सिद्धार्थ शर्मा होंगे Tata Trust के नए CEO, पहली बार COO भी नियुक्त; जानें किसको मिली जिम्मेदारी
टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टीज की ओर से सीईओ बनाए गए सिद्धार्थ शर्मा एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी हैं. वहीं अपर्णा उप्पलुरी फोर्ड फाउंडेशन में भारत, नेपाल और श्रीलंका की प्रोग्राम डायरेक्टर हैं. उन्होंने 2018 में फोर्ड फाउंडेशन को जॉइन किया था.
टाटा संस के CSO सिद्धार्थ शर्मा को टाटा ट्रस्ट का नया CEO नियुक्त किया गया है. मंगलवार को ट्रस्ट की तरफ से एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई. शर्मा की नियुक्ति एक अप्रैल 2023 से प्रभावी होगी.
ट्रस्टीज ने फोर्ड फाउंडेशन से जुड़ीं अपर्णा उप्पलुरी को ट्रस्ट का सीओओ बनाया है. ट्रस्ट में पहली बार सीओओ का पद बनाया गया है.
टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टीज की ओर से सीईओ बनाए गए सिद्धार्थ शर्मा एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी हैं. टाटा ट्रस्ट की समूह की प्रतिनिधि कंपनी टाटा संस में 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है. अभी तक इस ट्रस्ट के सीईओ एन श्रीनाथ थे, जो 2022 के आखिर में रिटायर हो गए थे.
उनके रिटायर होने के बाद से टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी नए सीईओ की तलाश में थे. ट्रस्ट ने सीईओ की तलाश के लिए एग्जिक्यूटिव सर्च फर्म इगॉन जेंडर को हायर भी किया था. ट्रस्ट के अंदर भी सीईओ की तलाश जारी थी.
सिविल सर्वेंट रहे शर्मा लगभग दो दशक से सरकारी सेवा में थे. उन्होंने वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और शहरी विकास सहित प्रमुख मंत्रालयों और सरकारी विभागों में सेवा की और भारत में पेंशन सुधार की अवधारणा और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वह देश के 13वें और 14वें राष्ट्रपतियों के फाइनेंशियल एडवाइजर के रूप में काम कर चुके हैं. ग्रुप सीएसओ के रूप में वह ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) पहलों की निगरानी के लिए जिम्मेदार हैं और उस क्षमता में टाटा सस्टेनेबिलिटी ग्रुप के प्रमुख हैं और टाटा ग्रुप सस्टेनेबिलिटी काउंसिल के अध्यक्ष हैं. सिद्धार्थ शर्मा को उनकी कार्यशैली के लिए काफी जाना जाता है.
इसके अलावा टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टीज ने फोर्ड फाउंडेशन से जुड़ीं अपर्णा उप्पलुरी को कंपनी का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नियुक्त किया है. उप्पलुरी फोर्ड फाउंडेशन में भारत, नेपाल और श्रीलंका की प्रोग्राम डायरेक्टर हैं. उन्होंने 2018 में फोर्ड फाउंडेशन को जॉइन किया था.
उप्पलुरी को फिलैंथ्रॉपी, पबल्कि हेल्थ, महिला अधिकार के क्षेत्र में प्रोग्राम डिवेलपमेंट और स्ट्रैटजिक प्लानिंग का अच्छा खासा अनुभव है. उनके पास लीडरशिप और मैनेजमेंट में 20 साल से अधिक का अनुभव है.
टाटा ट्रस्ट्स देश के सबसे पुराने चैरिटेबल फाउंडेशंस में से एक है. इसकी स्थापना 1892 में टाटा ग्रुप के फाउंडर जमशेदजी टाटा ने किया था.
टाटा ट्रस्ट्स 100 साल से भी अधिक समय से समाज के पिछड़े वर्गों के बीच काम कर रहा है. देश के पहले कैंसर केयर हॉस्पिटल की स्थापना इसी ट्रस्ट ने की थी. साथ ही इसने कई प्रमुख संस्थानों को भी सपोर्ट किया है.
इनमें आईआईटी बॉम्बे में टाटा सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (IISc), टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS), टाटा मेमोरियल सेंटर और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) शामिल है.
Edited by Upasana