practices के हेड हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)

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Edited by रविकांत पारीक