23 साल की इस लड़की ने बड़ी ही खास वजह से मुंडवा लिए अपने बाल, वजह जानकर आप भी करेंगे तारीफ
अजमेर की रहने वाली वर्षा कुमावत कैंसर का इलाज करा रही महिलाओं की हमेशा से ही मदद करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि वे इस दिशा में किस तरह आगे बढ़ें।
23 साल की एक लड़की ने अपना सिर मुंडवा लिया है और इसके पीछे की वजह भी बेहद खास है, क्योंकि वे इसके जरिये कैंसर मरीजों की मदद करना चाहती हैं। मालूम हो कि कैंसर के इलाज एक दौरान चलने वाली कीमोथेरेपी के चलते कैंसर मरीजों के सारे बाल झड़ जाते हैं।
महिलाओं के लिए बाल झड़ने का यह अनुभव पुरुषों की तुलना में मानसिक रूप से अधिक परेशान करने वाला हो सकता है, क्योंकि ऐसे में उन्हें कई बार घर और समाज में हीनभावना के साथ भी देखा जाता है।
अजमेर की रहने वाली वर्षा कुमावत कैंसर का इलाज करा रही महिलाओं की हमेशा से ही मदद करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आ रहा था कि वे इस दिशा में किस तरह आगे बढ़ें।
कैंसर मरीजों के लिए बनेगी विग
बाल मुंडवा लेने का निर्णय लेना वर्षा के लिए भी काफी अलग अनुभव था। इसके पहले वे अपने बाल कटवाने के विचार भर से डर जाती थीं और इसके लिए हेयर ड्रेसर के पास भी नहीं जाती थीं।
वर्षा यह डर तब हौसले में बदल गया जब उन्होने कैंसर मरीजों के बारे में पढ़ना शुरू किया कि किस तरह कैंसर के मरीज इस बीमारी के इलाज के दौरान अपने बाल खो देते हैं।
वर्षा ने इसके बाद अपने बालों को गुजरात के एक एनजीओ को दान करने का निर्णय लिया। यह खास एनजीओ कैंसर मरीजों के लिए विग बनाने का काम करता है और अब वर्षा के बालों का इस्तेमाल भी कैंसर मरीजो के लिए विग बनाने के लिए किया जाएगा।
अपने इस अनुभव के बारे में मीडिया से बात करते हुए वर्षा कुमावत ने कहा कि कैंसर के मरीजों के चेहरे पर उनके बालों की वजह से मुस्कान आ सके तो इससे अच्छा उनके लिए कुछ नहीं हो सकता है और इसी वजह से उन्होने अपने बाल दान किए हैं। उनका कहना है उन्हें किसी भी बात की चिंता नही है क्योंकि उनके बाल तो एक-दो साल में फिर से वापस आ ही जाएंगे।
मिला परिवार का समर्थन
वर्षा का कहना है कि लड़कियों के बालों को लेकर समाज में एक धारणा है और उसे देखते हुए उनके द्वारा उठाया गया यह कदम लोगों को बड़ा लग सकता है, लेकिन उनके लिए यह कोई भी बड़ा काम नहीं है। इस कदम को लेकर वर्षा को उनके परिवार और दोस्तों से भी भरपूर समर्थन हासिल हुआ है। वर्षा के अनुसार उनके पिता ने सबसे पहले उनका समर्थन करते हुए उनका हौसला बढ़ाया था।
अन्य लड़कियों से अपील करते हुए वर्षा का कहना है कि अगर उन्हें भी उनके परिवार का समर्थन हासिल है तो उन्हें कैंसर मरीजों की मदद के लिए अपने बाल जरूर दान करवाने चाहिए।
कीमोथेरेपी के दौरान बाल झड़ने के बाद मरीज का हौसला बरकरार रहे इसके लिए दुनिया भर में लोग ऐसे मरीजों के लिए अपने बाल दान करते रहते हैं, जबकि इस दिशा में काम करने वाले तमाम एनजीओ खुद भी आगे आकर लोगों से अपने बाल दान करने की अपील करते रहते हैं।
Edited by Ranjana Tripathi