भारत को न्यू एनर्जी, AI में नंबर वन बनने का लक्ष्य रखना चाहिए: भाविश अग्रवाल
YourStory के फ्लैगशिप इवेंट — TechSparks 2024 — में Ola Electric, Krutrim के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के बढ़ते साझा भारतीय सपने के बारे में बात की.
Nikhil Patwardhan
Friday October 11, 2024 , 4 min Read
ओला इलेक्ट्रिक (
) के फाउंडर भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के साझा भारतीय सपने पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत को न्यू एनर्जी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) सेक्टर में विश्व का नेतृत्व करना चाहिए.YourStory के फ्लैगशिप इवेंट — TechSparks 2024 — के मंच पर YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ हुई बातचीत में, अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत क्षमता और ऊर्जा से भरपूर है, और AI, स्पेस, बायो साइंस और न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर में विकास देख रहा है.
भाविश [अग्रवाल] ने कहा, “हमें दो चीजों में दुनिया में नंबर वन बनना है. न्यू एनर्जी में और AI में.”
भारत में AI के विकास पर बोलते हुए, अग्रवाल ने स्वदेशी डिजिटल प्रोडक्ट्स की कमी की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा, “हम दूसरे लोगों के सर्च इंजन, दूसरे लोगों के सोशल मीडिया और दूसरे लोगों के चिप्स का इस्तेमाल करते हैं. हम दूसरे लोगों की AI का इस्तेमाल करते हैं.” उन्होंने डिजिटल इकोसिस्टम में देश के नेतृत्व को साबित करने के लिए भारतीय प्रोडक्ट बनाने के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश की दीर्घकालिक प्रगति के लिए भारत को अपने AI भविष्य पर नियंत्रण रखने की जरूरत है. जबकि भारत डिजिटल दुनिया में काफी ताकत रखता है, अग्रवाल ने कहा कि इन क्षमताओं का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, “भारत डिजिटल डेटा का सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है. दुनिया का 20% डिजिटल डेटा भारत में प्रोड्यूस होता है. लेकिन इसे भारत में स्टोर नहीं किया जाता है.”
जुलाई में अग्रवाल ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी भारत को 2047 तक 50 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर ले जा सकती हैं.
अगस्त में ओला के Krutrim ने 2026 तक देश की पहली AI सिलिकॉन चिप्स को डिजाइन और तैयार करने की अपनी योजना की घोषणा की. इन चिप्स को जटिल AI कार्यों और कार्यभार को मैनेज करने के लिए तैयार किया जाएगा, जिसमें शुरुआती लाइनअप में AI के लिए Bodhi 1 और 2, जनरल कंप्यूटिंग के लिए Sarv और एज (edge) कंप्यूटिंग के लिए Ojas शामिल हैं.
कंपनी का लक्ष्य 2028 तक Bodhi 2 को रिलीज करना है, जो 10 ट्रिलियन से अधिक पैरामीटर को संभालने में सक्षम होगा और सुपरकंप्यूटिंग को आगे बढ़ाने के लिए स्केलेबल होगा.
भारत कैसे बन सकता है ओपन इनोवेशन में अग्रणी? भाविश ने बताया
ओला ग्रुप के को-फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल ने पाया कि प्रोटोकॉल तैयार करने के मामले में अमेरिकी और भारतीय सोच में फर्क है. जबकि अमेरिकी सोच हर टेक कंपनी को अपना प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए कहती है, भारत ग्रामीण जनता तक टेक्नोलॉजी ले जाने के लिए खुले मानकों में विश्वास करता है.
भाविश अग्रवाल ने कहा, “अमेरिका में टेक्नोलॉजी के मायने पूरी तरह से पूंजीवादी है, जबकि भारत में टेक्नोलॉजी सामाजिक लाभों पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है. इसलिए, भारत के पास ओपन प्रोटोकॉल में इनोवेशन की अगुआई करने का अवसर है.”
उन्होंने कहा, “भारत के पास ओपन इनोवेशन में दुनिया का लीडर बनने का अवसर है. हमने DPI (डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर) में नंदन (नीलेकणी) जैसे दूरदर्शी लोगों की बदौलत नेतृत्व किया है... हमें टेक्नोलॉजी की दुनिया में ओपन प्रोटोकॉल की आवश्यकता है.”
इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणी ने भारत के DPI की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई, जिसमें डिजिटल पहचान के लिए आधार, पेमेंट इंटरफ़ेस के रूप में UPI और Finternet शामिल हैं.
अग्रवाल, जोकि एक सीरियल ऑन्त्रप्रेन्योर हैं, जिन्होंने 2023 में AI कंपनी कृत्रिम (Krutrim) की भी स्थापना की, पश्चिमी तकनीकी दिग्गजों के प्रभुत्व की आलोचना में मुखर रहे हैं. जुलाई में, अग्रवाल ने भारत में Google Maps के प्रभुत्व को चुनौती देने के लिए Krutrim के तहत Ola Maps लॉन्च किया.
उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया DPI-बेस्ड प्रोटोकॉल क्यों नहीं हो सकता? ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि सोशल मीडिया का इनोवेशन पश्चिम में था जहां व्यापारिक हित ने ओपन-सोर्स आंदोलन को पीछे छोड़ दिया. भारत इसका नेतृत्व कर सकता है क्योंकि AI हमें अवसर देगा.”
भाविश अग्रवाल, जिन्होंने एक दशक से अधिक समय पहले राइड-हेलिंग प्लेटफ़ॉर्म Ola Cabs (ANI Technologies) के साथ अपने ऑन्त्रप्रेन्योरशिप के सफ़र का आग़ाज़ किया था, भारत के सबसे प्रभावशाली ऑन्त्रप्रेन्योर्स में से एक के रूप में उभरे हैं. वे तीन अरब (बिलियन) डॉलर वैल्यूएशन वाली कंपनियों की स्थापना करने वाले चुनिंदा लोगों में से हैं. इस साल अगस्त में, ओला इलेक्ट्रिक 4 बिलियन डॉलर से अधिक की वैल्यूएशन के साथ सार्वजनिक हुई.
अग्रवाल ने स्टार्टअप इकोसिस्टम से भारतीय उद्यमियों को अधिक मान्यता देने का भी आह्वान किया.
उन्होंने कहा, “हम पश्चिमी उद्यमियों की सराहना करते हैं. हम भारतीय उद्यमियों की सफलता का जश्न क्यों नहीं मनाते? हमारे पास बहुत सारी अच्छी चीजें हैं. हमें फिर से जुड़ने की जरूरत है.”
(Translated by: रविकांत पारीक)