Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

Concept Labs की बदौलत अब हर घर में होगा बिजनेसमैन, जानिए कैसे?

The Concept Labs की स्थापना कुशाग्रा अवस्थी ने की थी. YourStory से बाते करते हुए उन्होंने बताया - हमारा मुख्य उद्देश्य हमारे देश की युवा पीढ़ी के बीच आंत्रप्रेन्योरशिप की संस्कृति को बढ़ावा देना और इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाना है. हम चाहते हैं कि हर घर में बिजनेसमैन हों.

Concept Labs की बदौलत अब हर घर में होगा बिजनेसमैन, जानिए कैसे?

Thursday June 29, 2023 , 6 min Read

हाइलाइट्स

  • The Concept Labs आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए 'डिजाइनप्रेन्योर्स' की एक यूनिक कम्यूनिटी तैयार कर रहा है
  • यह निर्वाह फाउंडेशन एनजीओ के तहत काम करती है
  • The Concept Labs के फाउंडर और चीफ़ मेंटर कुशाग्रा अवस्थी Venture Catalysts India के साथ वेंचर पार्टनर भी हैं

आज के दौर में हर किसी का सपना है खुद का स्टार्टअप करना, आंत्रप्रेन्योर बनना. लोग कॉर्पोरेट में मोटी सैलरी वाली नौकरियां छोड़कर आंत्रप्रेन्योरशिप की राह पर चल रहे हैं. लेकिन हर कोई सफल नहीं हो पाता. और इसकी एक नहीं, बल्कि अनेक वजह हो सकती हैं. लेकिन सही वक्त पर सही मेंटरशिप अगर मिल जाए तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. फिर आप अपने स्टार्टअप के जरिए सफलता की नई ईबारत लिख सकते हैं और दूसरे आंत्रप्रेन्योर्स के लिए प्रेरणा बन सकते हैं.

नोएडा स्थित The Concept Labs यही काम करता है. इसकी स्थापना का श्रेय जाता है कुशाग्रा अवस्थी को. OTA (Officers Training Academy) से इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग ले चुके कुशाग्रा ने कई कॉर्पोरेट कंपनियों में एंट्री-लेवल और मीड-मैनेजमेंट भूमिकाओं में काम किया. लेकिन साल 2012 में, उन्होंने आंत्रप्रेन्योर बनने का फैसला किया और तब से मुड़कर पीछे नहीं देखा. वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं.

कुशाग्रा ने ऑटोमेटेड मशीनरी और सॉफ्टवेयर-ओरिएंटेड प्रोडक्शन के साथ "furnish your dream" नाम से एक इंटीरियर डिजाइन एंड बिल्ड कंपनी शुरू की. यह भारत की सबसे एडवांस्ड और प्रोसेस-कंट्रोल्ड फर्नीचर फैक्ट्रियों में से एक है. इसके अलावा उन्होंने को-वर्किंग फैसिलटी का निर्माण करने के लिए "Lets Work" की स्थापना की.

कुशाग्रा Venture Catalysts India के साथ वेंचर पार्टनर भी हैं, जो स्टार्टअप फंडिंग और निवेश के लिए देश की नामचीन वेंचर कैपिटल कंपनियों में शुमार है.

साल 2022 में कुशाग्रा ने निर्वाह फाउंडेशन (Nirvaah Foundation), जोकि एक यह एक नॉन प्रॉफिट एनजीओ है, की शुरुआत की. यह मुख्य रूप से 3 उद्देश्यों पर केंद्रित है. 1). नदी पुनर्जीवन. 2). डिसेंट्रलाइज्ड कम्यूनिटी किचर के जरिए निःशुल्क भोजन. 3). बेहतर भारत के लिए उद्यमिता (आंत्रप्रेन्योरशिप) को बढ़ावा.

हाल ही में The Concept Labs के फाउंडर और चीफ़ मेंटर कुशाग्रा अवस्थी ने YourStory के साथ बात की.

कुशाग्रा बताते हैं, "The Concept Labs 'निर्वाह फाउंडेशन' की छत्रछाया में आती है और हमारा मुख्य उद्देश्य हमारे देश की युवा पीढ़ी के बीच उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देना और इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाना है. हम चाहते हैं कि हर घर में बिजनेसमैन हों. लोग नौकरी मांगने के बजाए नौकरी देने लगें."

कुशाग्रा आगे कहते हैं, "अपने कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से, हम युवाओं को अपने खुद के बिजनेस खड़े करने और उन्हें बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान देने का प्रयास करते हैं, जिससे हमारे देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान मिलता है. हमारे प्रयास इच्छुक उद्यमियों को आवश्यक संसाधन, सलाह और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करके उनकी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए प्रेरित और मार्गदर्शन करने की दिशा में निर्देशित हैं."

