[स्टार्टअप भारत] उडुपी से सिंगापुर तक, कैसे इंटरनेशनल कंपनी द्वारा खरीदा जाने वाला अपने शहर का पहला स्टार्टअप बना Nuntium
उडुपी स्थित स्टार्टअप Nuntium SaaS समाधान प्रदान करता है। यह विभिन्न इंडस्ट्रीज की कंपनियों को उनके कंटेंट को ग्लोबल लेवल पर ले जाने में मदद करता है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करने वाला अपने क्षेत्र का पहला स्टार्टअप होने का दावा करता है।
अपने राजसी मंदिरों और स्वादिष्ट भोजन के लिए जाना जाने वाला उडुपी हाल ही में टेक स्टार्टअप्स की दुनिया में तब सुर्खियों में आया जब इस साल जापान की TechnoPro Holdings द्वारा 25 साल पुरानी टेक कंपनी Robosoft का अधिग्रहण किया गया। हालांकि, मणिपाल स्थित Nuntium ग्लोबल लेवल पर जाने वाली पहली स्थानीय कंपनी होने का दावा करती है।
दिलीप आर अडिगा द्वारा 2017 में लॉन्च किया गया, स्टार्टअप स्थानीय और क्षेत्रीय मीडिया कंपनियों को "बेहद कम समय" में उनकी डिजिटल उपस्थिति बनाने में मदद करता है।
Nuntium का पिछले साल सिंगापुर मुख्यालय वाली एड टेक कंपनी Infomo ने नकद और स्टॉक डील (cash-and-stock) में अधिग्रहण किया था। हालांकि कंपनियों ने लेनदेन की राशि का खुलासा नहीं किया। अधिग्रहण के एक हिस्से के रूप में, दिलीप सहित सभी कर्मचारियों (सात) को अब विभिन्न डिवीजनों के तहत इन्फोमो के लिए काम करना होगा।
दिलीप Infomo के मोबाइल डिवीजन के प्रमुख हैं।
दिलीप ने YourStory को बताया, "सभी कर्मचारी अभी भी हमारे उडुपी ऑफिस से काम कर रहे हैं।"
दिलीप के अनुसार, इंटरनेट तक आसान पहुंच के कारण लोग स्मार्ट डिवाइसेज पर कंटेंट तक पहुंच रहे हैं।
वे कहते हैं, "स्मार्टफोन्स अब लोकल भाषा को भी सपोर्ट करते हैं जिसके कारण, स्मार्टफोन रखने वाला कोई भी व्यक्ति डिवाइस पर टेक्स्ट या वीडियो कंटेंट का उपभोग कर सकता है। हमें पहले ही पता चल गया था कि क्षेत्रीय समाचार एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी बाधा उनके प्लेटफॉर्म को डिजिटल बनाने की लागत थी। इसलिए हमने एक ऐसा प्लेटफॉर्म विकसित किया है जो किफायती और उपयोग में आसान है, जिससे किसी भी क्षेत्रीय चैनल के लिए कम समय में अपनी डिजिटल उपस्थिति को बनाना आसान हो जाता है।”
कैसे हुई शुरुआत
दिलीप एक टेक और स्टार्टअप उत्साही हैं। कर्नाटक स्थित N.M.A.M इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट दिलीप ने इससे पहले तकनीकी सेवाओं के क्षेत्र में दो स्टार्टअप शुरू किए थे। जहां उन्होंनेअपना पहला स्टार्टअप बंद कर दिया, तो वहीं दूसरे से बाहर निकलकर Nuntium पर ध्यान केंद्रित करने लगे।
वे कहते हैं, “जब से मैंने खुद को स्टार्टअप की दुनिया में शामिल किया है, मैं कंटेंट स्पेस, विशेषकर समाचारों से रोमांचित था। अपने पिछले स्टार्टअप के दौरान, मैंने समाचार एजेंसियों के साथ काम किया, जहां मुझे पता चला कि समाचार उद्योग के लिए विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 समाचार एजेंसियों के लिए एक उत्पाद विकसित करने की बहुत बड़ी संभावना है।”
