'स्टार्टअप महाकुंभ' भारत की विकास गाथा दिखाता है: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में DPIIT द्वारा आयोजित 'स्टार्टअप महाकुंभ' के उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य भाषण में कहा कि स्टार्टअप क्षेत्र ने गतिशीलता, खाद्य, टैक्सटाइल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विचारों के साथ नवाचार करने की अपनी क्षमता साबित की है.
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि स्टार्टअप महाकुंभ (Startup Mahakumbh) भारत की विकास गाथा को दिखाता है. पीयूष गोयल ने मंगलवार को नई दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) द्वारा आयोजित 'स्टार्टअप महाकुंभ' के उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य भाषण में कहा कि स्टार्टअप क्षेत्र ने गतिशीलता, खाद्य, टैक्सटाइल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विचारों के साथ नवाचार करने की अपनी क्षमता साबित की है.
गोयल ने इस बात पर बल दिया कि स्टार्टअप महाकुंभ की 'भारत इनोवेट्स' थीम नवाचार और स्टार्टअप के बीच जटिल संबंध को दिखाती है. उन्होंने देश भर में 57 विविध स्टार्टअप फुटप्रिन्ट्स को एक मंच पर लाने के लिए इस आयोजन की सराहना की. उन्होंने कार्यक्रम में भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम रजिस्ट्री और स्टार्टअप महाकुंभ की वेबसाइट और लोगो भी लॉन्च किया.
मंत्री पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उद्धृत करते हुए कहा कि भारतीय स्टार्टअप खेल के नियमों को बदल रहे हैं और इसलिए स्टार्टअप क्षेत्र देश की रीढ़ है. उन्होंने देशभर के प्रसिद्ध और विकासशील स्टार्टअप को स्टार्टअप महाकुंभ में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि यह एक वार्षिक कार्यक्रम की शुरुआत का प्रतीक है जो 2016 में अपनी स्थापना के बाद से स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता की कहानियों और क्रांति को दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है. उन्होंने DPIIT से वित्तीय और लॉजिस्टिक समर्थन के साथ देश के विभिन्न जिलों में मौजूद स्टार्टअप को बढ़ावा देने के प्रयासों को जारी रखने और प्रत्येक जिले से कम से कम एक स्टार्टअप को स्टार्टअप महाकुंभ में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्टार्टअप महाकुंभ में उद्यमिता, नवाचार और जिज्ञासा की भावना वाले देश भर के विद्यार्थी और युवा शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी भारत का स्टार्टअप क्षेत्र के साथ एकीकरण इस अमृत काल में भारत की अर्थव्यवस्था को 2047 तक विकसित भारत बनने के लिए प्रेरित करेगा. उन्होंने कहा कि युवाओं की 'कर सकते हैं' भावना इस कार्यक्रम में प्रतिबिंबित होगी और भारत की कहानी को शेष विश्व तक ले जाने में उन्हें सहायता देगी.
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि भारत मंडपम में MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) आधारभूत अवसंरचना ने भारत के मेगा कार्यक्रमों के आयोजन के बारे में सोचने के तरीके को बदल दिया है. उन्होंने कहा कि भारत मंडपम जैसी बड़ी सुविधाएं उद्योग के सभी तत्वों का एक करती हैं और भारत की कहानी को यथासंभव दिखाती हैं.