बेंगलुरु में ONDC की बीटा टेस्टिंग शुरू, Flipkart और Amazon का बनेगा विकल्प
ONDC, भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) की पहल है.
सरकार ने शुक्रवार को 'ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स' (ONDC) को बेंगलुरु में आम लोगों के लिए ओपन कर दिया. सरकार का मकसद
की मदद से छोटे रिटेलरों की मदद करना और आधे से ज्यादा ई-कॉमर्स मार्केट पर कब्जा किए हुए Amazon व Walmart का विकल्प क्रिएट करना है. ONDC नेटवर्क ने 30 सितंबर से बेंगलुरु में 16 पिन कोड्स में कंज्यूमर्स के साथ बीटा टेस्टिंग शुरू की है.ONDC, भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) की पहल है. ONDC कोई एप्लिकेशन, प्लेटफॉर्म, इंटरमीडियरी या सॉफ्टवेयर नहीं है, बल्कि विशिष्टताओं का एक सेट है जो खुले, अनबंडल्ड और इंटरऑपरेबल खुले नेटवर्क को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे एकल प्लेटफॉर्म पर निर्भरता समाप्त हो जाती है. बीटा टेस्टिंग का उद्देश्य उपभोक्ताओं को पहली बार नेटवर्क का अनुभव करने की अनुमति देना और फीडबैक इकट्ठा करना है, जो पूरे भारत में ओएनडीसी को रोल-आउट करने से पहले इसे और अधिक उम्दा बनाने में मदद करेगा.
अभी दो कैटेगरी में ऑर्डर कर सकते हैं प्लेस
शुरुआत के लिए उपभोक्ता, ओएनडीसी नेटवर्क पर भाग लेने वाले खरीदार ऐप्स के माध्यम से दो श्रेणियों- किराने का सामान और रेस्तरां में अपने ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं. उपभोक्ता अपनी पसंद के किसी भी खरीदार ऐप से उत्पादों और सेवाओं की श्रेणियों (वर्तमान में दो) से खरीदारी कर सकेंगे. वे अब नेटवर्क पर सूचीबद्ध प्रत्येक विक्रेता से खरीदारी करने में सक्षम होंगे. इसमें ऐसे स्थानीय विक्रेता भी शामिल हैं, जो पहले डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद नहीं थे और पहली बार ई-कॉमर्स सक्षम बने हैं. विक्रेताओं के लिए ओएनडीसी से फायदा यह होगा कि उनके उत्पादों और सेवाओं के लिए अतिरिक्त दृश्यता होगी, जिससे अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा. यहां तक कि उनके मौजूदा ग्राहक भी उन्हें किसी भी खरीदार ऐप के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं और उनसे ऑर्डर कर सकते हैं, जिससे उन्हें मौजूदा विश्वसनीय संबंधों को बनाए रखने में मदद मिलती है.
'खरीदार ऐप्स' और 'विक्रेता ऐप्स'
ONDC शब्दावली में 'खरीदार ऐप्स' या बायर ऐप्स, उन एप्लिकेशन्स या वेबसाइट्स को संदर्भित करता है, जो उपभोक्ताओं को ONDC पर उपलब्ध सभी विक्रेताओं से खरीदारी करने में सक्षम बनाते हैं. बीटा टेस्टिंग की शुरुआत में, उपभोक्ता Mystore, PayTM, और Spicemoney जैसे खरीदार ऐप्स से ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं. वहीं 'विक्रेता ऐप्स' या सेलर ऐप्स, ऐसे एप्लिकेशन या वेबसाइट हैं जो विक्रेताओं को उनके कैटलॉग और इन्वेंट्री को खरीदारों के लिए विजिबल बनाने के लिए नेटवर्क में शामिल होने में सक्षम बनाते हैं. Bizom, Digiit, Enstore by Innobits, eSamudaay, eVitalrx, Go Frugal, GrowthFalcons, Mystore, nStore, Seller App, Uengage और Ushop ऐसे विक्रेता ऐप हैं जो बीटा टेस्ट में भाग ले रहे हैं.
, और लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और Protean eGov Technologies Ltd (पूर्व में NSDL e-Gov) गेटवे सेवाएं प्रदान कर रही है. NowFloats और Plotch टेक्नोलॉजी सर्विस प्रदाता हैं, जो ONDC नेटवर्क में शामिल होने के लिए खरीदार और विक्रेता ऐप की सुविधा प्रदान करते हैं. जैसे-जैसे विभिन्न व्यवसाय नेटवर्क पर ऑनबोर्ड होंगे, वैसे-वैसे आगे आने वाले समय में अधिक खरीदार, विक्रेता, टेक्नोलॉजी सर्विस प्रदाता, श्रेणियां और पिन कोड जोड़े जाएंगे. ब्लोहॉर्न, क्राफ्ट्सविला, सीएससी ग्रामीण ईस्टोर, Ekart, ग्लोबल लिंकर (फैइटा आईटी मॉल), ग्रैब, एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईटीसी स्टोर, कोटक बैंक, मैजिकपिन, माइक्रोसॉफ्ट, पेप्पो, पेटपूजा, फोनपे, शॉपलिस्ट, स्नैपडील और जोहो, इंटीग्रेशन की एडवांस्ड स्टेजेस में हैं और शीघ्र ही लाइव होने की उम्मीद है.
ई-कॉमर्स इकोसिस्टम का होगा लोकतंत्रीकरण
ओएनडीसी के एमडी और सीईओ टी. कोशी का कहना है, 'यह भारत में ओएनडीसी और ई-कॉमर्स के लिए एक मील का पत्थर है. ओएनडीसी सभी विक्रेताओं को सभी खरीदारों और सभी खरीदारों को सभी विक्रेताओं तक पहुंचने की अनुमति देकर ई-कॉमर्स इकोसिस्टम का लोकतंत्रीकरण करेगा. यहां तक कि बेंगलुरु में बीटा टेस्ट के लिए भी हमने सबसे कठिन श्रेणियों को चुना है; किराने का सामान और रेस्तरां. हमें विश्वास है कि यह बीटा टेस्ट हमें महत्वपूर्ण इनसाइट्स प्रदान करेगा, जो हमें पूरे भारत में ओएनडीसी के रोलआउट से पहले इसे और उम्दा बनाने में मदद करेगा.
खुले डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क में उपभोक्ताओं, विक्रेताओं और नेटवर्क प्रतिभागियों (खरीदार ऐप्स, विक्रेता ऐप्स और गेटवे) के बीच विश्वास पैदा करने के लिए, ओएनडीसी ने मौजूदा इकोसिस्टम और विशेषज्ञों से परामर्श किया है. साथ ही सर्वोत्तम दृष्टिकोण को अपनाने और विकसित करने के लिए सर्वोत्तम प्रैक्टिसेज की जांच की है. यह एक पेपर में समझाया गया है, जो अब DPIIT, ONDC के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स और www.ondc.org पर सार्वजनिक परामर्श के लिए उपलब्ध है.
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Edited by Ritika Singh