Tata Steel Share Price: मुनाफा घटने पर भी रॉकेट हुई टाटा स्टील, एक के बदले मिल रहे 10 शेयर, खरीदें या नहीं?
इस साल की पहली तिमाही में टाटा स्टील का मुनाफा घटने के बावजूद कंपनी के शेयर रॉकेट हो गए हैं. दरअसल, कंपनी ने 1 शेयर के बदले 10 शेयर देने का ऐलान किया है. जानिए इसके क्या मायने हैं.
कहते हैं टाटा का नाम ही काफी है. टाटा के प्रोडक्ट हों या टाटा ग्रुप की किसी कंपनी के शेयर, लोग सिर्फ टाटा के नाम पर ही पैसा लगाने को तैयार रहते हैं. टाटा एक तरह से भरोसे का ही दूसरा नाम है. इन दिनों तो
के शेयरों पर लोग टूट पड़े हैं, जिसके चलते वह तेजी से ऊपर भागता (Tata Steel Share Price) जा रहा है. इसकी वजह ही टाटा स्टील की तरफ से की गई स्टॉक स्प्लिट करने की घोषणा. टाटा स्टील ने फैसला किया है कि वह हर शेयर के बदले 10 शेयर (Tata Steel Stock Split) देगी. स्टॉक स्प्लिट के लिए 29 जुलाई रेकॉर्ड डेट (Tata Steel Stock Split Recrod Date) तय की गई है. आइए समझते हैं क्या होता है स्टॉक स्प्लिट (What is Stock Split) और अब आपको कंपनी के शेयर खरीदने चाहिए (Investment in Tata Steel) या नहीं.स्टॉक स्प्लिट की खबर से शेयर हुए रॉकेट
टाटा स्टील के बोर्ड ने 3 मई को स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. स्टॉक स्प्लिट के पीछे कंपनी का मकसद लिक्विडिटी को बढ़ाना है. कंपनी ने इसकी रेकॉर्ड डेट 29 जुलाई तय की थी, इसलिए पिछले कुछ दिनों से शेयर में बहुत ही शानदार तेजी देखी जा रही है. रेकॉर्ड डेट के दिन यानी आज 29 जुलाई को भी शेयर बाजार खुलने के सिर्फ 1 ही घंटे में इसके शेयर ने 8 फीसदी से भी ज्यादा की तेजी दर्ज कर ली. अभी शेयर 109 रुपये के करीब पहुंच गया है. हालांकि, 3 मई को जब इस प्रस्ताव के मंजूरी मिली थी, उस वक्त शेयर 129 रुपये के करीब था. उसके बाद शेयर जुलाई के पहले हफ्ते तक गिरावट दिखाता रहा और करीब 85 रुपये के स्तर से इसने फिर से तेजी पकड़ी है.
स्टॉक स्प्लिट का मतलब है एक शेयर को कई शेयरों में बांट देना. इससे शेयर किफायती बन जाते हैं और पहले की तुलना में अधिक लोग शेयरों में निवेश कर पाते हैं. जैसे 100 रुपये के शेयर को 1:10 के अनुपात में बांटें तो एक शेयर 10 रुपये का हो जाएगा, जिससे अधिक लोग शेयरों में निवेश कर पाएंगे.
पहली तिमाही में कंपनी को हुआ नुकसान
इसी हफ्ते टाटा स्टील ने इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून के नतीजे जारी किए हैं. अगर इस पर नजर डालें तो कंपनी के मुनाफे में करीब 21 फीसदी की गिरावट आई है. कंपनी का मुनाफा कम होकर 7714 करोड़ रुपये रह गया है. इससे पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 9,768 रुपये रहा था. कंपनी ने अपने मुनाफे में गिरावट के लिए खर्चों में हुए इजाफे को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, नतीजे आने के बाद शेयरों में गिरावट नहीं आई, बल्कि स्टॉक स्प्लिट की खबर के चलते शेयर रॉकेट हो गए.
सवाल ये है कि अब शेयर खरीदें या नहीं!
बाजार के जानकारों की मानें तो स्टॉक स्प्लिट के असर से इसमें तेजी दिखेगी. हालांकि, यूरोपियन मार्केट में स्टील की कीमतें भी एक अहम रोल अदा करेंगी. अगर स्टील महंगा होता है तो कंपनी का मार्जिन घटेगा, जिसका सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर दिखेगा और उसके चलते शेयरों पर दबाव बन जाएगा. कई जानकार मानते हैं कि इस शेयर को गिरावट आने पर खरीदना चाहिए. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले 3-5 महीनों में यह 25-40 फीसदी तक चढ़ सकता है. टाटा स्टील के शेयरों में तेजी की एक बड़ी वजह यह भी रह सकती है कि ऑटो सेक्टर में डिमांड काफी अधिक बढ़ चुकी है, जिसका असर टाटा स्टील पर दिखेगा.
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई राय लेखक का निजी विचार है, शेयरों में निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)