विश्व की जनसंख्या 8 अरब पार, 2023 में चीन को पछाड़ देगा भारत
वार्षिक विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ रही है. 2020 में विश्व की जनसंख्या की वृद्धि दर एक प्रतिशत से भी कम रही.
दुनिया की जनसंख्या मंगलवार, 15 नवंबर को आठ अरब पार हो गई है. संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2030 तक पृथ्वी पर 850 करोड़, 2050 तक 970 करोड़ और 2100 तक 1040 करोड़ लोग हो सकते हैं.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मानव की औसत उम्र भी आज 72.8 वर्ष हो चुकी है, यह 1990 के मुकाबले 2019 तक नौ साल बढ़ी है. 2050 तक एक मनुष्य औसतन 77.2 वर्ष तक जियेगा. वहीं महिलाएं पुरुषों से औसतन 5.4 वर्ष अधिक जीती हैं. उनकी औसत उम्र 73.4 वर्ष और पुरुषों की 68.4 वर्ष आंकी गई है.
विश्व की जनसंख्या आठ अरब हो जाने पर संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या प्रभाग निदेशक जॉन विलमथ ने कहा कि जनसंख्या 8 अरब तक पहुंचना मानव सफलता का संकेत है लेकिन यह हमारे भविष्य के लिए बहुत बड़ा जोखिम भी है. विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट 2022 के अनुसार 2023 के दौरान जनसंख्या के मामले में चीन को पछाड़कर भारत के विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बनने की संभावना है.
वार्षिक विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ रही है. 2020 में विश्व की जनसंख्या की वृद्धि दर एक प्रतिशत से भी कम रही.
भारत चीन को पीछे छोड़कर साल 2023 तक सर्वाधिक आबादी वाला देश बन जाएगा. विश्व की आबादी 2080 के आसपास 1040 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2050 तक भारत, पाकिस्तान, कॉन्गो, मिस्र, इथियोपिया, नाइजीरिया, फिलीपींस और तंजानिया में विश्व की 50 प्रतिशत आबादी निवास कर रही होगी.
इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स इवेल्यूएशन की रिपोर्ट के अनुसार 78 साल बाद भारत में टीएफआर 1.29 पर होगी, जो यूएन के आकलन 1.69 से कहीं कम है. भारत की आबादी साल साल 2100 में निर्धारित अनुमान से 43.3 करोड़ तक कम हो सकती है.
रिपोर्ट के इस बात का दावा भी किया गया है कि साल 2010 से 2021 के दौरान 1.65 करोड़ पाकिस्तानियों ने अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में प्रवास किया है. इसके बाद भारत से 35 लाख, बांग्लादेश से 29 लाख, नेपाल से 16 लाख और श्रीलंका से 10 लाख लोग दूसरे देश चले गए.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मनुष्य की उम्र लंबी होने और एशिया तथा उप-सहारा अफ्रीका के कुछ देशों में तेजी से वृद्धि के कारण जनसंख्या बढ़ी है. संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम अनुमान के अनुसार वैश्विक जनसंख्या 2030 में आठ अरब 50 करोड़, 2050 में 9 अरब 70 करोड़ और 2100 में 10 अरब 40 करोड़ हो जाएगी.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मानव विकास में मील का पत्थर है. इस अभूतपूर्व वृद्धि के पीछे सार्वजनिक सेहत, पोषण, स्वच्छता और चिकित्सा में सुधार को अहम कारण माना जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या को सात से आठ अरब तक बढ़ने में 12 साल लगे हैं, जबकि 2037 तक यह 9 अरब तक पहुंच जाएगी. रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक जनसंख्या की समग्र वृद्धि दर धीमी हो रही है.
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