कोरोना वायरस से टूर्नामेंट रद्द होने के कारण ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय बढ़े: साइना
नई दिल्ली, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और पारूपल्ली कश्यप का मानना है कि नोवेल कोरोना वायरस के कारण तोक्यो ओलंपिक के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट रद्द होने के कारण विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) को क्वालीफिकेशन समय को बढ़ाना चाहिए।
घातक कोरोना वायरस से जुड़ी चिंताओं के कारण अब तक चार ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं रद्द हो चुकी हैं जिसमें चीन मास्टर्स (25 फरवरी से एक मार्च), वियतनाम अंतरराष्ट्रीय चैलेंज (24 से 29 मार्च), जर्मन ओपन (तीन से आठ मार्च) और पोलिश ओपन (26 से 29 मार्च) शामिल हैं।
साइना ने बीडब्ल्यूएफ और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को टैग करते हुए ट्वीट किया,
‘‘अगर कोरोना वायरस के कारण टूर्नामेंट रद्द हो रहे हैं तो क्वालीफिकेशन समय बढ़ाया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा,
‘‘यह उन खिलाड़ियों के लिए अनुचित होगा जो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई करने के करीब हैं।’’
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना ‘रेस टू तोक्यो’ सूची में अभी 22वें स्थान पर चल रही हैं और टोक्यो में जगह बनाने के लिए उन्हें कुछ अच्छे नतीजे हासिल करने होंगे।
साइना के पति और 2014 के राष्ट्रमंडल चैंपियन कश्यप तथा दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत क्रमश: 24वें और 21वें स्थान पर हैं।
इन खिलाड़ियों के पास अब प्रतिष्ठित आल इंग्लैंड टूर्नामेंट (11 से 15 मार्च) के जरिये अंक जुटाने का मौका है। इस टूर्नामेंट के विजेता को 12000 रैंकिंग अंक मिलेंगे। इसके बाद स्विस ओपन, इंडिया ओपन (सुपर 500), मलेशिया ओपन (सुपर 750) और सिंगापुर ओपन (सुपर 500) होने हैं। क्वालीफिकेशन समय 28 अप्रैल को खत्म होगा।
स्पेन मास्टर्स के दौरान पीठ में लगी चोट से उबर रहे कश्यप ने ट्वीट किया,
‘‘स्पेन मास्टर्स से सिंगापुर ओपन तक सात प्रतियोगिताएं थी। एशियाई चैंपियनशिप भी थी।’’
उन्होंने कहा,
‘‘अब जर्मन ओपन रद्द हो गया है और स्विस ओपन पर भी संदेह है। सिंगापुर और मलेशिया ओपन को लेकर भी चिंताएं हैं। यह उन खिलाड़ियों के लिए अनुचित होगा जो अभी क्वालीफिकेशन के करीब हैं।’’
चीन के वुहान शहर से फैसले घातक कोरोना वायरण के कारण अब तक 3000 के करीब लोग मारे जा चुके हैं और दुनिया भर में लगभग 83000 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
बीडब्ल्यूएफ ने हालांकि शुक्रवार को कहा था कि फिलहाल ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय को लेकर उसकी बदलाव की कोई योजना नहीं है।