पीएम मोदी को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी से कितने रुपये आए? RTI में पता चला
ई-नीलामी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिली शानदार मूर्तिकला, पेंटिंग्स, हस्तशिल्प पारंपरिक अंगवस्त्रम, शाल, पगड़ी-टोपी, रस्मी तलवारें और लोक कलाकृतियों शामिल रहीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को हर साल कई उपहार मिलते हैं. और बाद में इन उपहारों की ई-नीलामी (pm modi gifts e-auction) की जाती है. इस बार करीब 1200 उपहारों की नीलामी की गई. संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) द्वारा पीएम मोदी के उपहारों की ये चौथी ई-नीलामी थी.
लेकिन इससे पहले की ई-नीलामी से केंद्रीय राजस्व खाते में पिछले तीन वर्षों के दौरान लगभग 21 करोड़ से अधिक की राशि जमा हुई है. यह बात का खुलासा एक RTI (Right to Information) के जरिए हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, जयपुर हाउस, नई दिल्ली के केंद्रीय सूचना जन अधिकारी शशि बाला ने शोकहारा, बरौनी निवासी गिरीश प्रसाद गुप्ता द्वारा मांगी गई जानकारी के जवाब में ये बताया. जानकारी के मुताबिक़, वर्ष 2019 को प्रथम नीलामी में 03.10 करोड़, 2020 में द्वितीय नीलामी में 03.6 करोड़ एवं 2021 में तृतीय नीलामी में 15.6 करोड़ का राजस्व उपहारों की बिक्री से सरकार के खजाने में जमा हुआ है.
इन उपहारों की हुई ई-नीलामी
ई-नीलामी में कई प्रतीक चिह्न भी शामिल हैं. यह ई-नीलामी वेबसाइट के जरिए की गई. ई-नीलामी में प्रधानमंत्री को मिली शानदार मूर्तिकला, पेंटिंग्स, हस्तशिल्प पारंपरिक अंगवस्त्रम, शाल, पगड़ी-टोपी, रस्मी तलवारें और लोक कलाकृतियों शामिल रहीं.
किसने दायर की RTI?
पीएम नरेन्द्र मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी प्रक्रिया के तहत केंद्रीय राजस्व खाते में पिछले तीन वर्षों के दौरान लगभग 21 करोड़ से अधिक की राशि जमा हुई है. बिहार के बेगूसराय के गिरीश प्रसाद गुप्ता द्वारा दायर की गई RTI के जवाब में इसकी जानकारी सार्वजनिक हुई है.
गिरिश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अप्रैल 2022 में RTI के जरिए वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को सार्वजनिक करने की सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से मांगी थी. इस पर PMO के केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी प्रवीण कुमार, अवर सचिव ने RTI अर्जी को संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली एवं विदेश मंत्रालय को ट्रांसफर करते हुए आवेदक को सूचना उपलब्ध करवाने का आदेश दिया था. इसके बाद केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के निर्देश पर राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय जयपुर हाउस ने जानकारी मुहैया कराई है.
पहले भी हुई नीलामी, जुटाए 22.5 करोड़ रुपये
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (National Gallery of Modern Art - NGMA), जिसने साल 2019 और 2021 में नीलामी आयोजित की थी, द्वारा दायर एक RTI के जवाब के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए उपहारों की तीन नीलामियों ने नमामि गंगे कार्यक्रम (Namami Gange Programme) के लिए कुल 22.5 करोड़ रुपये जुटाए थे.
पीएम मोदी को उपहार में दिए गए कुल 5,925 स्मृति चिन्ह तीन चरणों - जनवरी-फरवरी 2019, सितंबर-अक्टूबर 2019 और सितंबर-अक्टूबर 2021 में नीलामी के लिए रखे गए थे. इनमें केवल भारतीयों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए उपहार शामिल थे. यानि कि विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त उपहारों को इसमें शामिल नहीं किया गया था.
20 मई को आरटीआई के जवाब में कहा गया कि 4,682 स्मृति चिन्हों की सफलतापूर्वक नीलामी की गई, जबकि 1,243 या कुल का 20.97 प्रतिशत नीलाम नहीं हुए. जिन वस्तुओं की सफलतापूर्वक नीलामी नहीं हुई, उनका अनुपात पहली नीलामी में 13% (1,805 वस्तुओं में से 240), दूसरी में 22% (2,772 में से 612), और तीसरी में 29% (1,348 में से 391) था.
हालांकि, तीन नीलामियों में जुटाई गई राशि पहले और दूसरे दौर में क्रमश: ₹3.1 करोड़ और ₹3.6 करोड़ से बढ़कर तीसरे दौर में ₹15.8 करोड़ हो गई. तीसरी नीलामी, जो ऑनलाइन आयोजित की गई थी, में टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेताओं के उपकरण शामिल थे जो पीएम मोदी को उपहार में दिए गए थे, जैसे मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन द्वारा इस्तेमाल किए गए दस्ताने और नीरज चोपड़ा द्वारा इस्तेमाल किया गया भाला.
आरटीआई के जवाब में यह भी कहा गया कि "तीनों नीलामियों से मिली पूरी राशि नमामि गंगे परियोजना को दान कर दी गई थी."
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