शख्स ने स्वागत में दिया प्लास्टिक में लिपटा गुलदस्ता, IAS अफसर ने ठोका ₹5000 का जुर्माना
महाराष्ट्र की औरंगाबाद महानगर पालिका के एक अधिकारी को आस्तिक कुमार के स्वागत में प्लास्टिक में लिपटा गुलदस्ता देना महंगा पड़ गया। आईएएस अफसर ने तुरंत अधिकारी पर 5000 रुपये का जुर्माना लगा दिया।
अपने अनुशासन को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले आईएएस अफसर आस्तिक कुमार पांडेय एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनके स्वागत में प्लास्टिक रैपर में गुलदस्ता लाए एक अधिकारी पर जुर्माना लगाना है। महाराष्ट्र की औरंगाबाद महानगर पालिका के एक अधिकारी को आस्तिक कुमार के स्वागत में प्लास्टिक में लिपटा गुलदस्ता देना महंगा पड़ गया। आईएएस अफसर ने तुरंत अधिकारी पर 5000 रुपये का जुर्माना लगा दिया। सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है। आइए पूरा मामला समझाते हैं....
महाराष्ट्र की औरंगाबाद महानगर पालिका में IAS आस्तिक कुमार पांडेय को नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, वे पदभार ग्रहण करने आए तो उनके स्वागत के लिए महानगर पालिका के बाकी सदस्य और कॉन्ट्रैक्टर उन्हें गिफ्ट और गुलदस्ते दे रहे थे।
इसी क्रम में टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डायरेक्टर आर. एस. महाजन ने उन्हें प्लास्टिक के रैपर में लिपटा एक बुके दिया। यहीं उन्होंने गलती कर दी। इसी बात पर आस्तिक कुमार ने महाजन पर 5000 रुपये का जुर्माना ठोक दिया। उन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन विभाग (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट डिपार्टमेंट) को आर.एस. महाजन से 5000 रुपये वसूलने का निर्देश दिया। महाजन ने भी हाथों-हाथ 5000 रुपये का जुर्माना भर दिया।
मालूम हो आस्तिक कुमार पांडेय प्लास्टिक के प्रयोग को लेकर काफी कड़े कदम उठा चुके हैं। इससे पहले वह खुद पर भी जुर्माना लगा चुके हैं। इसी साल अक्टूबर में जब वह बीड के जिला कलेक्टर (डीएम) थे। उन्होंने प्लास्टिक कप में चाय पीने को लेकर खुद पर ही 5000 रुपये का जुर्माना लगा दिया था। इसके बाद वह बहुत चर्चा में आए थे। वह उम्मीद करते हैं कि उन्हें देखकर शायद बाकी सरकारी विभागों में भी प्लास्टिक का प्रयोग कम हो।
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बहुत नुकसानदायक है, खासकर सिंगल यूज प्लास्टिक। सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर काफी सख्त कानून बनाए हैं। हालांकि सरकार के कानून बनाने से ही चीजें नहीं बदलेंगी। इसके लिए आम लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा।
इससे पहले हमने आपको केरल के वट्टीयूरकावु से विधायक वी. के. प्रशांत के बारे में भी बताया था। वी. के. प्रशांत ने हाल ही में अपने फेसबुक अकाउंट से ऐलान किया था कि वह अपने समर्थकों से किसी भी तरह के गिफ्ट, मालाएं और फूल के बुके नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से अनुरोध किया कि इन सबकी जगह उन्हें किताबें गिफ्ट करें।
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