जम्मू-कश्मीर के इस शख्स ने अपनाया अनोखा बिजनेस मॉडल, चालू कर दिया अपना 'पर्सनल टूरिस्ट प्लेस'
बिलाल अहमद खान आज अपने क्षेत्र में पाये जाने वाले इन सभी संसाधनों को अपने काम में लाते हुए एक बड़े ही खास टूरिस्ट प्लेस का संचालन कर रहे हैं। बिलाल ने शुरुआत में एक तालाब बनाया था जहां वे सिर्फ मछ्ली पालन भी करते थे।
"न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बिलाल ने बताया है कि उन्होने कुछ साल पहले ही यहाँ पर एक तालाब का निर्माण किया था। बिलाल के उद्देश्य को देखते हुए मत्सय पालन विभाग ने भी बिलाल की इस काम में सहायता की थी। विभाग से बिलाल को बीज और निर्देश प्राप्त हुए थे।"
महामारी के चलते लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच जम्मू-कश्मीर का एक शख्स ने एक बड़े ही अनोखे बिजनेस का संचालन कर रहा है, जिसे लेकर हर ओर उनकी चर्चा हो रही है।
ये शख्स जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में रहते हैं और इस क्षेत्र में पानी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। क्षेत्र की जलवायु को देखते हुए यहाँ मछली पालन, खेती-किसानी और पानी से संबन्धित अन्य कृषि व्यवसाय किए जा सकते हैं। शख्स ने बस इसी को देखते हुए एक बड़ा ही अनूठा प्रयोग किया है।
बिलाल अहमद खान आज अपने क्षेत्र में पाये जाने वाले इन सभी संसाधनों को अपने काम में लाते हुए एक बड़े ही खास टूरिस्ट प्लेस का संचालन कर रहे हैं। बिलाल ने शुरुआत में एक तालाब बनाया था जहां वे सिर्फ मछ्ली पालन भी करते थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बिलाल ने बताया है कि उन्होने कुछ साल पहले ही यहाँ पर एक तालाब का निर्माण किया था। बिलाल के उद्देश्य को देखते हुए मत्सय पालन विभाग ने भी बिलाल की इस काम में सहायता की थी। विभाग से बिलाल को बीज और निर्देश प्राप्त हुए थे।
स्थापित किया निजी टूरिस्ट प्लेस
बिलाल ने पानी के पर्याप्त साधन का लाभ उठाते हुए अपने इस तालाब में धीरे-धीरे मछली पालन शुरू कर दिया। इस बीच बिलाल अन्य लोगों को भी अपने तालाब को देखते के लिए बुलाना चाहते थे या यूं कहें कि वे स्थानिय सैलानियों को अपने इस तालाब की ओर आकर्षित करना चाहते थे।
इसी उद्देश्य के साथ बिलाल ने तय किया कि वो इसे निजी स्तर पर एक टूरिस्ट प्लेस बना देंगे। बिलाल के अनुसार क्षेत्र के वो आम लोग जो निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनकी आर्थिक क्षमता उन्हें श्रीनगर जाकर बोटिंग आदि करने से रोकती है, वे सभी लोग यहाँ आ सकते हैं।
खुद को मिला रोजगार
बिलाल ने ऐसे लोगों के लिए अपने तालाब में ही वे सारी व्यवस्थाएं करके दी हैं जो उन्हें श्रीनगर में मिल सकती थीं। आज स्थानीय सैलानी यहाँ आते हैं और बोटिंग करने के साथ एंजॉय करते हैं। बिलाल के इस एम्यूजमेंट पार्क में बच्चे तैराकी भी करते हैं, इसी के साथ यहाँ पर इन बच्चों के लिए झूले भी लगे हुए हैं। बिलाल के अपने इस पार्क के लिए कोलकाता से पैडल बोट की खरीददारी की थी।
स्थानीय लोगों को बिलाल की यह पेशकश बेहद पसंद आ रही है। बिलाल का कहना है कि उनके इस पार्क आने वाले लोगों की खुशी को देखकर उनका परिवार भी खुश हो जाता है। बिलाल इन स्थानीय सैलानियों से मामूली सा शुल्क भी लेते हैं इसके चलते अब उन्हें भी रोजगार हासिल हो रहा है।
युवाओं से की है अपील
बिलाल अपने इस काम को सामने रखते हुए दक्षिण कश्मीरी युवाओं को नसीहत भी देते हैं। बिलाल के अनुसार क्षेत्रीय युवाओं को सरकारी नौकरी की अंधी दौड़ में भागने से बचना चाहिए। बिलाल के अनुसार इन नौजवानों के लिए उनके क्षेत्र में तमाम ऐसे मौके और संसाधन मौजूद हैं, जहां वे सरकारी स्कीमों का लाभ उठाते हुए वे अपनी रोजी-रोटी की व्यवस्था आसानी से कर सकते हैं।
इन युवाओं से बिलाल की अपील है कि वे सरकार से नौकरी की जगह स्कीमें और आइडिया मांगें जिससे वे इसी तरह खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।