जानें उन प्लेटफॉर्म्स के बारे में जहां महिलाएं अपने करियर, स्वास्थ्य और मातृत्व में करती हैं एक-दूसरे की मदद
एक समुदाय की सुंदरता क्या है, यही कि इसमें लोग एक-दूसरे को ताकत दे सकते हैं और उनके साथ खड़े हो सकते हैं। लेकिन ऐसा करने के लिए हमें किसी समुदाय की जरूरत क्यों है? क्योंकि महिलाओं को अक्सर 'कमजोर' या 'सेकेंड जेंडर' जैसे लेबल में बांधा जाता है।
हालांकि हर दिन हर कोई इस तरह के अनुभवों से नहीं गुजरता है, लेकिन अक्सर, एक दूसरे की मदद करना और एक दूसरे को सपोर्ट करना महत्वपूर्ण हो जाता है। और आज की तेजी से भागती दुनिया में, कई महिलाएं हैं जो आभासी दुनिया (वर्चुअल वर्ल्ड) में अपना सुरक्षित आश्रय पाती हैं जहां वे अपने कैरियर, रिश्तों और मातृत्व से जुड़ी रोजमर्रा की चिंताओं के बारे में पूछती हैं और चर्चा करती हैं।
YourStory ऐसे नेटवर्क और प्लेटफॉर्म की एक लिस्ट पेश कर रहा है, जहाँ महिलाएँ एक-दूसरे को फुल सपोर्ट देती हैं:
जॉब्स फॉर हर (JobsForHer)
2015 में नेहा बागरिया द्वारा स्थापित, बेंगलुरु स्थित टेक स्टार्टअप JobsForHer उनके एंप्लॉयर के साथ जोड़कर उन महिलाओं की मदद करता है जो अपने करियर की शुरुआत, बदलाव या वृद्धि की तलाश में हैं।
माँ बनने के बाद अपने करियर से तीन साल का ब्रेक लेने के बाद, नेहा ने देखा कि कितनी ही महिलाएं हैं जिनके लिए दोबारा वर्कफोर्स में वापस आना मुश्किल होता है। लेकिन केवल मातृत्व ही नहीं, नेहा ने महसूस किया कि शादी के बाद महिलाएं अक्सर मिड-कैरियर ब्रेक लेती हैं, वे उन शहरों में जाने के लिए भी ब्रेक लेती हैं जहां उनके पति तैनात होते हैं, वहीं घर में बुजुर्गों की देखभाल भी करती हैं।
अपनी जॉब से दूर होने के परिणामस्वरूप, अधिकांश महिलाएं रास्ते में अपना आत्मविश्वास खो देती हैं। इसलिए, प्लेटफॉर्म इस अंतर को पाटना चाहता है और उसने अमेजॉन, पेयू, एयरबस, मॉर्गन स्टेनली और गोल्डमैन सैक्स जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी की है। JobsForHer मेंटरिंग, रिस्किलिंग वर्कशॉप्स के साथ-साथ महिलाओं के लिए नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है।
उल्लेखनीय रूप से, नेहा, जिन्होंने व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस (यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया) से फाइनेंस एंड बिजनेस स्टडी में अपनी ग्रेजुएट की डिग्री पूरी की है, उन्होंने एंप्लॉयर को आश्वस्त किया है कि उनकी महिलाओं का नेटवर्क प्रतिभा का एक पूल है, जो पेशेवर आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। साथ ही वे ये भी कहती हैं कि इसे किसी सामाजिक सद्भावना का कार्य नहीं माना जाना चाहिए।
मोम्सप्रेसो डॉट कॉम (Momspresso.com)
मोमस्प्रेसो एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ माताएँ अपने पालन-पोषण के अनुभवों के बारे में ब्लॉग लिखती हैं। इस स्टार्टअप को विशाल गुप्ता, प्रशांत सिन्हा और आसिफ मोहम्मद द्वारा 2010 में स्थापित किया गया था। इसे शुरू में Mycitykids कहा जाता था, जो बच्चों के रिसोर्सेस और ईवेंट्स के लिए एक लिस्टिंग प्लेटफॉर्म है। बाद में इसे मोमस्प्रेसो के रूप में रीब्रांड किया गया और इसका विस्तारित हुआ व यूजर-जनरेटेड प्लेटफॉर्म बन गया।
