[TechSparks 2021] बायजू रवींद्रन बोले, वापस आ रहा है शिक्षकों का ‘स्वर्ण युग’
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि बेंगलुरू स्थित इंडियन एजुकेशन टेक्नालजी या एडटेक डेकाकॉर्न (10 बिलियन से अधिक मूल्य वाले स्टार्टअप)
ने भारत के युवाओं की क्षमता का भरपूर इस्तेमाल होने में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है और इसके चलते आज युवा कहीं से भी अपने क्लासरूम तक तक पहुंच बनाने में सक्षम हो गए हैं।यह महत्वपूर्ण है कि भारत एक युवा प्रधान देश है, लेकिन लंबे समय तक भारत के युवाओं का एक बड़ा हिस्सा मौकों से दूर रहा है। हालांकि आज BYJU'S परिवार में 12,000 से अधिक ऐसी महिला शिक्षक हैं जो इसके पहले शिक्षक बनने के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक बाधाओं को पार नहीं कर सकती थीं।
भारत भर के शिक्षकों की क्षमता को अनलॉक करने, उनकी कमाई की क्षमता में तेजी लाने और कम आय वाले शिक्षक वाले तथ्य को बदलने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि BYJU'S ने शिक्षकों के "स्वर्ण युग" की शुरुआत की है।
YourStory की फ्लैगशिप इवेंट और भारत की सबसे बड़ी स्टार्टअप-टेक समिट TechSparks 2021 के पहले दिन भारतीय एडटेक स्पेस में सबसे आगे और BYJU’S के सीईओ बायजू रवींद्रन ने शिक्षकों के स्वर्ण युग के बारे में बात की।
खुद गणित के शिक्षक रहे और कभी CAT परीक्षा के लिए अपने दोस्तों को कोचिंग देने वाले बायजू ने इस दौरान कहा, “मैं हमेशा कहता हूं कि शिक्षकों का स्वर्ण युग वापस आ रहा है।”
"शिक्षकों ने हमेशा हमारे भविष्य को आकार देने और देश के भविष्य को आकार देने में एक अभिन्न भूमिका निभाई है। फिर भी अधिकांश बार इसकी सराहना नहीं की गई है। शिक्षक खुद अपने जरिये छात्रों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम आंकते हैं। शिक्षकों की कमाई क्षमता को बढ़ाने में टेक्नालजी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज पूरी दुनिया ही एक क्लासरूम बन गई है।"
बायजू ने YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा से बात करते हुए कहा, "कोई भी शिक्षक बन सकता है, आप जो कुछ भी चाहते हैं उसे पढ़ा सकते हैं, चाहे वह गणित, विज्ञान, या यहां तक कि कुछ ऐसा हो जिसके बारे में आप बहुत पैशनेट हैं। आप बस ऑनलाइन जाकर पढ़ाना शुरू कर सकते हैं और आप हमेशा यहाँ छात्र ढूंढ सकते हैं।"
भारत में हालांकि शिक्षकों ने हमेशा संस्कृति से जुड़ी जिम्मेदारियाँ संभाली हैं लेकिन इसमें यह जरूरी नहीं कि उन्हें आर्थिक रूप से भी लाभ मिला हो, हालांकि अब डिजिटल बदलाव के साथ यह संभव हो पा रहा है। भारत में शिक्षक भले ही कितने काबिल हों लेकिन उन्हें वित्तीय लाभ मिलने की जगह संत के रूप में देखा जाने लगता है।
बातचीत में आगे बढ़ते हुए YourStory की श्रद्धा शर्मा ने तुरंत ही पौराणिक कथाओं से सर्वव्यापी शिक्षक पात्रों- ऋषि वशिष्ठ और गुरु द्रोणाचार्य का क्रमशः महाकाव्य रामायण और महाभारत से जिक्र किया, हालांकि ये शिक्षक भी भौतिक (धन) लाभ से दूर ही रहे।
