शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट, BSE सेंसेक्स करीब 879 अंक लुढ़का, निफ्टी 245 अंक टूटा
घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को बड़ी गिरावट आई और BSE सेंसेक्स करीब 879 अंक लुढ़क गया. अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में वृद्धि तथा आक्रामक रुख के साथ वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच दोनों मानक सूचकांक नुकसान में रहे.
30 शेयरों पर आधारित BSE सेंसेक्स 878.88 अंक यानी 1.40 फीसदी का गोता लगाकर 61,799.03 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, एक समय यह 962.3 अंक तक लुढ़क गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 245.40 अंक यानी 1.32 फीसदी टूटकर 18,414.90 अंक पर बंद हुआ.
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, "फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख ने बाजार को चौंकाया है क्योंकि निवेशक महंगाई का आंकड़ा उम्मीद से बेहतर रहने से उदार रुख की उम्मीद कर रहे थे. फेडरल रिजर्व के बयान के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से घरेलू बाजार में आईटी शेयरों में बिकवाली ने निराशा का माहौल पैदा किया."
बाजार को अब बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के फैसलों की प्रतीक्षा है. ये दोनों भी नीतिगत दर आधा फीसदी बढ़ा सकते हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के अनुरूप प्रमुख नीतिगत दर में 0.50 फीसदी की वृद्धि की और साथ में यह भी संकेत दिया कि महंगाई को काबू में लाने के लिये आने वाले दिनों में ब्याज दर में और वृद्धि की जा सकती है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को बढ़ाकर 4.25-4.50 फीसदी कर दिया है. यह 15 साल का उच्चस्तर है.
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, टाइटन, इन्फोसिस, एचडीएफसी, आईटीसी, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे.
केवल दो शेयर एनटीपीसी और सन फार्मा लाभ में रहे.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था. अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को नुकसान में रहे थे. इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.77 फीसदी घटकर 82.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने 372.16 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा (Dollar) के मुकाबले रुपया (Rupee) गुरुवार को 27 पैसे की गिरावट के साथ 82.76 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान रुपये ने 82.41 के उच्चस्तर और 82.77 के निचले स्तर को छुआ. इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.49 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि के साथ उसके आक्रामक रुख के कारण निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित होने से रुपये की धारणा प्रभावित हुई. बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली और डॉलर के मजबूत होने से भी रुपया प्रभावित हुआ.
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 फीसदी बढ़कर 104.35 हो गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.76 फीसदी घटकर 76.54 डॉलर प्रति बैरल रह गया.