इसमें 20,000 से अधिक महिलाएं अपने अनुभव और टिप्स को टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो के रूप में शेयर कर रही हैं। स्टार्टअप के पास 30 मिलियन विजिटर्स और 85 मिलियन मंथली पेज व्यूज होने का दावा है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को तब भुगतान करता है जब वे MyMoney के माध्यम से प्लेटफॉर्म पर ब्रांड कैंपेन में भाग लेते हैं। 50 लाख रुपये के व्यक्तिगत निवेश के साथ शुरू हुए इस स्टार्टअप ने 2016 में YourNest और SIDBI वेंचर कैपिटल से एक सीरीज ए फंडिंग राउंड में 20 करोड़ रुपये जुटाए।
द मॉमी नेटवर्क (The Mommy Network)
माँ बनना बनना आसान नहीं है, इसके साथ खुशी के अलावा शंकाएं और कई चुनौतियां भी आती हैं। अक्सर, नई माँएं खुद को इस अपराध बोध में फँसा पाती हैं कि क्या वे अपने बच्चे की सही तरीके से परवरिश कर रही हैं। यहां जरूरत होती है माताओं के नेटवर्क की जो एक दूसरे की यात्रा को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं। जब वे गर्भवती थीं, तो उद्यमी श्रेया लांबा और किरण अमलानी पहली बार एक प्रसवपूर्व क्लास में मिलीं।
2014 में जल्द ही, उन्होंने द मॉमी नेटवर्क नामक फेसबुक पर एक क्लोज ग्रुप शुरू किया। इस जोड़ी ने टॉडलर्स डेन और ब्रेनस्मिथ के संस्थापक तेजल बाजला को अपने साथ सह-संस्थापक के रूप में जोड़ा। यह शिक्षित और प्रगतिशील माताओं का एक समुदाय है। वे बच्चों की परवरिश, भोजन, बेबी गियर, स्कूलों को चुनने और सही शिक्षा प्रणाली चुनने के बारे में सलाह और सुझाव साझा करते हैं। संस्थापकों ने यह सुनिश्चित किया कि प्लेटफॉर्म भारी मार्केटिंग के बिना, आनुषंगिक वार्तालापों में संलग्न रहे। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस नेटवर्क का मतलब एक ऐसी जगह है जहाँ अपने अनुभव साझा करते हैं लेकिन उन्हें कोई जज नहीं करता है।
मेन्स्ट्रूपीडियो (Menstrupedia)
अदिति गुप्ता और उनके पति ने मेनस्ट्रुपेडिया शुरू किया लेकिन ये पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन में एक थीसिस प्रोजेक्ट के लिए एक कॉमिक के रूप में शुरू हुआ था। वेबसाइट का उद्देश्य मासिक धर्म और मासिक धर्म स्वच्छता पर लोगों को शिक्षित करना है।
इसके अलावा, फाइनल प्रोजेक्ट ने उन्हें फोर्ड फाउंडेशन स्कॉलरशिप भी दिलवाई। अदिति को उद्यम शुरू करने का विचार तब आया जब उन्होंने अनुभव किया कि झारखंड में घर पर मासिक धर्म वाली महिलाओं को अलग-थलग कर दिया जाता है और इसे संबोधित करने की दिशा में प्रचलित दृष्टिकोण को अपनाया जाता है।
आज, Menstrupedia.com ने मासिक धर्म पर समृद्ध संसाधनों को एकत्र किया है और मासिक धर्म पर जानकारी के लिए 'गर्भपात' जैसी शब्दावली से संबंधित प्रश्नों को संबोधित करता है। 2014 में, अदिति को फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 व्यक्तित्व के रूप में मान्यता दी गई थी।
शीरोज डॉट इन (SHEROES.in)
सक्रिय उद्यमी सायरी चहल ने SHEROES.in की शुरुआत महिलाओं के एक ऐसे प्लेटफॉर्म और कम्युनिटी के निर्माण के लिए एक विजन से की, जहाँ वे किसी भी मामले पर अपने विचार शेयर कर सकें और लोग उन्हें जज भी न करें।
20,000 से अधिक लोकेशन्स की महिलाएं फैशन और सौंदर्य, आकांक्षी लेखकों, पालन-पोषण और बच्चों, और प्यार, सेक्स व रिश्ते जैसी छोटी-छोटी बातों का पालन करते हुए विभिन्न विषयों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आती हैं। इसी समय, प्लेटफॉर्म फोन और ऐप के माध्यम से एक कैरियर सहायता हेल्पलाइन भी चलाता है। 2016 में, SHEROES.in ने अपनी सीरीज ए राउंड ऑफ फंडिंग में एक बड़े लेनदेन के हिस्से के रूप में 12 करोड़ रुपये हासिल किए थे।