भारतीय मूल की महिला ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए अपनी उम्मीदवारी घोषित की
यूएनडीपी में लेखा परीक्षा समन्वयक के तौर पर कार्यरत आकांक्षा अरोड़ा मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुतारेस के खिलाफ उम्मीदवारी की घोषणा करने वाली पहली शख्स हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मूल की कर्मी आकांक्षा अरोड़ा ने इस वैश्विक संगठन का अगला महासचिव बनने के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) में लेखा परीक्षा समन्वयक के तौर पर कार्यरत आकांक्षा मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुतारेस के खिलाफ उम्मीदवारी की घोषणा करने वाली पहली शख्स हैं। गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का कार्यकाल पांच साल का होता है।
34 वर्षीय आकांक्षा ने कहा कि वह दुनिया के शीर्ष राजनयिक के पद के लिए चुनाव में खड़ी होंगी। उन्होंने अपनी ‘अरोड़ाफॉरएसजी’ मुहिम इस महीने आरंभ की।
आकांक्षा ने ऑनलाइन जारी किए गए गई ढाई मिनट के अपने वीडियो में कहा,
"मेरे पद के लोगों से प्रभार संभाल रहे लोगों के खिलाफ खड़े होने की अपेक्षा नहीं की जाती। हमसे अपेक्षा की जाती है कि हम अपनी बारी का इंतजार करें, पुरानी प्रक्रिया के अनुसार काम करते रहें, काम पर जाएं, अपने सिर झुकाकर रखें और दुनिया जैसी है, उसे वैसा ही स्वीकार कर लें।"
आकांक्षा ने कहा कि उनसे पहले आए लोग संयुक्त राष्ट्र को जवाबदेह बनाने में नाकाम रहे हैं और इसी लिए वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव के पद के चुनाव में खड़ी हो रही हैं।
गुतारेस (71) ने पिछले महीने पुष्टि की थी कि वह संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पद के तौर पर दूसरे कार्यकाल के लिए भी चुनाव में खड़े होंगे। गुतारेस का पहला कार्यकाल इस साल 31 दिसंबर को समाप्त होगा। वह संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव हैं और संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में कोई भी महिला इसकी महासचिव नहीं बनी है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर के प्रवक्ता ब्रेंडन वर्मा से संवाददाता सम्मेलन में पूछा गया कि क्या आकांक्षा ने अपनी उम्मीदवारी के संबंध में अध्यक्ष से कोई औपचारिक संवाद किया है। इसके जवाब में वर्मा ने कहा कि अध्यक्ष के कार्यालय को अभी तक कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला है।
(साभार : PTI)