कोविड-19 से लड़ाई में डब्ल्यूएचओ ने भारत के साथ संयुक्त प्रयासों का स्वागत किया
संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रेयसस ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में डब्ल्यूएचओ के भारत के साथ सहयोग का स्वागत किया ताकि उन रणनीतियों का लाभ उठाया जा सके जो पोलियो के खिलाफ लड़ाई में भारत के लिए फायदेमंद साबित हुई। उसने कहा कि इस तरह के संयुक्त प्रयासों से वैश्विक महामारी को परास्त करने में मदद मिलेगी।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वैश्विक महामारी से लड़ाई में वह पोलियो उन्मूलन में देश के काम आने वाली रणनीतियों का लाभ उठाने के लिए भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर काम करेगा।
कोविड-19 की निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए डब्ल्यूएचओ के राष्ट्रीय निगरानी नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाएगा और जमीनी स्तर पर काम करने वाले इसके कर्मी टीकाकरण और टीबी तथा अन्य रोगों के उन्मूलन का काम करते रहेंगे।
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ के दक्षिण पूर्वी एशिया के क्षेत्रीय कार्यालय का जिक्र करते हुए संगठन के महानिदेशक ने ट्वीट किया,
‘‘शानदार खबर: भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ के दक्षिण पूर्वी एशिया के क्षेत्रीय कार्यालय ने भारत में कोविड-19 से निपटने के लिए राष्ट्रीय पोलियो निगरानी नेटवर्क और अन्य फील्ड स्टाफ के व्यवस्थित इस्तेमाल की पहल की है। इसमें उन रणनीतियों और संसाधनों का उपयोग किया जाएगा जो पोलियो के खिलाफ लड़ाई जीतने में काम आए थे।’’
गेब्रेयसस ने डब्ल्यूएचओ के साथ सहयोग करने और नेतृत्व के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्ष वर्धन का आभार प्रकट किया।
भारत से 2014 में पोलियो का खात्मा हो गया था।
संगठन की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक हर्ष वर्धन ने नई दिल्ली में कहा,
‘‘समय समय पर भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ ने दुनिया को अपनी क्षमता, योग्यता और कौशल दिखाया है। हमारे द्वारा मिलकर पूरी गंभीरता और समर्पण से काम करने से हम पोलियो का सफाया कर सके।’’
Edited by रविकांत पारीक