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ई-कॉमर्स 2.0 की तरफ बढ़ रहा है स्टार्टअप पंपकार्ट, देश के रिपेयर बाज़ार में देने जा रहा है बड़ी दस्तक

देश के रिपेयर बाज़ार में बड़ी दस्तक देने के उद्देश्य से पंपकार्ट ने निंजा नाम से सर्विस सेंटर की शुरुआत की है। पंपकार्ट अब ई-कॉमर्स 2.0 की ओर आगे बढ़ रहा है, इसी के साथ पंपकार्ट ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सरकारों के एमओयू भी साइन किए हैं।

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पंपकार्ट के ब्रांड एंबेसडर के साथ कंपनी के को-फाउंडर केएस भाटिया

लगातार तेज़ी के साथ आगे बढ़ते हुए बी2बी स्टार्टअप पंपकार्ट ने अब अपने कदम ई-कॉमर्स 2.0 की ओर बढ़ाने शुरू कर दिये हैं। पंपकार्ट की शुरुआत साल 2014 में केएस भाटिया ने की थी।

फ़िजिटल की ओर बढ़ रहा है पंपकार्ट

ई-कॉमर्स 2.0 के बार में बात करते हुए पंपकार्ट के संस्थापक केएस भाटिया कहते हैं,

“ई-कॉमर्स 2.0 फ़िजिटल पर काम करेगा, जिसका मतलब है फ़िजिकल और डिजिटल। इसके तहत हम ग्राहक को सिर्फ पंप बेंच नहीं रहे हैं, बल्कि उसके घर में पंप फिट करने के साथ भविष्य में उसकी सर्विस की भी ज़िम्मेदारी ले रहे हैं।”

केएस भाटिया के अनुसार अभी कई ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म इस दिशा में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वो इसके लिए थर्ड पार्टी सर्विस को उपयोग में ला रहे हैं, जबकि पंपकार्ट खुद अपने सर्विस सेंटर्स खोल रहा है। ई-कॉमर्स 2.0 को ग्राहकों के अनुभव के आधार पर डेवलप किया जा रहा है।


इस बारे में पंपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष सैनी बताते हैं,

“अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर विक्रेता बनना आसान है, इसके लिए आपको सिर्फ अपना जीएसटी नंबर चाहिए होता है, लेकिन इन विक्रेताओं द्वारा पेश किए गए उत्पाद ग्राहकों के लिए भ्रम की स्थिति पैदा कर देते हैं। हम अपने प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं को ऑन-बोर्ड करने से पहले उनकी पहचान करते हैं, ताकि हमारे प्लेटफॉर्म पर आए ग्राहकों को सही उत्पाद बिना किसी परेशानी के मिल सके।”

पंपकार्ट ने पंजाब सरकार और हिमाचल सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत पंपकार्ट एमएसएमई के उत्पादों की बिक्री के लिए अपना प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा।


पंपकार्ट अब पंप के साथ ही अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों की बिक्री और सर्विस पर भी काम काम कर रहा है। हाल ही में मिले निवेश के बाद अब पंपकार्ट तेज़ी से अपने कदम आगे बढ़ाने जा रहा है। इस बारे में बताते हुए केएस भाटिया कहते हैं,

“देश में रिपेयर का बाज़ार 150 बिलियन डॉलर का है, लेकिन इसमें से महज 30 प्रतिशत बाज़ार ही व्यवस्थित है, जिसमें बढ़ा हिस्सा कार रिपेयर का है। इस बाज़ार का बड़ा हिस्सा अव्यवस्थित है। इस तरह हम पहले स्टार्टअप हैं, जिसका पूरा फोकस रिपेयर के ऊपर है।”

उपभोक्ताओं तक अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए पंपकार्ट रिपेयर के साथ ही सर्विस और इंश्योरेंस भी उपलब्ध करा रहा है।



खोल रहे हैं निंजा सर्विस सेंटर

पंपकार्ट ने ‘निंजा’ (NNJA) नाम से अपने सर्विस सेंटर खोल रहा है। निंजा के लिए कंपनी अलग-अलग डिवीजन का भी गठन करने जा रही है। शुरुआती दौर में मोटर, पंप और इलेक्ट्रिक उपकरणों के लिए ‘निंजा’ सर्विस सेंटर खोले जाएंगे।

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पंपकार्ट ने निंजा सर्विस सेंटर खोलने का निर्णय लिया है।



