[स्टार्टअप भारत] फ़ेसबुक एडवरटाइजमेंट से एक रात में 200 डॉलर कमाकर कंपनी में किया बड़ा बदलाव, नुकसान से मुनाफ़े में आया बिज़नेस
एक सोशल मीडिया कैंपेन से एक घंटे में 100 डॉलर की कमाई! हम में से ज़्यादातर लोग इस तरह के ऑफ़र देने वाले ऐड्स या आर्टिकलों को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर देते हैं और इन्हें स्कैम समझते हैं। लेकिन 27 साल के सौरभ भटनागर ने तब यह जाना कि इस तरह के असंभव से दिखने वाले ऑफ़र्स, संभव भी हो सकते हैं, जब उन्होंने एक ही रात में 200 डॉलर की कमाई की। उस एक घटना ने उन्हें अपने बिज़नेस ‘अपरिस्ट सर्विस पोर्टल’ के बारे में फिर से सोचने या रीस्ट्रक्चर करने पर मजबूर किया। सौरभ ने 2012 में देहरादून से अपरिस्ट सर्विस पोर्टल की शुरुआत की थी।
इससे पहले तक अपरिस्ट, लॉयल्टी प्रोग्राम्स से लेकर इवेंट मैनेजमेंट तक कई सुविधाएं मुहैया कराता था। आज कंपनी ने अपने सर्विस पोर्टफ़ोलियो को लगभग पूरी तरह से बदल डाला है। कंपनी का मुख्यालय गोवा में है और हाल में, कंपनी ऑनलाइन मार्केटिंग सर्विसेज़, इवेंट्स और शुरुआती दौर में काम कर रहे ऑन्त्रप्रन्योर्स और व्यवसायों के लिए ट्रेनिंग सर्विसेज़ उपलब्ध कराता है। ऐसी क्या वजह रही कि सौरभ को अपने लॉयल्टी प्रोग्राम मॉडल में इतना बड़ा बदलाव करना पड़ा?
बड़ा बदलाव!
सौरभ ने अपने भाई राहुल भटनागर और दोस्तों, सौरभ नेलवाल, धीरेन चौधरी, योगेश प्रकाश, अक्षय आहूजा और अमित नौटियाल के साथ मिलकर अपरिस्ट की शुरुआत की थी। स्टार्टअप शुरू करने के वक़्त सभी की उम्र 30 साल से कम थी। सभी को-फ़ाउंडर्स ने हाल ही में कॉलेज ख़त्म किया था और वे अपने किसी काम की शुरुआत करना चाहते थे। इनके शुरुआती चार साल बेहद चुनौतीपूर्ण रहे और कंपनी का मासिक मुनाफ़ा मात्र 500 रुपए तक सीमित रहा।
आज की तारीख़ में, स्टार्टअप की टीम में रेशु सिंघल, विकास कुमार, अदिति शर्मा, धीरेन चौधरी, सुरेश महला, कामिनी कालरा, कपिल शर्मा, निरित दत्ता, भूषण बौधनकर, सौरव सेन, रोहन पांडे और विपुल सिंघल हैं। टीम के ये सभी सदस्य युवा हैं।
सौरभ बताते हैं,
"हम लगातार बिना किसी दिशा के काम करते रहे और हम स्थिरता की ओर नहीं बढ़ पा रहे थे। कंपनी शुरू होने के चार सालों बाद 2015 में, हमने तय किया कि हम देहरादून में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेंगे। हमारे पास बड़े स्तर पर आयोजित करने के लिए पैसे नहीं थे और इसलिए हमने विभिन्न स्रोतों से पैसे जुटाए। कार्यक्रम आयोजित कराने के बाद हमें 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ और इसके बाद हमें समझ आया कि हमें अपनी कंपनी के बारे में शुरुआत से सोचना होगा।"
सौरभ को ऑनलाइन मार्केटिंग में रुचि थी और वह इस क्षेत्र में कुछ न कुछ सीखते और पढ़ते रहते थे। वह रात-रात भर इंटरनेट मार्केटिंग के गुर सीखा करते थे।
सौरभ ने बताया,
"एक रात मैंने फ़ेसबुक पर एक ऐड कैंपेन चलाया और इसमें हमने 20 डॉलर का निवेश किया और मुझे 200 डॉलर की कमाई हुई।"
इसके बाद सौरभ ने तय किया कि वह अपने कुछ क्लाइंट्स के साथ अपने फ़ेसबुक मार्केटिंग के कुछ नुस्ख़े आज़माएंगे। उन्होंने अपने क्लाइंट्स को फ़ेसबुक ऐड सर्विसेज़ देना शुरू किया और इसके बदले में उनसे कन्सल्टिंग फ़ीस चार्ज करने लगे।
सौरभ ने जानकारी दी कि उन्होंने 50 से ज़्यादा बिज़नेस मॉडल्स आज़माए और इसके बाद घड़ी की सुई अटकी आकर प्रोडक्ट लॉन्च और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स पर। इसके बाद कंपनी ने 2017 में अपनी टीम को देहरादून से गोवा शिफ़्ट किया क्योंकि उन्हें लगा कि गोवा में पर्याप्त संभावनाएं हैं।
कैसे काम करता है अपरिस्ट?
