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बराबरी का संदेश देने के लिए श्रीनगर से कन्याकुमारी तक दौड़ लगा रहीं सूफिया

बराबरी का संदेश देने के लिए श्रीनगर से कन्याकुमारी तक दौड़ लगा रहीं सूफिया

Friday April 26, 2019 , 2 min Read

सूफिया (तस्वीर साभार- ब्रिज)

आप एक दिन में कितनी दूर तक दौड़ सकते हैं? हममें से अधिकतर लोग मुश्किल से 5 किलोमीटर भी नहीं दौड़ पाएंगे। लेकिन सूफिया की कहानी सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। अल्ट्रारनर सूफिया श्रीनगर से कन्याकुमारी तक का 4,000 किलोमीटर लंबे सफर पर निकली हैं। राजस्थान के अजमेर की रहने वाली सूफिया हर रोज 50 किलोमीटर का सफर तय कर रही हैं। वे तीन महीने में अपने मिशन को पूरा कर लेंगी।


आप सोच रहे होंगे कि सूफिया रोजाना इतनी लंबी दूरी क्यों तय कर रही हैं। सूफिया कहती हैं कि वे HOPE मिशन पर निकली हैं, जिसका मतलब वे अपने शब्दों में बताती हैं- Humanity (मानवता) , Oneness (एकता), Peace (शांति), और Equality यानी बराबरी। अपने इस सफर पर सूफिया लोगों से बातें करते हुए जागरूकता फैलाएंगी और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर भी बात करेंगी।


जब उनसे पूछा गया कि उसके भागने के पीछे क्या प्रेरणा थी, तो सूफिया ने कहा, 'मेरा मानना है कि यह हमारी मान्यताओं ओर भावनाओं को लोगों के साथ साझा करने का सबसे अच्छा तरीका है। नई जगहों का पता लगाने, नए चेहरों तक पहुंचने, दुनिया को करीब से देखने की प्रेरणा भी मुझे प्रेरित करती है। किसी मुद्दे के लिए दौड़ना इसे और अधिक प्रभावशाली बनाता है। इससे हम समाज में उन सार्थक बदलावों को फैला सकते हैं जिन्हें हम बदलते हुए देखना चाहते हैं।


सूफिया ने दो साल पहले 2017 में दौड़ना शुरू किया था। उनके मंगेतर विकास एक साइकिलिस्ट हैं जिन्होंने सूफिया को दौड़ने के लिए प्रेरित किया। बाद में 2018 में उन्होंने भारतीय स्वर्ण त्रिभुज (दिल्ली, आगरा और जयपुर के बीच का मार्ग) को पैदल नापा। और सबसे चेज पैदल चलने वाली महिला होने का खिताब जीता। सूफिया ने 16 दिनों में 720 किमी की कुल दूरी तय की।


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