डिजिटल कंटेंट के क्षेत्र में काम करने के इच्छुक, उन्होंने अपने दोस्तों संजू पुलियांकलाथ, हृषिकेश मेनन और निकेथ शेट्टी के साथ इस आइडिया पर चर्चा की। वे सभी उडुपी में ही पले-बढ़े हैं। इस फील्ड के बारे में आहे की रिसर्च और अन्वेषण ने "Nuntium" की नींव रखी। Nuntium एक ग्रीक शब्द है जिसका अर्थ है "समाचार का टुकड़ा या सूचना का टुकड़ा"।
दिलीप ने 35 लाख रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ परियोजना शुरू की। इस पैसे को उन्होंने पर्सनल लोन के माध्यम से जुटाया था। अन्य तीन दोस्त एक संस्थापक टीम के रूप में शामिल हुए लेकिन जल्द ही विभिन्न क्षेत्रों में अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए आगे चले गए।
प्रारंभ में, स्टार्टअप टीम ने समाचार एजेंसियों को उनकी प्रोपर्टी को ऑनलाइन लाने में मदद की। इसके बाद टीम ने ग्राहकों के लिए "महान तकनीकी उत्पाद" बनाने पर काम किया। 2018 तक, इसने अंतिम उत्पाद - एक SaaS (software-as-a-service) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो पब्लिशर्स और मीडिया कंपनियों को एक तैयार तकनीकी कवच प्राप्त करने में मदद करता है।
समाधान के लॉन्च के तुरंत बाद Nuntium ने पहले ग्राहक को शामिल किया, दिलीप कहते हैं कि यह एक उत्पाद कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है।
अधिग्रहण
दिलीप ने Infomo के फाउंडर और सीईओ आनंद राव से 2018 में बेंगलुरु में मुलाकात की। तब वह Nuntium के ग्राहकों में से एक से मिलने आए थे।
दिलीप याद करते हैं, "जब वह मुझसे मिले और उत्पाद के बारे में सुना, तो उन्होंने तुरंत इसे मूल्यवान पाया और एक साथ सहयोग करने में रुचि दिखाई।"
कोलेबोरेशन की शुरुआत Infomo को Nuntium प्लेटफॉर्म को लाइसेंस देने और इन्फोमो के अपने SaaS प्लेटफॉर्म को तकनीकी सहायता प्रदान करने से हुई। दिलीप बताते हैं कि इसने Nuntium को खरीदने की आनंद की रुचि के बारे में संकेत दिया।
दिलीप बताते हैं, ''हमने टीम के साथ आंतरिक रूप से चर्चा की और उचित परिश्रम के बाद, हम इसके लिए गए।"
विकास
Nuntium को अपनी यात्रा में काफी पहले ही सफलता मिल गई थी। अधिग्रहण के समय, इसके पास कर्नाटक और तमिलनाडु के चार क्षेत्रीय समाचार चैनल क्लाइंट थे।
दिलीप कहते हैं, "हमारा रेवेन्यू एक साधारण सब्सक्रिप्शन मॉडल पर आधारित था। कोई भी एजेंसी हमें मंथली सब्सक्रिप्शन के आधार पर भुगतान कर सकती है या फिर वे अगर पहले से ही कोई प्रतिष्ठित चैनल हैं तो हम उनके साथ रेवेन्यू शेयरिंग के मॉडल पर काम भी काम करते हैं।"
उनका कहना है कि कंपनी ने 2018 से ही रेवेन्यू कमाना शुरू कर दिया था, जिसने कंपनी के संचालन को सपोर्ट किया और अधिग्रहण ने उस कंपनी की मान्यता को जोड़ दिया है जिसे उन्होंने जीरो से बनाया था।
दिलीप का कहना है कि भविष्य में वह एक नया उद्यम शुरू करने और शून्य से उत्पाद बनाने के लिए वापस आना चाहेंगे। वे कहते हैं, "लेकिन, वह सब बाद में, इस समय मेरा ध्यान उत्पादों और इन्फोमो मीडिया के निर्माण पर है।"
Edited by रविकांत पारीक