कभी कॉल सेंटर में काम करते थे Nithin Kamath, जानें कैसे बनाई 1 करोड़ ग्राहकों वाली कंपनी Zerodha
नितिन कामत बचपन से ही शेयरों में दिलचस्पी रखते थे. वह बचपन में अपनी मां के ऑफलाइन ट्रेडिंग अकाउंट को इस्तेमाल करते थे. 2010 में उन्होंने जीरोधा की शुरुआत की. 12 सालों में कंपनी ने 1 करोड़ ग्राहक जुटा लिए हैं.
ब्रोकरेज फर्म
के फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है. उन्होंने जीरोधा की शुरुआत तो 2010 में की, लेकिन इसकी नींव करीब एक दशक पहले से ही पड़ने लगी थी. उनके आस-पास मारवाड़ी माहौल होने की वजह से उन्होंने 90 के दशक में ही शेयर बाजार में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी थी. वह अपनी मां के ऑफलाइन ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे भी निवेश करने लगे थे.कॉल सेंटर में किया काम, एडवाइजरी बिजनस भी किया...
काफी कम उम्र में ही उन्होंने शेयर बाजार को काफी अच्छे से समझना शुरू कर दिया था, जिसका नतीजा ये हुआ कि उन्हें बाजार की अच्छी जानकारी हो गई. अपने शुरुआती दिनों में नितिन कामत ने कॉल सेंटर में भी काम किया था. 2005 में उन्होंने अपना एक एडवाइजरी बिजनस शुरू किया. साथ ही उन्होंने याहू मैसेंजर और उस वक्त के लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ऑर्कुट पर कुछ ग्रुप बनाए, जिनमें वह अपनी जानकारी और इनसाइट शेयर करते थे.
नितिन कामत को मिला एक शानदार मौका, जिससे वो नहीं चूके
कुछ ही समय बाद एनएसई ने फ्री ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जिसके बाद नितिन कामत को जीरोधा शुरू करने का आइडिया आया. बेंगलुरु मुख्यालय वाली इस कंपनी Zerodha की स्थापना नितिन कामथ ने अपने भाई निखिल कामथ के साथ मिलकर साल 2010 में की थी. अपने इस प्लेटफॉर्म की मदद से वह दो दिक्कतों से निपटने की कोशिश कर रहे थे. पहली ये कि वह ट्रेडिंग की कॉस्ट को एक्टिव ट्रेडर्स के लिए कम करना चाहते थे. वहीं दूसरी ओर कि वह पैसों के बिजनस में पारदर्शिता लाना चाहते थे. नितिन कहते हैं कि पैसों के बिजनस में अधिकतर लोग अपने काम के तरीके को खुलकर बताना नहीं चाहते हैं. ग्राहकों की संख्या के अनुसार Zerodha फिलहाल देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज़ फर्म मानी जा रही है.
यूं तेजी से बढ़ता गया बिजनस, आज हैं 1 करोड़ ग्राहक
जीरोधा को करीब 6 साल लगे और 2016 में उसके पास 70 हजार ग्राहक हो गए. अगले चार सालों में उनके पास ग्राहकों की संख्या 20 लाख हो गई. वहीं पिछले दो सालों में कंपनी ने रेकॉर्ड तोड़ तेजी हासिल की है. 2022 तक उनके पास ग्राहकों की संख्या का आंकड़ा 1 करोड़ को पार कर गया है. इसके ग्राहकों की संख्या में सबसे बड़ी तेजी आई दिसंबर 2015 के बाद, जब कंपनी ने जीरो ब्रोकरेज इक्विटी इन्वेस्टिंग की शुरुआत की. नितिन कहते हैं कि कंपनी की इक्विटी इन्वेस्टर्स से वैसे भी कोई कमाई नहीं होती थी, तो उन्होंने जीरो ब्रोकरेज सुविधा लाने का ही फैसला कर लिया. उस एक फैसले ने जीरोधा की चाल को तेज कर दिया.
जीरोधा को सफल बनाने की ये है रणनीति
नितिन कामत कहते हैं कि जीरोधा का सिर्फ एक ही मंत्र रहा है कि अपने मौजूदा ग्राहकों को बेस्ट एक्सपीरियंस दो और उनका भरोसा जीतो. इससे वह बहुत अच्छा महसूस करेंगे और कंपनी के बारे में अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को भी बताएंगे. वह कहते हैं कि जीरोधा में अभी करीब 1 करोड़ ग्राहक हैं, लेकिन कंपनी ने आज तक एक भी विज्ञापन नहीं दिया है. वह कहते हैं हर कोई माउथ पब्लिसिटी से ही आ रहा है. नितिन के अनुसार यह सिर्फ इसलिए मुमकिन हुआ है, क्योंकि आपके ग्राहक चाहते हैं कि आप उन्हें बेहतर सुविधाएं दें.
'लकड़ी काटने जाने से पहले कुल्हाड़ी में धार लगाएं'
जीरोधा की अब तक की इस यात्रा को याद करते हुए नितिन कामत कहते हैं कि वह सही समय पर सही जगह थे. उन्होंने कभी इस बात को लेकर दुख नहीं जताया कि उन्होंने भारी मार्केटिंग नहीं की या फिर ढेर सारा फंड नहीं जुटाया. वह नई पीढ़ी की आंत्रप्रेन्योर्स को कहते हैं कि लकड़ी काटने जाने से पहले अपनी कुल्हाड़ी में धार लगाएं. यानी कोई भी बिजनस खड़ा करने से पहले उसे जानें, समझें और उसकी अच्छे से स्टडी करें. जब सब समझ आ जाए तो उसे बिजनस बना लें.