WPL 2023: महिला क्रिकेट के लिए एक नया दौर, आज हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना होंगी आमने-सामने
आज तक हम भारतीय महिला क्रिकेटरों (indian women cricketers) को दूसरे देशों के ख़िलाफ़ अपना जौहर देखते आये थे. लेकिन अब उनका एक दूसरे से हो रहा है मुक़ाबला Women’s Premier League [WPL] में.
प्रीमियर लीग खेलों का यही मज़ा है. फुटबॉल में तो तो यह शुरू से रहा है. पिछले कुछ सालों में भारतीय क्रिकेट (Indian cricket team) में भी हम पुरुष क्रिकेटरों को एक दूसरे के ख़िलाफ़ उसी जोश और आक्रामकता से लड़ते देखते आ रहे हैं जिससे वे प्रतिद्वंद्वी देशों के ख़िलाफ़ खेलते हैं.
प्रोफेशनल लीग क्रिकेट अलग अलग देशों के खिलाड़ियों को एक टीम में ला देता है और एक देश के खिलाड़ियों को प्रतिद्वंद्वी बना देता है.
ऐसा ही एक नज़ारा आज देखने मिलेगा जब भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और स्टार बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना आमने सामने होंगी.
हरमनप्रीत मुंबई इंडियंस की कप्तानी कर रही हैं तो स्मृति रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की. दोनों टीमों की टूर्नामेंट में शुरुआत एकदम अलग रही है. जहां अपने पहले मैच में मुंबई इंडियंस ने गुजरात जायंट्स को 143 रन के रिकॉर्ड अंतर से हराया वहीं रॉयल चैलेंजर्स को हार का सामना करना पड़ा. जहां हरमनप्रीत ने 30 गेंद में 65 रन बनाकर मैच जिताने वाली धमाकेदार पारी खेली वहीं स्मृति अपनी अच्छी शुरुआत का फ़ायदा न उठा सकी और उनकी टीम दिल्ली के बड़े स्कोर को चेज़ नहीं कर पायी. स्मृति के 35 रन पर आउट होने के सॉफ्ट तरीक़े पर उनकी खूब आलोचना हुई है.
स्मृति पर WPL के इस सीजन में बड़ा प्रेशर इसलिए भी है कि वे WPL में सबसे महँगे दाम पर ख़रीदी गयी प्लेयर हैं. रॉयल चैलेंजर्स ने स्मृति को 3.4 करोड़ में ख़रीदा है. दूसरी तरफ़ हरमनप्रीत को भी मुंबई इंडियंस ने 1.8 करोड़ रुपये की महँगी बोली लगाकर ख़रीदा है.
आज का मैच WPL में इन दोनों टीमों और इन दोनों स्टार्स का पहला मुक़ाबला है.
ऐसा माना जा रहा कि WPL भारत में महिला क्रिकेट को नये दौर में ले जाएगा. महिला क्रिकेट में पैसा और प्रोफ़ेशनलिज़्म आने से दर्शक बढ़ेंगे और खेल का स्तर ऊपर जाएगा. पिछले कुछ भारतीय महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक रहे हैं. इस दौरान भारत ने U-19 वर्ल्ड कप जीता और BCCI ने पुरुष और महिला क्रिकेटर्स को बराबर मानदेय देने की घोषणा की.
WPL इस बराबरी की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे पहले महिला क्रिकेटरों के लिये इतने अवसर और इतना पैसा इतिहास में कभी नहीं देखा गया.
Edited by रविकांत पारीक