MSMEs के लिए कर्नाटक में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश कर इंजीनियरिंग सेंटर खोलेगी Tata Technologies
एमएसएमई के लिए इस तरह के केंद्र स्थापित करने का यह पहला प्रस्ताव बताया जा रहा है. प्रत्येक केंद्र पर लगभग 630 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.
टाटा ग्रुप (Tata Group) की सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) एमएसएमई को समर्थन देने के लिए राज्य में तीन सामान्य इंजीनियरिंग सुविधा केंद्र (CEFCs) स्थापित करने के लिए आगे आई है. जैसा कि कर्नाटक के बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने कहा, तीन सुविधाओं की स्थापना के लिए 2,000 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी.
मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, टाटा टेक्नोलॉजीज के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक विधानसभा में मंत्री से मुलाकात की और इस संबंध में प्रस्ताव सौंपा.
पाटिल ने कहा, "कंपनी ने विशेष रूप से एमएसएमई को सुविधा देने के लिए इन केंद्रों को स्थापित करने का इरादा किया है."
सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के माध्यम से केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है. उन्होंने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज की 70% हिस्सेदारी होगी और बाकी 30% हिस्सेदारी राज्य सरकार की होगी.
एमएसएमई के लिए इस तरह के केंद्र स्थापित करने का यह पहला प्रस्ताव बताया जा रहा है. प्रत्येक केंद्र पर लगभग 630 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.
मंत्री ने बताया कि सीईएफ केंद्र उन्नत विनिर्माण 4.0, इलेक्ट्रिक वाहन परीक्षण और एयरोस्पेस और रक्षा को पूरा करेंगे, और इन क्षेत्रों में आने वाले एमएसएमई और स्टार्टअप को काफी लाभ पहुंचाएंगे.
प्रस्ताव का स्वागत करते हुए पाटिल ने कहा कि सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करने को प्राथमिकता देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक सीईएफ केंद्र को लगभग पांच एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी और इसे उपलब्ध कराने पर आने वाले दिनों में निर्णय लिया जाएगा.
Edited by रविकांत पारीक