केएस भाटिया के अनुसार देश में बड़े ब्रांड अभी डिस्ट्रीब्यूटर के साथ काम कर रहे हैं, लेकिन मांग के चलते जल्द ही उन्हे बी2बी मॉडल को अपनाना होगा। भविष्य में डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन ही सफल हो पाएगा और इसे बी2बी मॉडल से संभव किया जा सकता है।


इस संबंध में बात करते हुए केएस भाटिया कहते हैं,

“अनुमान के अनुसार अगले तीन-चार सालों में बाज़ार में डिस्ट्रीब्यूटर और अन्य बिचौलियों की संख्या में तेज़ी से कमी आएगी।”

आंकड़ों के बारे में बात करते हुए भाटिया बताते हैं कि साल 2019 में बाज़ार 3 प्रतिशत ई-कॉमर्स, 12 प्रतिशत मॉडर्न रिटेल और 85 प्रतिशत ऑफलाइन पर आधारित है, लेकिन यही आंकड़ा साल 2030 तक 30 प्रतिशत ई-कॉमर्स, 50 प्रतिशत मॉडर्न रिटेल और 20 प्रतिशत ऑफलाइन पर आधारित होगा।


इस बदलते बाज़ार के बारे में बात करते हुए भाटिया कहते हैं,

“आज लोग मंदी के बारे में बात कर रहे हैं, वो असल में मंदी नहीं है, बल्कि व्यापार का तरीका बदलने के चलते ऐसा नज़र आ रहा है।”

केएस भाटिया के अनुसार ई-कॉमर्स 2.0 को सफल बनाने के लिए मॉडर्न रिटेल में भी अपने कदम आगे बढ़ाने होंगे। हालांकि इसकी शुरुआत फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसी कई बड़ी कंपनियों ने कर भी दी है, ये कंपनियाँ अब अपने फिजिकल स्टोर भी खोल रही हैं।

आगे बढ़ रही है यात्रा

ई-कॉमर्स 2.0 को लेकर आगे बढ़ते हुए सामने आने वाली समस्याओं के बारे में बात करते हुए केएस भाटिया ने कई पहलुओं का जिक्र किया। उनके अनुसार देश में युवाओं में प्रतिभा और स्किल को लेकर आधिक काम करने की जरूरत है। इसके साथ ही इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म्स की कमी और लॉजिस्टिक का व्यवस्थित न होना भी बड़ी समस्या है।




कंपनी के संबंध में बात करते हुए केएस भाटिया कहते हैं,

“हम क्लस्टर तरीके से हाईपर लोकल स्तर पर काम करते हैं। हमारा लॉजिस्टिक क्षेत्र के हिसाब से विकसित होता है। हम किसी क्षेत्र में आगे बढ़ने से पहले अपने लॉजिस्टिक को विकसित करते हैं, जिससे हम अपने ऑपरेशन सुचारु रूप से चला पाते हैं।”

युवाओं के लिए मौकों के बारे में बात करते हुए केएस भाटिया कहते हैं,

“ऐसा नहीं है कि देश में नौकरियों की कमी है, लेकिन स्किल न होने चलते हमारे युवा आज भटक रहे हैं। आज सभी उद्यमी कुशल युवाओं की तलाश में हैं, लेकिन उन्हे ऐसे युवा नहीं मिल रहे हैं।”

सरकारों के साथ किए अनुबंध

पंपकार्ट को सरकारों से भी खासा सहयोग मिल रहा है। हाल ही में पंपकार्ट ने पंजाब और हिमाचल सरकार के साथ करार किया है।


इस बारे में केएस भाटिया कहते हैं,

“हमने पंजाब सरकार और हिमाचल सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत इन राज्यों के एमएसएमई को हम अपने प्लेटफॉर्म पर ऑन-बोर्ड कर रहे हैं।”

पंपकार्ट और हिमाचल सरकार के बीच हुए अनुबंध के अनुसार प्रदेश में 200 करोड़ के निवेश के साथ 10 हज़ार नौकरियों का सृजन किया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के हर शहर में 10 से अधिक सर्विस सेंटर खोले जाएंगे, जिससे बड़ी संख्या में नौकरियाँ सामने आएंगी। पंजाब और हरियाणा में भी इसी मॉडल को लागू किया जाएगा। फिलहाल पंपकार्ट काफी बड़े स्तर पर रिपेयर के बाज़ार पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है।


इस संबंध में बात करते हुए केएस भाटिया कहते हैं,

"छोटे शहरों में रिपेयर सेंटर न होने के चलते लोगों को ख़ासी परेशानी का सामना करना पड़ता है, हम यह समस्या ख़त्म करने जा रहे हैं।"