क्या अंबानी-अडानी के साथ 5G की रेस में शामिल होगा Tata Group?
Tata Sons के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह की कंपनियां जो टेक्नोलॉजी तैयार कर रही हैं, वह पूरी तरह से स्वदेशी है. उसे बड़े पैमाने पर लागू करने से पहले परीक्षण किया जाएगा.
टाटा संस
के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि समूह की ग्राहकों के लिये 5जी पेश करने की कोई योजना नहीं है. समूह घाटे के कारण कुछ साल पहले उपभोक्ता केंद्रित दूरसंचार सेवा से बाहर निकल गया.चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह 4जी और 5जी के लिये अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रयासों पर ध्यान दे रहा है. साथ ही 6जी में भी निवेश कर रहा है.
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5जी सेवाओं की शुरुआत करने के बाद इंडिया मोबाइल कांग्रेस में हैदराबाद के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-हैदराबाद) बूथ का दौरा करने के दौरान केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि 6जी नेटवर्क के विकास के लिए आवश्यक अनेक तकनीक भारतीय डेवलपर्स के पास उपलब्ध हैं और देश अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी होगा.
आईआईटी-हैदराबाद यहां 6जी प्रौद्योगिकी प्रोटोटाइप का प्रदर्शन कर रहा है और उसका दावा है कि उसने 5जी की तुलना में दो से तीन गुना अधिक नेटवर्क गति हासिल की है।
उन्होंने पुरस्कार समारोह ‘लोकमत महाराष्ट्रियन ऑफ ईयर 2022’ में कहा, ‘‘5जी के मामले में हमारी ग्राहक कारोबार में जाने की योजना नहीं है. हम उस कारोबार से बाहर हो गये हैं.’’ चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह की कंपनियां जो टेक्नोलॉजी तैयार कर रही हैं, वह पूरी तरह से स्वदेशी है. उसे बड़े पैमाने पर लागू करने से पहले परीक्षण किया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने सरकार द्वारा संचालित भारत संचार निगम लिमिटेड से 2 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिया है और वह बीएसएनएल को 4जी और 5जी सेवाओं की शुरुआत करने में मदद करेगी.
बता दें कि, TCS, BSNL के 4जी कोर का विकास करेगी और रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) आधारित समाधान तैयार करेगी. हालांकि, भारत की प्रमुख आईटी सेवा फर्म ने 10 अक्टूबर को अपनी दूसरी तिमाही के आय कॉल के दौरान इस सौदे की घोषणा या उल्लेख नहीं किया.
बीते 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 5जी टेलीफोनी सेवाओं की शुरुआत की थी. इसे आईटी और टेलीकॉम सेक्टर में बड़ा बदलाव करने वाली टेक्नोलॉजी माना जा रहा है.
एयर इंडिया का लो-कॉस्ट कैरियर शुरू करने पर फोकस
चार एयरलाइनों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की योजना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि टाटा समूह दो प्लेटफार्मों के साथ एक एकल एयरलाइन बनाना चाहता है जिसमें एक फुल सर्विस कैरियर और एक लो-कॉस्ट कैरियर (LCC) होगी.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास निश्चित तौर पर फुल सर्विस और LCC दोनों सेवाएं होंगी लेकिन हम इसे वैश्विक स्तर की एयरलाइन बनाना चाहते हैं जिसके माध्यम से भारतीय कहीं भी यात्रा कर सकेंगे. यही हमारा लक्ष्य है और यह एक लंबी यात्रा होगी. सरकार से एयर इंडिया खरीदने के बाद हमें बेहद तेजी से काम कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप, एयर इंडिया के ह्यूमन रिसोर्स, टेक्नोलॉजी, विमानों के आधुनिकीकरण, इंजन मेंटेनेंट और सुरक्षा सहित सभी आयामों पर काम कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत भू-राजनीतिक तनावों, मुद्रास्फीति, खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि और ब्याज दरों में सख्ती के दौर से गुजर रहे विश्व में बहुत अच्छी स्थिति में है.
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Edited by Vishal Jaiswal