EPF खाते में क्यों नहीं दिख रहा है ब्याज? क्या डूब गया? सरकार ने दिया यह जवाब
October 07, 2022, Updated on : Fri Oct 07 2022 11:50:44 GMT+0000

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EPF सब्सक्राइबर्स लंबे वक्त से अपने ब्याज का इंतजार कर रहे हैं. EPF (Employees Provident Fund) पासबुक में ब्याज को शो होते न देख ऐसे कयास लगने शुरू हो गए थे कि ब्याज डूब गया. लेकिन सरकार की ओर से ऐसी अटकलों पर विराम लगा दिया गया है. वित्त मंत्रालय ने कहा है कि ईपीएफ (EPF) ग्राहकों को ब्याज दर का कोई नुकसान नहीं हुआ है. सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने के कारण पिछले वित्त वर्ष के लिए ब्याज स्टेटमेंट में दिखाई नहीं दे रहा है. मंत्रालय ने कहा कि निपटान चाहने वाले सभी निवर्तमान अंशधारकों और अपनी जमा राशि निकालने वालों को ब्याज सहित भुगतान किया जा रहा है.
सरकार का कहना है कि पीएफ अकाउंट्स में ब्याज डाला जा रहा है लेकिन वह स्टेटमेंट में नहीं दिख रहा है. सरकार के मुताबिक पिछले साल टैक्स नियमों में बदलाव किया गया था और ईपीएफओ (EPFO) अपने सॉफ्टवेयर को इसके मुताबिक अपग्रेड कर रहा है. इस वजह से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO के सब्सक्राइबर्स को स्टेटमेंट्स में ब्याज नहीं दिख रहा है. हालांकि इससे उनका कोई नुकसान नहीं होगा.
टीवी मोहनदास पई के जवाब पर आई प्रतिक्रिया
वित्त मंत्रालय ने ट्विटर पर आईटी कंपनी इन्फोसिस के को-फाउंडर टीवी मोहनदास पई के एक ट्वीट के जवाब में यह बात कही. पई ने कर्मचारी भविष्य निधि जमा में ब्याज पर सवाल उठाया था. उन्होंने ईपीएफओ से पूछा था कि मेरा ब्याज कहां है. उन्होंने पीएमओ (PMO) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को टैग करते हुए कहा था कि हमें सुधार की जरूरत है. अधिकारियों के नाकारापन की सजा लोगों को क्यों मिलनी चाहिए. इसके जवाब में मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस ने स्पष्टीकरण दिया.
मंत्रालय ने बुधवार देर रात ट्वीट किया, ‘‘किसी भी ग्राहक को ब्याज का कोई नुकसान नहीं हुआ है. सभी ईपीएफ ग्राहकों के खातों में ब्याज जमा किया जा रहा है. हालांकि, ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) द्वारा लागू किए जा रहे एक सॉफ्टवेयर अपग्रेड के चलते स्टेटमेंट में यह दिखाई नहीं दे रहा है.’’ मंत्रालय ने आगे कहा, ‘‘निपटान की मांग करने वाले सभी निवर्तमान सदस्यों और निकासी की मांग करने वाले अंशधारकों को भुगतान ब्याज सहित किया जा रहा है.
8.1% है ब्याज दर
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट के जरिए ईपीएफ सदस्यों से कहा है कि किसी भी सदस्य को नुकसान नही होगा. सभी सदस्यों के खातों में रकम जमा की जा रही है. बता दें कि बीते जून माह में सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफ खातों में जमा राशि पर 8.1 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दी थी. हालांकि, उससे पहले वित्त वर्ष 2020-21 में सरकार ने 8.5 प्रतिशत ब्याज दर दी थी. ब्याज दर घटाने पर भी ईपीएफ खाताधारकों में नाराजगी देखने को मिली थी.

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