जानिए कैसे 200 करोड़ का बिजनेस बन गया तीन युवाओं द्वारा शुरू किया गया दिल्ली का ये स्टार्टअप
2013 में जब दिल्ली स्टार्टअप यांत्रा (Yaantra) ने दुकान स्थापित की, तो उसके तीन सह-संस्थापक जयंत झा, अंकित सराफ, और अनमोल गुप्ता अपने मिड ट्वेंटीज (23, 24 और 25 वर्ष क्रमशः) में थे। स्थापना के छह साल बाद, इस तिकड़ी ने अपने स्मार्टफोन रिपेयरिंग, रीफर्बिश्ड और रीसेलिंग सर्विसेस को 200 करोड़ रुपये के कारोबार में बदलने में कामयाबी हासिल की है।
इस व्यवसाय को सभी सह-संस्थापकों ने 5-5 लाख रुपये लगाकर शुरू किया था। अपने शुरू होने के छह महीने में ही इसने प्रॉफिट कमाना शुरू कर दिया और पिछले छह वर्षों में 240 प्रतिशत वृद्धि (कंपाउंड ऐनुअल ग्रोथ रेट) देखी है, जो अब तक 12 मिलियन डॉलर से अधिक हो गई है। तो, सवाला आता है कि इन युवाओं ने इस प्रभावशाली विकास की कहानी को कैसे लिखा?
सह-संस्थापकों में से सबसे छोटे जयंत जो इस नवंबर में 30 साल के हो जाएंगे,
वे कहते हैं,
“जब हमने शुरू किया था तब ज्यादातर कंपनियां ईकॉमर्स में थीं। लोगों द्वारा ऑनलाइन खरीदारी करने का कारण डिस्काउंट है। हमने तय किया कि हम एक सर्विस कंपनी चलाएंगे और कोई डिस्काउंट ऑफर नहीं करेंगे।”
इसके बजाय, कंपनी ने एक खास सेगमेंट को लक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया जो सर्विसेस के लिए प्रीमियम का भुगतान करने के लिए तैयार हो। इस प्रकार यांत्रा ने स्मार्टफोन के लिए एक प्लेन वेनिला रिपेयर सर्विस मॉडल के साथ शुरुआत की, जहां वे लोगों के ऑर्डर पिक अप करेंगे, रिपेयर करेंगे और वापस उनकी डिलीवरी करेंगे।
जब उन्होंने शुरुआत की, तो एंड्रॉइड के लिए न्यूनतम डिलीवरी शुल्क 300 रुपये और आईफोन के लिए 1,000 रुपये था। आज, हालांकि, उनकी ऑर्डर संख्या और इकॉनमी के बढ़ने के साथ ही शुल्क कम होकर 199 रुपये (एंड्रॉइड) और 300 रुपये (आईफोन) हो गया है। 2016-17 तक, कंपनी ने सिर्फ रिपेयर और सर्विस पर ध्यान केंद्रित किया।
जयंत कहते हैं,
“उस समय ज्यादातर स्मार्टफोन कंपनियों की सेल्स के बाद की सर्विस गड़बड़ा गई थी। दूसरी ओर, हमने आपको समय की गारंटी दी है। यदि आपसे आपके फोन की स्क्रीन टूटती है, तो हमारा लड़का इसे वहीं उसी वक्त ठीक करेगा। हम दो घंटे के भीतर आपके दरवाजे पर होंगे।"
जयप्रकाश कहते हैं कि 30-40 मिनट में ऑन-साइट आपके फोन की रिपेयरिंग हो जाएगी और अगर फैक्टरी रिपेयर की जरूरत पड़ेगी तो 2-3 दिनों में काम पूरा हो जाएगा।
सहूलियत, गारंटीकृत डेटा सुरक्षा और रिपेयर के बाद की वारंटी कंपनी का हिस्सा थे। अफोर्डेबिलिटी भी कंपनी का हिस्सा था। वे कहते हैं,
“अगर पीसीबी (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड) में कोई समस्या है, तो कंपनी पूरे सर्किट बोर्ड को 10,000 रुपये में बदलेगी। लेकिन हमारे पास इसे 2,000 रुपये में मरम्मत करने की क्षमता है।”
दिल्ली के कीर्ति नगर में यांत्रा का सर्विस सेंटर एक टेकनीकल टीम द्वारा संचालित होता है, जो रीबिल्डिंग सर्किट, चेंजिंग चिप्स और हाई-एंड इंजीनियरिंग में माहिर है।
रिपेयर से लेकर रीफर्बिशिंग तक, जब 2016-17 में रिफर्बिश्ड फोन बेचकर कंपनी ने अपने कारोबार को बढ़ाया, तो यह एक स्वाभाविक प्रगति थी। जयंत कहते हैं कि रिफर्बिश्ड फोन बेचना शुरू करना "प्लग एंड प्ले" जैसा था। आज, बिजनेस के इस हिस्से का कंपनी के राजस्व में प्रमुख योगदान है। कंपनी के राजस्व में इसका योगदान 80 प्रतिशत है। हालांकि सर्विसिंग और रिपेयर बिजनेस में मार्जिन अधिक है, फिर भी रीफर्बिश्ड फोन बेचने में टिकट साइज और वॉल्यूम तुलना में बहुत अधिक है।
