NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने ग्रीन हाइड्रोजन प्रोडक्शन के लिए Nayara Energy के साथ मिलाया हाथ
यह सहयोग भारत में हाइड्रोजन परियोजनाओं को विकसित करने के लिए एनटीपीसी की पहल पर किया जा रहा है तथा प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है.
भारत की अग्रणी एकीकृत बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC Ltd.) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) और अंतरराष्ट्रीय स्तर की नए समय की डाउनस्ट्रीम ऊर्जा कंपनी नायरा एनर्जी (Nayara Energy) ने सोमवार को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. इसका उद्देश्य हरित हाइड्रोजन और हरित ऊर्जा क्षेत्र में अवसरों की पड़ताल करना है.
एमओयू में नायरा एनर्जी के अपने इस्तेमाल के लिए ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने, डीकार्बोनाइजेशन में तेजी लाने और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए सहयोग की परिकल्पना की गई है. यह सहयोग भारत में हाइड्रोजन परियोजनाओं को विकसित करने के लिए एनटीपीसी की पहल पर किया जा रहा है तथा प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है.
एमओयू हस्ताक्षर समारोह में सीईओ, एनजीईएल, मोहित भार्गव और हेड-टेक्निकल, नायरा एनर्जी, अमर कुमार के साथ-साथ एनटीपीसी, एनजीईएल और नायरा एनर्जी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
टीम को बधाई देते हुए सीईओ (NGEL) मोहित भार्गव ने कहा कि यह साझेदारी ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का पता लगाएगी और उन्हें लागू करेगी. “हम स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों के लिए भारत के परिवर्तन में तेजी लाने की अपनी साझा प्रतिबद्धता में नायरा एनर्जी के साथ हाथ मिलाकर खुश हैं. ग्रीन हाइड्रोजन भारत के स्वच्छ ऊर्जा भविष्य का एक महत्वपूर्ण तत्व होगा, और इस साझेदारी के साथ, हम ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का पता लगाएंगे और लागू करेंगे, जो स्वच्छ और अधिक लचीले ऊर्जा परिदृश्य में योगदान देगा. एनजीईएल के माध्यम से, हम अपने हरित ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए समर्पित हैं, और यह सहयोग राष्ट्र के लिए एक हरित और अधिक सतत भविष्य की हमारी निरंतर खोज का उदाहरण है.”
ग्रीन हाइड्रोजन के लिए एनटीपीसी के प्रयासों की सराहना करते हुए, नायरा एनर्जी के सीईओ, डॉ. एलोइस विराग ने बताया कि नायरा एनर्जी ऊर्जा उद्योग में एक प्रमुख संस्था है और वह पर्यावरण हितैषी के रूप में सभी व्यवसाय संचालन में गंभीरता से सन्निहित है. उन्होंने कहा “आज, हम ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता का पता लगाने के लिए ग्रीन एनर्जी व्यवसाय में अग्रणी एनटीपीसी के साथ साझेदारी करके एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ा रहे हैं. यह सहयोग देश के ऊर्जा परिवर्तन उद्देश्यों को प्राप्त करने में योगदान देगा."
बता दें कि एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत कंपनी है, जिसकी कुल स्थापित क्षमता 73 गीगावॉट से अधिक है. अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो को बढ़ाने के हिस्से के रूप में, उसने ग्रीन हाइड्रोजन, एनर्जी स्टोरेज टेक्नोलॉजीज और राउंड-द-क्लॉक आरई पावर के क्षेत्र में व्यवसायों सहित नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और परियोजनाओं को शुरू करने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनजीईएल का गठन किया गया है. एनटीपीसी समूह की वर्ष 2032 तक 60 गीगावॉट आरई क्षमता की योजना है और वर्तमान में वह 20+ गीगावॉट की पाइपलाइन पर काम कर रहा है, जिसमें से तीन गीगावॉट से अधिक परिचालन क्षमता है.
नायरा एनर्जी रिफाइनिंग से लेकर रिटेल तक हाइड्रोकार्बन मूल्य श्रृंखला में मजबूत उपस्थिति के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक एकीकृत डाउनस्ट्रीम कंपनी है. नायरा एनर्जी 20 एमएमटीपीए की क्षमता के साथ वाडिनार, गुजरात में भारत की दूसरी सबसे बड़ी सिंगल-साइट रिफाइनरी का संचालन करती है. यह 11.8 की सघनता के साथ दुनिया की सबसे आधुनिक और परिष्कृत रिफाइनरियों में से एक है. कंपनी के पूरे भारत में 6,000 से अधिक परिचालन खुदरा आउटलेट हैं.
Edited by रविकांत पारीक