एक पायलट जो बन गया देशी बर्गर चेन का संस्थापक, 16 शहरों में खोल डाले 60 से अधिक आउटलेट्स
आज ‘वॉट अ बर्गर’ के आउलेट्स दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोरखपुर और रांची से लेकर वड़ोदरा तक स्थित हैं। इस खास फ़्रांचाइज़ के पास आज देश के अलग-अलग 16 शहरों में 60 से अधिक आउटलेट्स हैं, जिनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
"रजत ने जब शुरुआत की उन दिनों देश में QSR इंडस्ट्री 30 से 35 प्रतिशत की रफ्तार से विकास दर्ज़ कर रही थी, लेकिन उसमें बर्गर का हिस्सा सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत का ही था। इसका मुख्य कारण यह भी था कि बर्गर को भारत में कभी मेनस्ट्रीम खाने की तरह नहीं देखा गया है, बल्कि इसे साइड फूड और स्नैक की तरह ही देखा गया है। इस धारणा को बदलने की चाह में आगे बढ़ते हुए रजत अपने उत्पाद को मेनस्ट्रीम फूड की कटैगरी में लाना चाहते थे और यही कारण था कि उनके इस बर्गर के अंदर फ्यूजन को जगह दी गई।"
भारत के फास्ट फूड बाज़ार के एक बड़े हिस्से में अभी भी अमेरिकी फास्ट फूड कंपनियों का कब्जा है, लेकिन अब एक भारतीय बर्गर चेन ‘वॉट अ बर्गर’ बड़ी तेजी से इस बाज़ार में अपनी जगह बना रही है।
इस रेस्टोरेन्ट चेन के सह-संस्थापक रजत जायसवाल हैं, जो इससे पहले बतौर एक पायलट अपनी सेवाएँ दे रहे थे। रजत ने पायलट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत साल 2009 में की थी।
हवाई जहाज़ उड़ाने के साथ एक पैशन को हमेशा रजत के साथ रहा वो था खाना। साल 2016 में रजत ने अपने बचपन के दोस्त फरमान बेग के साथ मिलकर नोएडा में ‘वॉट अ बर्गर’ की शुरुआत की थी। रजत ने यह कदम तब उठाया है जब भारत में बर्गर मार्केट के बड़े हिस्से पर अमेरिकी फास्ट फूड कंपनियों का कब्जा है।
बर्गर को करना चाहते हैं मेनस्ट्रीम
रजत के अनुसार जब उन्होने शुरुआत की तब देश में QSR इंडस्ट्री 30 से 35 प्रतिशत की रफ्तार से विकास दर्ज़ कर रही थी, लेकिन उसमें बर्गर का हिस्सा सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत का ही था। इसका मुख्य कारण यह भी था कि बर्गर को भारत में कभी मेनस्ट्रीम खाने की तरह नहीं देखा गया है, बल्कि इसे साइड फूड और स्नैक की तरह ही देखा गया है।
इस धारणा को बदलने की चाह में आगे बढ़ते हुए रजत अपने उत्पाद को मेनस्ट्रीम फूड की कटैगरी में लाना चाहते थे और यही कारण था कि उनके इस बर्गर के अंदर फ्यूजन को जगह दी गई। ‘वॉट अ बर्गर’ को आज उसके ग्राहक देसी ट्विस्ट के साथ परोसे जाने वाले अनोखे बर्गर के लिए जानते हैं।
खोल डाले 60 से अधिक आउटलेट्स
आज ‘वॉट अ बर्गर’ के आउलेट्स दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोरखपुर और रांची से लेकर वड़ोदरा तक स्थित हैं। इस खास फ़्रांचाइज़ के पास आज देश के अलग-अलग 16 शहरों में 60 से अधिक आउटलेट्स हैं, जिनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गौरतलब है कि रजत के इन फ्यूजन बर्गर ने अपने ग्राहकों के बीच अपनी एक खास जगह बना ली है।
बर्गर की रेसिपी के लिए संस्थाक खुद हेड शेफ के साथ मिलकर काम करते हैं। ‘वॉट अ बर्गर’ अपने ग्राहकों को बर्गर के अलावा सैंडविच और शेक भी परोसता है। कीमत की बात करें तो यह अमेरिकी फास्ट फूड चेन को एक कड़ी चुनौती पेश कर रहा है, यहाँ बर्गर 40 रुपये से लेकर 200 रुपये की रेंज के बीच में बर्गर उपलब्ध हैं।
क्वालिटी से समझौता नहीं
मालूम हों कि देश के तमाम शहरों में खुले ‘वॉट अ बर्गर’ के आउलेट्स के लिए बन नोएडा से ही सप्लाई किए जाते हैं, जिसका उद्देश्य है कि हर आउटलेट पर बर्गर का टेस्ट और उसकी क्वालिटी एक सी रहनी चाहिए।
अपने इस बिजनेस को लेकर फरमान का कहना है कि भारत जैसे देश में जहां आबादी 130 करोड़ से अधिक है, अगर वो एक प्रतिशत जनसंख्या को भी टार्गेट कर सके तो यह संख्या 1.3 करोड़ होगी। इसके अलावा बर्गर अधिकतर लोगों का पसंदीदा स्नैक भी है।
मोर्डोर इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 से 2026 के दौरान 10.3 प्रतिशत के सालाना कंपाउंड रेट के साथ भारत की फूड सर्विस मार्केट के साल 2025 तक 95.75 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, ऐसे में ‘वॉट अ बर्गर’ के लिए यह किसी स्वर्णिम अवसर से कम नहीं है।
Edited by Ranjana Tripathi