Whatsapp के ज़रिए अब महीने में कभी भी निकाल सकेंगे सैलरी, Refyne लाया salary on demand
सैलरी ऑन-डिमांड प्लेटफॉर्म
ने इस फीचर को और आसान, और तेज बनाया है. अब यह अपनी सुविधाएं WhatsApp पर भी दे रहा है. Refyne व्हाट्सएप पर सैलरी-ऑन-डिमांड की ऑफर करने वाला भारत का पहला फाइनेंस प्लेटफॉर्म बन गया है.Refyne एम्पलॉयर्स को अपने एम्पलॉइज को paycycles के बीच सैलरी का भुगतान करने में सक्षम बनाता है. क्योंकि वे इसे रियल टाइम में कमाते हैं. व्हाट्सएप पर लॉन्च के साथ, एम्पलॉइ केवल कुछ ही सेकंड में अपनी सैलरी हासिल कर सकते हैं.
व्हाट्सएप पर Refyne के आने से, सैलरी ऑन-डिमांड को कई और लोगों द्वारा एक्सेस किया जा सकता है, जो टेक्नोलॉजी के बारे में उतना नहीं जानते हैं, फिर भी व्हाट्सएप का उपयोग करने में सहज हैं. यूजर केवल Refyne को Whatsapp मैसेज भेजकर शुरुआत कर सकते हैं. जरूरी केवाईसी को पूरा करने के लिए उन्हें कुछ सरल और आसान गाइडलाइंस का पलन करना होता है. इसके बाद वे तुरंत ट्रांजेक्शन शुरू कर सकते हैं.
यह सर्विस पूरी तरह से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कानूनों के तहत है. और Refyne की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार एम्पलॉइ का डेटा सुरक्षित रहता है. इसके अलावा, सभी ट्रांजेक्शन सिक्योर हैं और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का पालन करते हैं.
Refyne के सीईओ और को-फाउंडर चित्रेश शर्मा ने कहा, "भारत में, हर 3 में से 1 शख्स का घर सैलरी पर चलता है. और एक बड़े हिस्से के पास क्रेडिट तक शून्य या बहुत सीमित पहुंच है. परिणामस्वरूप कई लोगों में फाइनेंस की समझ की की है. हमारा मानना है कि समझदार फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी का कॉम्बीनेशन फाइनेंशियल इंक्लुजन को आगे बढ़ाने में गेम चेंजर साबित हो सकता है. भारत में व्हाट्सएप की पहुंच को देखते हुए, हमें लगता है कि यह बड़ी संख्या में भारतीयों के लिए ऑन-डिमांड सैलरी को सुलभ बनाने के लिए सही दिशा में एक कदम है."
महीना खत्म होने से पहले 80% से अधिक भारतीयों की सैलरी खत्म हो जाती है. मौजूदा मुद्रास्फीति और अनिश्चितता दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दबाव बढ़ा रही है. फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की खराब समझ के साथ-साथ सही लोन तक पहुंच न होना, कई लोगों को अधिक ब्याज दर पर लोन लेने के लिए मजबूर करता है, जिससे उन्हें दुष्चक्र और वित्तीय तनाव में धकेल दिया जाता है. भारत में अधिक से अधिक कंपनियां कर्मचारियों के लिए फाइनेंशियल वेलनेस और बिजनेस पर इसके प्रभाव को चलाने में उनकी भूमिका को पहचान रही हैं. ऑन-डिमांड सैलरी ने कई कर्मचारियों को अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाया है, जिससे वे तनाव मुक्त, प्रेरित और वर्कप्लेस पर बने हुए हैं.
Refyne अब अपने ऐप पर 11 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है और इसे Google Playstore और iOS पर भी एक्सेस किया जा सकता है.
Refyne सभी के लिए फाइनेंशियल वेलनेस प्रोवाइड करने के मिशन पर है. चित्रेश शर्मा और अपूर्व कुमार द्वारा 2021 में शुरू किए गए Refyne ने भारत का पहला और सबसे बड़ा सैलरी-ऑन-डिमांड सॉल्यूशन बनाया है. कंपनी वर्तमान में 200 से अधिक एम्पलॉयर्स के साथ काम करती है और 1.5 मिलियन से अधिक एम्पलॉइज इससे जुड़े हुए हैं. इसके क्लाइंट्स में Kaya, Sterling, Teleperformance, First Meridian, First Source, Car Dekho, Cloudnine hospitals, STL, Barista, Rebel Foods, Acko, Practo, CCD, WNS Global, House of Hiranandani, Cars24, Epigamia शामिल हैं.
Refyne को Tiger Global, QED Investors, ICICI Bank, Jigsaw VC, DST Global Partners, RTP Global, और XYZ Capital जैसे प्रमुख ग्लोबल इन्वेस्टर्स का समर्थन प्राप्त है.