शहीद मेजर की पत्नी गौरी महादिक ने सेना का हिस्सा बन पति को दी सच्ची श्रद्धांजलि
यह कहानी प्रतिबद्धता, जज्बे और जुनून की है। यह कहानी उस महिला की है जिसने सेना में देश की सेवा कर रहे अपने पति को खो दिया था। अब वह महिला भी सेना का हिस्सा बनने जा रही हैं। हम बात कर रहे हैं 32 वर्षीय गौरी महादिक की। मुंबई के विरार इलाके में रहने वाली गौरी के पति मेजर प्रसाद महादिक भारत-चीन सीमा पर देश की सेवा करते हुए 2017 दिसंबर में शहीद हो गए थे। पति के शहीद होने के बाद गौरी ने सेना में जाने का फैसला कर लिया था। अब उन्होंने एसएसबी की परीक्षा पास कर ली है।
गौरी अगले साल लेफ्टिनेंट के पद पर आर्मी जॉइन करेंगी। वे इसी साल चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकैडमी में ट्रेनिंग लेंगी। उन्हें वॉर-विडोज के लिए बनी नॉन टेक्निकल कैटिगरी में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनाती मिलेगी। गौरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से अपने पति प्रसाद महादिक को याद करते कहा, 'वे हमेशा मुझे खुश और मुस्कुराते हुए देखना चाहते थे। मैंने सेना में जाने का फैसला किया और मैं उनकी वर्दी और उनके स्टार्स को अपने कंधे पर सजाऊंगी।'
गौरी ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड द्वारा ली जाने वाली परीक्षा को पास किया था। उन्होंने ओटीए के लिए क्वॉलिफाई किया। अब वे अप्रैल से 49 सप्ताह की ट्रेनिंग पर जाएंगीं जिसके बाद मार्च 2020 तक भारतीय सेना का हिस्सा बना दिया जाएगा। वैसे गौरी एक वकील हैं और कंपनी सेक्रेटरी के तौर पर काम कर चुकी हैं। वे मई 2017 से मुंबई की एक प्रतिष्ठित लॉ फर्म के लिए काम कर रही थीं। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक वे हर हाल में सेना का हिस्सा बनना चाहती थीं।
गौरी ने कहा, 'सेना में जाकर मैं सबसे अच्छे तरीके से अपने पति को श्रद्धांजलि दे सकूंगीं।' गौरी के पति मेजर महादिक भी सेना में जाने के लिए काफी जुनूनी थे। वे 2012 में सेना का हिस्सा बने थे। मेजर प्रसाद कड़ी प्रतिबद्धता के साथ काम करने के लिए जाने जाते थे। उनके साथी एक बहादुर सिपाही के रूप में आज भी उन्हें याद रखते हैं। उन्हें गिटार बजाने का शौक था और उन्हें संगीत में काफी दिलचस्पी थी।
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