STPI-मेरठ का हुआ उद्घाटन, यूपी के सभी शहरों में युवाओं के बीच आईटी उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
मेरठ में उत्तर प्रदेश के 5वें STPI का उद्घाटन किया गया है। डिजिटल उत्तर प्रदेश भारत के साथ-साथ विश्व के लिए टेक्नोलॉजी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स का केंद्र बन रहा है। यहां उद्यमिता, वैश्विक निवेश, रोजगार सृजन के अवसर तैयार होंगे और आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मेरठ के ITP-03 में STPI के 62वें केंद्र, STPI-मेरठ का उद्घाटन किया।
भारत को डिजिटल तौर पर एक सशक्त समाज और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के क्रम में आईटी के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, STPI-मेरठ केंद्र का उद्घाटन FDI को आकर्षित करते हुए तथा डिजिटल उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण को साकार करते हुए सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने एवं रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए टियर-2 शहरों और क्षेत्र के तकनीकी स्टार्टअप तथा MSMEs को सशक्त बनाने में एक उत्प्रेरक भूमिका निभाएगा।

STPI-मेरठ केंद्र
STPI-नोएडा के अधिकार क्षेत्र के तहत मेरठ केंद्र टियर-2/3 शहरों में STPI का 54वां केंद्र है। STPI-मेरठ उत्तर प्रदेश के आईटी फुटप्रिंट का विस्तार करने और टियर-2/3 शहरों के नवोदित तकनीकी उद्यमियों और स्टार्टअप को उनके अद्वितीय अवधारणाओं को नवीन उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
STPI-मेरठ में अत्याधुनिक इनक्यूबेशन संयंत्र का कुल निर्मित क्षेत्र 25,074 वर्ग फुट है। यहां उच्च गति डेटा संचार सुविधाओं की गारंटी सहित 133 सीटों के साथ 3,704 वर्ग फुट का प्लग-एन-प्ले स्थान और 2,021 वर्ग फुट का कच्चा इनक्यूबेशन स्थान उपलब्ध है।
वित्त वर्ष 2020-21 में, STPI-पंजीकृत इकाइयों ने IT/ITS निर्यात में 4,96,313 करोड़ रुपये का योगदान किया, जिसमें उत्तर प्रदेश का हिस्सा 22,671 करोड़ रुपए है।
यह संयंत्र युवा तकनीकी-उद्यमियों और स्टार्टअप्स के बीच एक निर्माता संस्कृति विकसित करने के लिए एक जीवंत इको-सिस्टम तैयार करेगा, जो उन्हें भारत और विश्व की चुनौतियों का सामना करने के लिए नवीन सॉफ्टवेयर उत्पादों को विकसित करने के लिए सशक्त बनाएगा। यह क्षेत्र से आईटी निर्यात को बढ़ावा देने और क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
STPI सेंटर और इनक्यूबेशन प्लांट के लाभ
• इस क्षेत्र को पसंदीदा आईटी गंतव्यों में से एक के रूप में बढ़ावा देना और राज्य में IT/ITS/ESDM इकाइयों को आकर्षित करना,
• इस क्षेत्र से आईटी सॉफ्टवेयर और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार सकल राष्ट्रीय निर्यात में योगदान करना,
• सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (STP) और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (EHTP) योजना के तहत वैधानिक सेवाएं प्रदान करना,
• अत्याधुनिक इनक्यूबेशन संयंत्र, उच्च गति डेटा संचार (HSDC) और अन्य मूल्य-वर्धित सेवाएं प्रदान करना,
• नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए, IPR का सृजन और उत्पाद विकास करना,
• स्टार्टअप को मार्गदर्शन और प्रचार संबंधी सहायता देना।
आपको बता दें कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था के रूप में 5 जून, 1991 को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) की स्थापना की गई थी। तब से यह भारतीय IT/ITS/ESDM उद्योग के विकास के इंजन के रूप में उभरा है।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (STP) और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (EHTP) योजनाओं को लागू करके देश से सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर निर्यात को बढ़ावा देने के नीतिगत प्रशासन के लिए शासनादेश के साथ, STPI ने भारत में सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सेवाएं, विश्व स्तरीय इंटरनेट कनेक्टिविटी, अत्याधुनिक इनक्यूबेशन संयंत्र और अन्य बुनियादी ढांचा सेवाएं प्रदान करके व्यापार करने में आसानी के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम का निर्माण किया है।
इसके क्षेत्राधिकार में 11 निदेशालय और 62 केंद्र हैं, जिनमें से 54 टियर-2/3 शहरों में हैं। STPI ने टियर-II/III शहरों में सॉफ्टवेयर निर्यात, अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और तकनीक-संचालित उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करते हुए, STPI ने देश को पसंदीदा आईटी गंतव्य के रूप में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। STPI-पंजीकृत इकाइयों द्वारा 1992-93 के दौरान 52 करोड़ रुपए मूल्य का निर्यात शानदार वृद्धि के बाद 2020-21 में 4,96,313 करोड़ रुपए हो जाने से भी यह तथ्य प्रमाणित होता है।
Edited by Ranjana Tripathi