स्पेक्ट्रम नीलामी संपन्न, उम्मीद से बेहतर रही नीलामी: संचार मंत्रालय
स्पेक्ट्रम के लिए कुल 77,814.80 करोड़ रुपये की बोली प्राप्त हुई। अधिग्रहित किए गए कुल 855.60 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के उपयोग का अधिकार दिया गया।
स्पेक्ट्रम नीलामी 2021 के दूसरे और समापन दिवस के अवसर पर संचार मंत्रालय में दूरसंचार विभाग के सचिव अंशु प्रकाश ने कहा कि, “जिस स्पेक्ट्रम को हासिल करने के लिए बोली लगाई जा रही थी, उसका मूल्य 77,814.80 करोड़ रुपये है। इसलिए मंगलवार, 2 मार्च, 2021 को 668.20 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी के साथ बोली लगाई गई।”
01 मार्च 2021 को शुरू हुई नीलामी 6 राउंड की बोली के बाद मंगलवार दोपहर 12.45 बजे संपन्न हुई। यह ई-नीलामी साइमल्टेनियस मल्टीपल राउंड एसेंडिंग ऑक्शन (SMRA) पद्धति पर आधारित थी।
अंशु प्रकाश ने बताया कि स्पेक्ट्रम के लिए 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज और 2300 मेगाहर्ट्ज बैंड श्रेणी में बोली लगाई गई। स्पेक्ट्रम की कुल मात्रा 855.60 मेगाहर्ट्ज है, जिसके लिए इन बैंड श्रेणी में उपयोग के अधिकार दिए जाने हैं। 700 मेगाहर्ट्ज और 2500 मेगाहर्ट्ज बैंड श्रेणी में किसी भी प्रतिभागी ने बोली नहीं लगाई। 01 मार्च 2021 को 4 राउंड की नीलामी (80% और 90% की निर्धारित गतिविधि के साथ प्रत्येक स्तर में 2 बोली) संपन्न हुई। 100% की निर्धारित गतिविधि स्तर के साथ 2 राउंड की नीलामी मंगलवार को संपन्न हुई।
तीन बोलीदाता – भारती एयरटेल लिमिटेड, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड और रिलाइंस जियोइंफोकॉम लिमिटेड ने नीलामी में भाग लिया।
भारती एयरटेल लिमिडेट ने 355.45 मेगाहर्ट्ज़ के लिये 18,698.75 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने 11.80 मेगाहर्ट्ज़ के लिये 1,993.40 करोड़ रुपये, और रिलाइंस जियोइंफोकॉम लिमिटेड ने 488.35 मेगाहर्ट्ज़ के लिये 57,122.65 करोड़ रुपये की बोली लगाई।
स्पेक्ट्रम की कुल 2308.80 मेगाहर्ट्ज़ मात्रा की नीलामी की गई, इसमें वो स्पेक्ट्रम भी शामिल है, जिसकी मियाद दिसंबर 2021 में समाप्त हो रही है। नीलामी में शामिल स्पेक्ट्रम की कुल मात्रा में से 855.60 मेगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम के लिए बोलियाँ प्राप्त हुईं। जिन स्पेक्ट्रम के लिए बोली प्राप्त हुईं, वे 700 मेगाहर्ट्ज़ और 2500 मेगाहर्ट्ज़ को छोड़कर नीलामी में शामिल कुल स्पेक्ट्रम का करीब 60 प्रतिशत है। वर्ष 2016 में स्पेक्ट्रम की नीलामी के दौरान कुल 7 बोलीदाताओं ने बोली लगाई थी। इस दौरान मात्रा के हिसाब से नीलामी में शामिल कुल स्पेक्ट्रम के 41 प्रतिशत और कीमत के हिसाब से 12 प्रतिशत की बिक्री हुई थी। वहीं 2021 के स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान यह आंकड़ा मात्रा के हिसाब से 37 प्रतिशत और कीमत के हिसाब से 19 प्रतिशत है। साथ ही इस बार कुल 3 बोलीदाताओं ने नीलामी के दौरान बोली लगाई।
इस नीलामी में अधिग्रहित किए गए स्पेक्ट्रम के लिए लाइसेंसधारी को अपने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के 3% की दर से स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) देना होगा। हालाँकि इसमें वायरलाइन सेवाओं से प्राप्त राजस्व शामिल नहीं है।
नीलामी की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। नीलामी के प्रोविज़नल परिणाम सरकार द्वारा जांच और अनुमोदन के अधीन हैं। नीलामी के दौरान दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के नेटवर्क में अधिग्रहित किए गए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम के शामिल होने से देशभर में सेवा गुणवत्ता और ग्राहक अनुभव में सुधार की उम्मीद है।