[द टर्निंग पॉइंट] क्यों माइंडट्री की नौकरी छोड़ इस टेकी ने मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर में शुरू किया स्टार्टअप
‘द टर्निंग प्वाइंट’ सीरीज़ की कहानी के तहत आज, हम मध्य प्रदेश के रीवा स्थित एक्सलवेब टेक्नोलॉजीज (AxleWeb Technologies) की बात करेंगे जो एक वेब डेवलपमेंट कंपनी है, जिसे पूर्व माइंडट्री इंजीनियर अंशुल श्रीवास्तव ने शुरू किया था।
जब एक इंजीनियर को रीवा-स्थित कंपनी से ऑफर मिला, तो उसने सोचा कि यह एक नकली फर्म है। लेकिन ऐसा था नहीं। यह अंशुल श्रीवास्तव द्वारा शुरू किया गया एक वेब डेवलपमेंट स्टार्टअप था।
जून 2019 में शुरू हुई, एक्सलवेब टेक्नोलॉजीज (AxleWeb Technologies), मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर रीवा में स्थित है। इसने स्लैक, व्हाट्सएप, फेसबुक, अमेजॉन के एलेक्सा स्किल्स, गूगल होम एक्शन और चैटबॉट्स जैसी कंपनियां की मदद की है।
एक्सलवेब के संस्थापक और सीईओ 33 वर्षीय अंशुल कहते हैं, “मैंने रीवा को चुना क्योंकि यह मेरा गृहनगर है। मैं अपने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना चाहता था, जिन्हें अन्यथा नौकरी की तलाश में बड़े शहरों में पलायन करना पड़ता था।”
कैसे हुई शुरुआत
यह 2013 था जब अंशुल ने अपना खुद का कुछ शुरू करने पर विचार करना शुरू किया था। उस समय उन्हें पुणे में माइंडट्री में काम करते हुए तीन साल हो चुके थे। वह जानते थे कि उनकी ताकत टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट्स व समाधानों का निर्माण करने में है।
अपनी इस रुचि के पीछे, उन्होंने फ्रीलांस प्रोजेक्ट्स शुरू किए और छोटे व्यवसायों के लिए वेबसाइटें बनाईं। एक साल बाद, काम इतना बढ़ गया कि उन्हें प्रोजेक्ट्स की समय सीमा को पूरा करने के लिए और अधिक फ्रीलांसरों को अपने साथ जोड़ना पड़ा।
अंशुल के लिए मोड़ तब आया जब लंदन में चार साल के प्रोजेक्ट का अवसर मिला। और तभी उन्होंने एडवांस वेबसाइट डेवलपमेंट, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट, एआर, और वीआर, चैटबॉट्स, एलेक्सा और बहुत कुछ के बारे में सीखा। स्वभाव से उद्यमी होने के कारण, अंशुल ने एक लंदन में भी फ्रीलांसर के रूप में काम करना शुरू कर दिया और छोटे व्यवसायों के लिए चैटबॉट बनाना शुरू कर किया।
वह कहते हैं, “यह आइडिया चल पड़ा और अधिक लोगों ने मुझसे चैटबॉट और एलेक्सा स्किल डेवलपमेंट के लिए संपर्क करना शुरू कर दिया। इसके चलते मैंने नौ साल बाद अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और एक डेवलपमेंट कंपनी शुरू की। जून 2019 में, मैंने एक्सलवेब टेक्नोलॉजीज शुरू किया, विशेष रूप से चैटबोट्स, एलेक्सा स्किल और एआई-पावर्ड डिजिटल असिस्टेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए।"
उन्होंने बताया कि कंपनी शुरू करने के लिए उन्होंने अपनी बचत से सीड कैपिटल के रूप में लगभग 2 लाख रुपये का निवेश किया।
अंशुल का दावा है कि उन्होंने 2019 के अब तक हायरिंग, टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर 30 लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं। एक्सलवेब को सरकार की स्टार्टअप इंडिया पहल द्वारा मान्यता भी दी गई है।
अंशुल का कहना है कि कंपनी के दुनिया भर में 150 से अधिक ग्राहक हैं। अधिकांश भारत के बाहर से हैं क्योंकि AxleWeb शून्य से घर में ही सब कुछ बनाता है और बाजार में अन्य प्लेयर्स की तुलना में कम कीमत पर समाधान की पेशकश कर सकता है।
वह कहते हैं, “हम कस्टम चैटबॉट बनाते हैं, ग्राहक की जरूरत के मुताबिक। हम किसी भी टेम्पलेट या किसी भी बॉट बिल्डर का इस्तेमाल नहीं करते हैं जैसे कि मैनीचैट या चैटफ्यूल। हमारे चैटबोट्स अत्यधिक अनुकूलन योग्य (customisable) हैं और हमारी लागत हमारे प्रतिस्पर्धियों द्वारा वसूली जाने वाली लागत का एक अंश है।”
अंसुल का कहना है कि कंपनी तेजी से बढ़ रही है और तिमाही में उसके राजस्व में 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है।
वह कहते हैं, "हमने वित्त वर्ष 2020 में 28 लाख रुपये का कारोबार किया। हमारा लक्ष्य जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी 1 करोड़ रुपये का राजस्व पार करने का है।"
‘द टर्निंग प्वाइंट’ शॉर्ट आर्टिकल्स की एक सीरीज़ है जो उस क्षण पर केंद्रित है जब कोई आंत्रप्रेन्योर अपने शानदार आइडिया के साथ आगे बढ़ता है।