हाल में अपरिस्ट तीन मॉडल्स के तहत काम करता है। कंपनी का कहना है कि वे सॉफ़्टवेयर प्लैटफ़ॉर्म के लिए 500 डॉलर से 600 डॉलर तक औसत फ़ीस चार्ज करते हैं। यह रेट फ़ुल सूट के लिए है, जबकि बेसिक ऐक्सेस के लिए पैकेज 47 डॉलर से शुरू होकर 97 डॉलर तक जाते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन बिज़नेस और सेल्स कन्वर्ज़न प्रोग्राम के लिए कंपनी 297 डॉलर और टाइमलाइन डॉमिनेशन के लिए 497 डॉलर चार्ज करती है।
इवेंट्स और कोर्सेज़ के लिए अलग-अलग फ़ीस है। कम्युनिकेशन मास्टरी कोर्स के लिए 6500 रुपए, ईबीडबल्यू गोवा इवेंट के लिए 16,000 रुपए और सेल्स ऐंड लीडरशिप मास्टरक्लास के लिए 12,000 रुपए चार्ज किए जाते हैं। स्टार्टअप ईज़ी-टू-मेक मार्केटिंग सॉफ़्टवेयर की सेलिंग भी करता है, जो बिज़नेस ओनर्स की ऑनलाइन इनकम बढ़ाने में मदद करते हैं। कंपनी का लेटेस्ट प्रोडक्ट है ‘ऐड्स क्रिस्प’, जो तीन आसान से स्टेप्स में प्रोफ़ेशनल क्वॉलिटी विडियो ऐड्स बनाने में यूज़र्स की मदद करता है।
सौरभ बताते हैं,
"हाल ही में हमने ऐड्स क्रिस्प सॉफ़्टवेयर लॉन्च किया और इसकी मदद से हमें सात दिनों में 250,000 डॉलर्स का रेवेन्यू मिला। पूरी दुनिया के सॉफ़्टवेयर ओनर्स हमारे पास आते हैं और अगर हमें लगता है कि सॉफ़्टवेयर सही है और मार्केट के लिए उपयुक्त है, तो हम उनके साथ पार्टनरशिप कर लेते हैं और प्रोडक्ट लॉन्च करने में उनकी मदद करते हैं।"
सॉफ़्टवेयर के अलावा, स्टार्टअप ऑनलाइन मार्केटिंग ट्रेनिंग और मेंटरशिप भी मुहैया कराता है। कंपनी ने एक ऑनलाइन मार्केटिंग यूनिवर्सिटी सेटअप की है, जिसका नाम है सौरभ भटनागर यूनिवर्सिटी। कंपनी का दावा है कि वे सालाना 1 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू पैदा कर रहे हैं।
भविष्य की योजनाएं
अपरिस्ट सर्विस पोर्टल की टीम जनवरी, 2020 में सॉफ़्टवेयर प्लैटफ़ॉर्म लॉन्च करने की तैयार कर रही है। साथ ही, कंपनी अपने सेल्स और लीडरशिप मास्टरक्लास को विभिन्न शहरों तक पहुंचाने की जुगत में लगी हुई है।