Tesla की नौकरी छोड़ खड़ी कर दी खुद की EV टू-व्हीलर कंपनी
Raptee के को-फाउंडर और सीईओ दिनेश अर्जुन ने Purdue University से पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की हैं और उन्होंने इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल पर अपना फुल-टाइम काम शुरू करने से पहले Tesla में काम किया था.
इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट का रेवेन्यू 2023 में 457.60 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. साल 2023 से 2027 के बीच रेवेन्यू 17.02% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ने की उम्मीद है. जिसके परिणामस्वरूप 2027 तक यह 858.00 बिलियन डॉलर का हो जाएगा. इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में यूनिट बिक्री के आंकड़ों पर गौर करें तो 2027 में इसके 16.21 मिलियन व्हीकल्स तक पहुंचने की उम्मीद है. ये आंकड़ें Statista की वेबसाइट से जुटाए गए हैं.
चेन्नई स्थित इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर स्टार्टअप
इसी मार्केट में अपनी खास पहचान बनाने की ओर अग्रसर है. इसकी स्थापना अन्ना यूनिवर्सिटी के चार इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स — पुनित कुमार वी, कार्तिकेयन अधिकेसवन, दिनेश अर्जुन और कीर्तिवासन ने मिलकर की थी.हाल ही में Raptee के को-फाउंडर और सीईओ दिनेश अर्जुन ने YourStory से बात की. दिनेश ने Purdue University से पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरी की हैं और उन्होंने इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल पर अपना फुल-टाइम काम शुरू करने से पहले Tesla में काम किया था.
दिनेश बताते हैं, "आम धारणा है कि ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) धीमी गति से चलते हैं और भारतीय सड़कों के लिहाज से सुरक्षित नहीं हैं. Raptee एक ऐसे प्रोडक्ट की इंजीनियरिंग में सावधानीपूर्वक काम करती है जिसमें हाई-पावर वाला इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन होता है जिसे भारतीय सड़कों के हिसाब से तैयार किया गया है और बेहतर अनुभव सुनिश्चित करता है. यह बैटरी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की चुनौती को भी हल करता है, जिसमें प्रत्येक OEM (original equipment manufacturer) अपने ग्राहकों के लिए अलग बैटरी चार्जिंग स्टेशन प्रदान करता है. Raptee की मोटरसाइकिलें पब्लिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के अनुकूल होंगी और इस तरह यह इंट्रा सिटी या इंटर सिटी यात्राओं के लिए रेंज संबंधी आशंकाओं का समाधान करेगी."
Raptee के बिजनेस मॉडल के बारे में बात करते हुए, वे कहते हैं, "हम ऑनलाइन और ऑफ-लाइन हाइब्रिड मॉडल पर काम करते हैं जिसमें ग्राहकों की सुविधा का पूरा ख़याल रखा जाता है. इस ऑनलाइन/ऑफ़लाइन हाइब्रिड मॉडल में ग्राहक किसी भी समय अपनी पसंद के आधार पर हमारे साथ भौतिक रूप से और ऑनलाइन मोड के माध्यम से लेनदेन करने में सक्षम हैं."
वे आगे बताते हैं, "हम एकमात्र इलेक्ट्रिक 2 व्हीलर (e2W) हैं जो हाई वोल्टेज ड्राइव ट्रेन पर काम करता है, जिससे किसी भी ICE समकक्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन मिलता है, यह हमें मौजूदा पब्लिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर (CCS2 चार्जिंग मानक) का लाभ उठाने में भी मदद करता है. जिसे विशेष रूप से इलेक्ट्रिक 4 व्हीलर (e4W) के लिए डिज़ाइन किया गया है. एक राइडर के लिए हमारे ईवी के साथ लंबी यात्रा का अनुभव करना परेशानी मुक्त अनुभव होगा."
फाउंडर्स ने मिलकर कंपनी में एक चौथाई मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है. दिनेश अर्जुन बताते हैं, "हमने सीसीडी के रूप में 2021 में पिछले राउंड में लगभग 4.5 करोड़ जुटाए थे. हम वर्तमान में सीरीज़ ए को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं जिसका उपयोग इस साल के अंत में हमारी मोटरसाइकिलों को लॉन्च करने के लिए किया जाएगा."
दिनेश कहते हैं, "हमारे रेवेन्यू का प्राइमरी सॉर्स भारत में मोटरसाइकिलें बेचना है. भारत में लॉन्च के बाद हम कुछ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं. हम अभी भी एक प्री-रेवेन्यू कंपनी हैं और दिसंबर'23 तक प्रोडक्ट लॉन्च करने की उम्मीद करते हैं. 2024 के लिए हमारा रेवेन्यू अनुमान लगभग 200 करोड़ रुपये होगा."
इस बिजनेस को खड़ा करने में क्या कठिनाइयाँ आईं? इसके जवाब में Raptee के को-फाउंडर और सीईओ दिनेश अर्जुन कहते हैं, "चूंकि हम सभी हिस्सों को घर [भारत] में ही डिजाइन और डेवलप कर रहे हैं, जो पारंपरिक रूप से विदेशी बाजारों से इंपोर्ट और असेंबल किए जाते हैं, हमारे लिए 60 लोगों की युवा और छोटी टीम के साथ सप्लाई चेन को व्यवस्थित करना चुनौतीपूर्ण रहा है और हमें इसे मितव्ययता से करना होगा. इसके अलावा, व्हीकल की डिजाइन, परफॉर्मेेंस आदि जैसे कारकों के कारण स्कूटर की तुलना में इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल बनाना अधिक चुनौतीपूर्ण है."
अंत में भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए दिनेश अर्जुन कहते हैं, "हम ARAI प्रमाणन पूरा करने के बाद अगले 6 महीनों में अपनी पहली मोटरसाइकिल लॉन्च करने की उम्मीद करते हैं और हम एक साल में 10 प्रमुख शहरों में अपने नेटवर्क का विस्तार करेंगे और 2 साल में डीलरशिप की प्रक्रिया शुरू करेंगे."