यस बैंक और अनिल अंबानी के रिलायंस जैसा बर्ताव कर रहा है Zomato, नितिन कामत ने दिखाया टेंशन देने वाला ट्रेंड
जीरोधा के फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने जोमैटो के शेयरों का एक ऐसा बर्ताव उजागर किया है, जो टेंशन देने वाला है. निवेश करने से पहले कुछ टिप्स ध्यान रखें.
घरेलू और वैश्विक वजहों से गुरुवार को सेंसेक्स 1041.47 अंकों (Sensex) की बढ़त के साथ करीब 3 महीने के उच्च स्तर 56857.79 पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी (Nifty) की बात करें तो यह इंडेक्स 287.80 अंक चढ़कर 16929.60 पर बंद हुआ है. आज
का शेयर थोड़ा मजबूत हुआ है और 45.70 रुपये (Zomato Share Price) के स्तर पर बंद हुआ है. जोमैटो का शेयर इन दिनों हॉट टॉपिक बना हुआ है. इसकी वजह है उसकी तेजी से गिरती कीमत. एक बड़ी गिरावट इस हफ्ते की शुरुआत में ही आई थी, क्योंकि 23 जुलाई को कंपनी के प्री-आईपीओ शेयरों का लॉक-इन पीरियड खत्म हुआ था. जोमैटो का शेयर अपने उच्चतम स्तर से करीब 70 फीसदी तक गिर चुका है. ऐसे में बहुत सारे लोग सोच रहे हैं कि इसे खरीदना चाहिए और लोगों ने इसे खरीदना शुरू भी कर दिया है. इसी बीच ब्रोकिंग फर्म जीरोधा के फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने लिंक्डइन पर जोमैटो के शेयरों का एक ऐसा बर्ताव उजागर किया है, जो टेंशन में डालने वाला है.जब-जब शेयर गिरता है, लोग जमकर करते हैं खरीदारी
जोमैटो के शेयरों का एक चार्ट नितिन कामत ने शेयर किया है. इस चार्ट में दिखाया गया है कि जब-जब जोमैटो के शेयर में गिरावट आती है, तो इसके शेयरों में पैसा लगाने वाले या यूं कहें कि इसके निवेशकों की संख्या उम्मीद से भी ज्यादा तेजी से बढ़ने लगती है. नितिन कामत के अनुसार ऐसा ही ट्रेंड यस बैंक और रिलायंस अनिल धीरूबाई अंबानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों के साथ भी देखने को मिला था. अब वैसा ही ट्रेंड जोमैटो के साथ दिख रहा है. अब सवाल ये उठता है कि क्या जोमैटो का हाल भी यस बैंक जैसा हो जाएगा?
नितिन कामत ने दिए शेयरों में निवेश के टिप्स
कहते हैं जब कोई जानकार कुछ कहता है तो उसे ध्यान से सुनना चाहिए और अमल करने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए. नितिन कामत जीरोधा के फाउंडर और सीईओ हैं, तो उनकी बात पर थोड़ा गौर तो जरूर कीजिए. आइए जानते हैं उन्होंने शेयरों में पैसे लगाने के क्या दिए हैं टिप्स.
सस्ता शेयर हमेशा मुनाफे का सौदा नहीं होता
जब शेयर गिरता है तो लोग समझते हैं वह सस्ता हुआ है और ऐसे में उस शेयर को खरीदा जा सकता है. कामत कहते हैं कि ऐसा नहीं करना चाहिए. उन शेयरों को खरीदना चाहिए जो अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं और उन्हें बेचना चाहिए जो खराब परफॉर्म कर रहे हैं. कई बार गिरते-गिरते शेयर बहुत ज्यादा गिर जाता है और दोबारा ऊपर नहीं चढ़ता है.
एवरेज करने के चक्कर में कभी ना पड़ें
शेयर बाजार में पैसा करने वालों के लिए यह आम बात है कि जब उनका निवेश किया हुआ शेयर गिरता है तो वह उसे एवरेज करने के लिए और शेयर खरीदते हैं. नितिन कामत का मानना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. दरअसल, जब ऐसे शेयर गिरते हैं तो फिर वह तेजी से गिरते ही चले जाते हैं, जैसा रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनियों और यस बैंक के शेयरों के साथ हुआ. आपको बता दें कि ऐसे शेयरों निवेश करने से बचना ही सही है.
टेक्निकल और फंडामेंटल्स को एक साथ अच्छे से देखें
नितिन कामत कहते हैं कि किसी भी शेयर के टेक्निकल और फंडामेंटल्स को अच्छे से देखना चाहिए. वह कहते हैं कि जो शेयर आपको 100 रुपये में सस्ता लगता है, फंडामेंटल वजहों से वह आपको 50 रुपये पर सस्ता लग सकता है. वहीं अगर टेक्निकल चार्ट दिखा रहा है कि उस शेयर में कोई डाउनट्रेंड हैं तो यह एक इशारा है कि उस शेयर को ना खरीदें या कम से कम खरीदें.
निवेश में डायवर्सिफिकेशन है जरूरी
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि इसमें निवेश करते वक्त डायवर्सिफिकेशन जरूरी है. हम एक ऐसी दुनिया में जहां सब कुछ हमेशा एक जैसा नहीं रहता. किसी भी कंपनी के साथ कुछ दिक्कत हो सकती है और उसे भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. किसी भी एक स्टॉक या सेक्टर के 10-20 फीसदी शेयर ही रखें.