The Concept Labs के बिजनेस मॉडल के बारे में पूछे जाने पर कुशाग्रा समझाते हैं, "भारत में मॉड्यूलर फर्नीचर उद्योग उन उद्योगों में से एक है जो साल दर साल 30% की CAGR (compound annual growth rate) के साथ बढ़ रहा है. हालाँकि, यह 76 बिलियन डॉलर के डिज़ाइन और निर्माण उद्योग के केवल एक छोटे से हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है और आयात (इम्पोर्ट) और अकुशल कार्यबल (अनस्किल्ड वर्कफोर्स) पर बहुत अधिक निर्भर है. इस क्षेत्र में उद्यमिता पर फोकस की स्पष्ट कमी है. कॉन्सेप्ट लैब्स में, हमने वास्तविक दुनिया के व्यावसायिक वातावरण, उद्योग के लीडरों से सलाह, और आवश्यकतानुसार इन्क्यूबेशन और फंडिंग सहायता प्रदान करके उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए 'डिजाइनप्रेन्योर्स' (DESIGNPRENEURs) की एक यूनिक कम्यूनिटी तैयार की है. हमारा लक्ष्य उद्यमिता पर ध्यान केंद्रित करके इस उद्योग के विकास को प्रोत्साहित करना और समर्थन करना है."

कुशाग्रा आगे बताते हैं, "हमारा लक्ष्य डिज़ाइन उद्योग में इच्छुक उद्यमियों को तकनीकी विशेषज्ञता, वित्तीय और नियामक अनुपालन ज्ञान, प्रभावी व्यवसाय विकास रणनीतियों, सेल्स और मार्केटिंग कम्यूनिकेशन रणनीतियों, बाजार में जाने की रणनीतियों आदि सहित बिजनेस से जुड़ी हर बारीकी की समझ प्रदान करना है. यह शुरुआती चरण के उद्यमियों को बस लेने के बजाय डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए फ्लाइट टिकट देने जैसा है."

कुशाग्रा ने कॉन्सेप्ट लैब्स में लगभग 20 लाख का निवेश किया है. वे कहते हैं, "हाल-फिलहाल हमारा ध्यान हमारी कंपनी के लिए बूटस्ट्रैप्ड अप्रौच पर है, जिसमें गैर-लाभकारी पहलों पर जोर दिया गया है और हमारा प्राथमिक उद्देश्य समाज की बेहतरी है."

इस बिज़नेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसके जवाब में कुशाग्रा कहते हैं, "सबसे पहली चुनौती थी 'The Concept Labs' के कॉन्सेप्ट को लोगों को समझाना. इसके बाद मुख्य बाधाओं में से एक कॉन्सेप्ट लैब्स और डिज़ाइनप्रेन्योर कम्युनिटी के मूलभूत सिद्धांतों को दूसरों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाना रही है. यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है जिसमें समझ और जुड़ाव सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट और संक्षिप्त संचार की आवश्यकता होती है."

The Concept Labs के रेवेन्यू मॉडल के बारे में बात करते हुए अवस्थी बताते हैं, "ऑर्गेनाइजेशन के लिए रेवेन्यू का प्राइमरी सॉर्स हमारे मास्टरक्लास और मेंटरशिप कार्यक्रम है, जो इस उद्योग में प्रवेश करने के इच्छुक व्यक्तियों को उन्नत मार्गदर्शन प्रदान करते हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस कार्यक्रम से मिलने वाला कोई भी लाभ समुदाय में वापस निवेश किया जाता है, क्योंकि हमारी ऑर्गेनाइजेशन एक खास मिशन के साथ गैर-लाभकारी संस्था के रूप में काम करती है."

रेवेन्यू के आंकड़ों के बारे में पूछे जाने पर कुशाग्रा कहते हैं, "वर्तमान में, हमने कोई रेवेन्यू हासिल नहीं किया है. हालाँकि, हमें उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक, हम लगभग 200K डॉलर का रेवेन्यू हासिल करने में सक्षम होंगे."

कुशाग्रा आगे बताते हैं, "अगले 18 महीनों के लिए हमारी योजना है कि हम 2000 से अधिक डिजाइनप्रेन्योर्स की कम्यूनिटी बना सकें और कम से कम 100 स्टार्टअप ऐसे हों जो 2 करोड़ या उससे अधिक का सालाना कारोबार कर रहे हो. हमारा लक्ष्य केवल ग्राहक प्राप्त करने के बजाय एक मजबूत और व्यस्त समुदाय तैयार करना है जिसमें साठ महीने की समय सीमा के भीतर कम से कम 10,000 से अधिक सदस्य हों. एक ऐसा समुदाय बनाना जो भावुक हो और हमारे मंच पर सक्रिय रूप से भाग लेता हो, हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है."

कुशाग्रा अवस्थी कहते हैं, "हमारा लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 500 स्टार्टअप की वृद्धि और विकास का समर्थन करना है, जिनमें से प्रत्येक की बैलेंस शीट 5 करोड़ से अधिक हो. हमारा लक्ष्य लगभग 25,000 व्यक्तियों के लिए प्रत्यक्ष रूप से और 1 लाख से अधिक नागरिकों के लिए अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करना है, इससे हमारे देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान मिलेगा."

यह भी पढ़ें
कैसे EV टू-व्हीलर इंडस्ट्री की तस्वीर बदलने की राह पर है स्टार्टअप Ipower Batteries