जयंत कहते हैं,
“इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट्स के बाजार में क्वालिटी देने का काम किसी ने नहीं किया। हम बाजार में सबसे सस्ता होने का दावा तो नहीं करते हैं लेकिन हमारी क्वालिटी निश्चित रूप से अधिक है।”
कंपनी की लगभग 80 प्रतिशत बिक्री उसके ऑफलाइन खुदरा नेटवर्क के माध्यम से होती है। बिक्री पाई के बाकी हिस्से में yaantra.com और Amazon शामिल हैं। इसके अलावा वे ग्राहक भी हैं जो आते तो रिपेयर कराने हैं लेकिन जाते हैं तो न कुछ खरीदकर।
यांत्रा का दावा है कि वह रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन्स मार्केट में सबसे आगे है। यह भारत के 600 शहरों और कस्बों में 35,000 खुदरा विक्रेताओं के साथ काम करता है। यांत्रा से फोन खरीदने के अनुभव के बारे में बात करते हुए जयंत कहते हैं,
''पैकेजिंग खोलने पर उपभोक्ता को नया फोन खरीदने का अनुभव मिलता है। और यह 12 महीने के वारंटी कार्ड के साथ आता है, जहां हम बिक्री के बाद का काम मैनेज करते हैं।”
जो चीज कंपनी को दूसरों से बिल्कुल अलग बनाती है उनमें से एक तथ्य यह है कि यह वारंटी और बिक्री के बाद भी सर्विस प्रदान करती है, यह कुछ ऐसा जो उपयोग किए गए स्मार्टफोन बाजार में दुर्लभ है। भारत में रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन मार्केट लगभग 7 बिलियन डॉलर का है और 2022 तक बढ़कर 10-12 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन मार्केट में हाल ही में प्रवेश करने वाली कंपनी प्रीलव्ड डिवाइस (PreLoved Device) जैसों के साथ कंपटीशन पर टिप्पणी करते हुए, जयंत का कहना है,
''यह एक अच्छी बात है अगर कई लोग ऐसा कर रहे हैं। इसका मतलब है कि बड़ा उपभोक्ता हित है।”
हालांकि इस सबके बाद भी वह स्पष्ट हैं कि यांत्र को दूसरों पर बढ़त है, क्योंकि इसका अपना रीफर्बिशिंग और आफ्टर-सेल्स सेंटर है। कंपनी एक महीने में लगभग 65,000 स्मार्टफोन प्रोसेस (बिक्री और रिपेयरिंग सहित) करती है और इसने 1.6 मिलियन ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। यांत्र के पास फोन कैश नाम का एक प्लेटफॉर्म भी है, जो एंड्रॉइड के प्ले स्टोर और ऐप्पल के ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध है, जहाँ ग्राहक अपने स्मार्टफोन बेच या अपग्रेड कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म फोन को रियल-टाइम जांचता है और ग्राहक को उसकी कीमत भी बताता है।
आगे का रास्ता
यांत्रा का लक्ष्य ग्राहकों को अगले छह महीनों में अपने खुदरा नेटवर्क के माध्यम से नए फोन का आदान-प्रदान करने या अपग्रेड करने में सक्षम बनाना है। इसके अलावा खुदरा विक्रेताओं के लिए फोन कैश प्लेटफॉर्म का उपयोग करने में सक्षम बनाना भी यांत्रा का लक्ष्य है। अपने रीफर्बिश्ड पोर्टफोलियो का विस्तार करने की दृष्टि से, कंपनी वर्तमान में रीफर्बिश्ड एप्पल घड़ियों और सैमसंग गियर को बेचने के लिए पायलट प्रोजेक्ट चला रही है।
यह अगले वित्तीय वर्ष तक Google होम और अमेजॉन इको जैसी डिवाइसेस को अपने प्लेटफॉर्म पर लाकर एक कनेक्टेड डिवाइस इकोसिस्टम बनाना चाहता है। इसी दौरान, कंपनी का लक्ष्य अपने खुदरा नेटवर्क को वर्तमान 600 शहरों से 800 तक विस्तारित करना भी है।