श्रद्धा ने कहा, “लेकिन जब धन की बात आती है तो आप जानते हैं कि इसे नीची दृष्टि से देखा जाता था और यही आज बदल गया है। इसे मैं इसे बातचीत में लाना चाहती हूं क्योंकि मुझे लगता है कि आपने उस बदलाव को आकार देने में एक अभूतपूर्व भूमिका निभाई है, जहां शिक्षक आज पैसा कमा रहे हैं।”
वास्तव में, पेशे में महिलाओं को पारंपरिक रूप से लैंगिक पूर्वाग्रह से पीड़ित किया गया है और पर्याप्त महत्वाकांक्षी के रूप में नहीं देखा गया। इससे भी बदतर यह है कि अध्यापन पेशे में महिलाओं को अक्सर याद दिलाया जाता है कि अध्यापन एक कम वेतन वाला, बिना ग्लैमर का और शादी होने तक के लिए ही किया जा सकने वाला काम है।
लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब एक बायजूस की शिक्षिका अपनी क्लास से केवल एक टच दूर है और अपने स्वयं के करियर को गति देने से एक क्लिक दूर है। एडटेक दिग्गज द्वारा किए गए शिक्षण पेशे के इस लोकतंत्रीकरण ने हर शिक्षक को एक सेलिब्रिटी बना दिया है। उद्देश्य है कि अपने संबंधित क्षेत्र में जानकारी रखने वाले प्रभावशाली व्यक्ति को भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक मजबूत नींव के निर्माण के संदर्भ में लिया जाना चाहिए।
दरअसल, बायजू ने विस्तार से बताया कि कंपनी ने न केवल शिक्षण समुदाय को सशक्त बनाया है बल्कि अपने स्वयं के प्रभाव और अनुसरण के साथ सेलिब्रिटी शिक्षकों की संस्कृति का निर्माण किया है। एक तरफ जहां भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या कम है, वहीं दूसरी ओर एक एडटेक साम्राज्य ने 12,000 महिला शिक्षकों को रोजगार और सक्षम बनाया है।
बातचीत के दौरान बायजूस ने याद दिलाया कि लोकतंत्रीकरण गुणवत्ता की कीमत पर नहीं आता है, महिला शिक्षकों के 12,000-मजबूत समुदाय में ज्यादातर उच्च-गुणवत्ता वाले स्नातक हैं, जिनमें से अधिकतर इसके पहले बेरोजगार थे।
बायजू ने कहा, “विशेष रूप से कार्यबल में महिलाओं की कम भागीदारी विषम लिंग अनुपात से ग्रस्त है और अब यह एक सही अवसर है जहां एडटेक क्षेत्र आज ‘दुनिया बनाने वाले इंजीनियरों’ को साथ ला रहा है।”
बायजू ने आगे कहा, "हमारे पास दुनिया को सिखाने में उस भूमिका को निभाने का एक वास्तविक मौका है। और मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हमने जो शुरू किया है वो एक क्रांति बन जाएगा।”
BYJU’S को 16.5 बिलियन डॉलर मूल्य के साथ में भारत के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप होने का गौरव प्राप्त है, जिसने विजय शेखर शर्मा के नेतृत्व वाले फिनटेक डेकाकॉर्न
के 16 डॉलर बिलियन वैल्यूएशन को पीछे छोड़ दिया है। हालाँकि, डेकाकॉर्न के इस नाटकीय उदय की कहानी इसके मूल्यांकन के आंकड़ों से परे एक सामाजिक प्रभाव को भी दर्शाती है।हमारे वर्चुअल इवेंट प्लेटफॉर्म में लॉग इन करने और दुनिया भर के हजारों अन्य स्टार्टअप-टेक उत्साही लोगों के साथ टेकस्पार्क्स 2021 का अनुभव करने के लिए, यहां जुड़ें। जब आप टेकस्पार्क्स 2021 के अपने अनुभव, सीख और पसंदीदा पलों को साझा करते हैं तो #TechSparks2021 को टैग करना न भूलें।
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Edited by Ranjana Tripathi