5 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स, जानिए किन 5 वजहों के चलते तेजी से भाग रहा है शेयर बाजार
शेयर बाजार में इन दिनों तेजी देखी जा रही है. सेंसेक्स 5 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है. निफ्टी से अप्रैल से अब तक के उच्चतम स्तर पर है. इस तेजी की 5 बड़ी वजहें सामने आ रही हैं.
शेयर बाजारों (Stock Markets) में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी दर्ज की गई. BSE Sensex करीब 322 अंक चढ़कर 60,000 के पार बंद हुआ. यह पिछले करीब 25 दिनों में पहली बार हुआ, जब सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर पहुंचा. मंगलवार को भी सेंसेक्स करीब 293 अंक चढ़कर 60,408 अंक के स्तर पर खुला और तेजी से ऊपर बढ़ता चला गया. दोपहर तक सेंसेक्स 60,500 अंक के स्तर को पार कर चुका है, जो पिछले 5 महीनों का सबसे उच्च स्तर है. निफ्टी भी अप्रैल से लेकर अब तक के वक्त में पहली बार 18050 के स्तर पर पहुंचा है.
क्यों तेजी से भाग रहा है बाजार?
हाल ही में महंगाई का डेटा आया, जिससे पता चला कि लगातार आठवें महीने भी रिटेल महंगाई 6 फीसदी से ऊपर रही है. अगस्त में महंगाई 7 फीसदी दर्ज की गई है. ऐसे में उम्मीद है कि एक बार फिर रेपो रेट बढ़ेगा. वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार में रौनक देखी जा रही है. सवाल ये है कि आखिर ये तेजी किस वजह से आ रही है.
1- अमेरिका में महंगाई से मिल सकती है थोड़ी राहत
भारत के शेयर बाजार पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है वैश्विक रुख का. इन दिनों ग्लोबल सेंटिमेंट पॉजिटिव हैं, जिसकी वजह से भारत के शेयर बाजारों में भी रौनक देखी जा रही है. सोमवार को भी वैश्विक रुख सकारात्मक था और आज मंगलवार को भी वैसा ही नजारा देखने को मिल रहा है. इस सकारात्मक रुख की बड़ी वजह ये है कि अमेरिका में महंगाई से कुछ राहत मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
2- विदेशी निवेशक भी कर रहे खरीदारी
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 2132.42 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. विदेशी निवेशक जब घरेलू बाजार में शेयर खरीदते हैं, तो इससे शेयरों की मांग बढ़ती है, जिससे बाजार ऊपर भागने लगता है.
3- रुपये में आ रही मजबूती भी है अहम वजह
घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के रुख और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने के बीच रुपया अपने शुरुआती नुकसान से उबर गया है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया दो पैसे बढ़कर 79.55 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. रुपये की मजबूती से भी बाजार को मदद मिल रही है.
4- कच्चे तेल के दाम भी स्थिर
इन दिनों कच्चे तेल का दाम 90 डॉलर के करीब है. देखा जाए तो यह पिछले कुछ महीनों में काफी सस्ता हो गया है, लेकिन इतना भी सस्ता नहीं हुआ है कि पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो सकें. कच्चे तेल के दाम में एक स्थिरता सी देखी जा रही है, जिसकी वजह से शेयर बाजार की चाल पर इसका कोई बड़ा असर नहीं दिख रहा है. ऐसे में शेयर मार्केट पर कच्चे तेल की कीमतों का दबाव है, जिससे वह तेजी से चढ़ रहा है.
5- यूक्रेन ने वापस हासिल किया बड़ा इलाका
रूस और यूक्रेन की जंग में एक बड़ा अपडेट ये आ रहा है कि यूक्रेन ने रूस से टक्कर लेने में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. बीबीसी की एक खबर के अनुसार जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन ने रूस से 6000 स्क्वायर किलोमीटर का इलाका फिर से वापस ले लिया है. शेयर बाजार में आई रौनक की एक यह भी बड़ी वजह है, जिसके चलते ग्लोबल सेंटिमेंट शानदार बने हुए हैं.