YeDiwaliStartupWali: ये दिवाली स्टार्टअप वाली, जानिए कैसे Startups की कमाई बढ़ेगी, पैदा होगा रोजगार
बोयो के फाउंडर अमर चौधरी ने #yediwalistartupwali नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है. इसके तहत लोगों से स्टार्टअप्स से सामान खरीदने का अनुरोध किया जा रहा है. इससे स्टार्टअप कल्चर को खूब बढ़ावा मिलेगा.
आज के वक्त में बहुत सारे लोग स्टार्टअप कल्चर को समझने लगे हैं. जो नहीं समझते हैं, वह इसे समझना चाहते हैं. हालांकि, स्टार्टअप्स के लिए अभी भी एक बड़ा चैलेंज ये है कि उनका अपना कोई ऐसा ग्रुप या कम्युनिटी नहीं है, जिसमें सारे फाउंडर्स और को-फाउंडर्स साथ मिलकर एक दूसरे की मदद कर सकें. जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी, तो बहुत सारे स्टार्टअप्स को तगड़ा नुकसान हुआ था. उस वक्त स्टार्टअप्स के फाउंडर्स सोच रहे थे कि उन्हें आपस में कनेक्ट होने का कोई प्लेटफॉर्म नहीं है. बहुत सारे लोगों में तो यह डर बैठ गया कि स्टार्टअप बहुत ही रिस्की गेम है.
आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई कर चुके अमर चौधरी ने इस दिक्कत को समझा और इसका समाधान निकालने के लिए एक मिशन की शुरुआत की. इस मिशन का नाम है 'ये दिवाली स्टार्टअप वाली' (#yediwalistartupwali), जो देश में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने और मदद पहुंचाने का काम कर रहा है. अभी यह मिशन एक साल के लिए चलाया जा रहा है. इस मिशन के तहत लोगों और कंपनियों से अनुरोध किया जा रहा है कि वह स्टार्टअप्स से सामान खरीदें. दरअसल, स्टार्टअप्स के पास खूब सारे विज्ञापन देने के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन उनके प्रोडक्ट बहुत शानदार-शानदार हैं. इस मिशन में करीब 200 फाउंडर्स ने हिस्सा लिया है.
500 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन का है टारगेट
नट्स और चिप्स के ब्रांड लिंक्डइन अकाउंट पर कनेक्ट हो सकते हैं. इसके तहत एक मिशन बैनर बनाया गया है, जिसे हर फाउंडर अपनी कंपनी की वेबसाइट पर जगह दे रहा है.
के फाउंडर अमर चौधरी ने #yediwalistartupwali मिशन के तहत साल भर में देश के स्टार्टअप्स के लिए करीब 500 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन करवाने का बीड़ा उठाया है. अमर चौधरी का मानना है कि अगर देश के लोग और कंपनियां स्टार्टअप्स से सामान खरीदना शुरू कर दें तो बड़े ही आराम से 500 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन का टारगेट हासिल किया जा सकता है. इस मिशन से जुड़ने के लिए फाउंडर्स अमर चौधरी से उनकेदेश की अर्थव्यवस्था होगी मजबूत
अमर चौधरी की तरफ से शुरू किया गया मिशन #yediwalistartupwali ना केवल स्टार्टअप कल्चर को मजबूत करेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान देगा. जब लोग स्टार्टअप्स से सामान खरीदना शुरू करेंगे तो उनका बिजनस बढ़ेगा. जब बिजनस बढ़ेगा तो वह स्टार्टअप लोगों की मांग को पूरा करने के लिए और लोगों को नौकरी देगा. जब लोग नौकरी करेंगे तो वह पैसा कमाएंगे और फिर उसे बाजार में जाकर खर्च करेंगे. अगर वह लोग भी स्टार्टअप्स से सामान खरीदते हैं तो इससे स्टार्टअप कल्चर और अधिक मजबूत होगा. यानी रुपये का सर्कुलेशन होता रहेगा और इन सबके बीच हर प्रोडक्ट के जरिए जीएसटी और बहुत सारे लोगों पर इनकम टैक्स के जरिए सरकारी खजाना भी बढ़ेगा. यानी #yediwalistartupwali मिशन देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला कदम साबित होगा.
एक दूसरे की मदद भी कर रहे हैं स्टार्टअप
इस मिशन के जरिए तमाम स्टार्टअप एक दूसरे की मदद भी कर रहे हैं. हर स्टार्टअप के प्रोडक्ट के लिए किसी ना किसी दूसरे स्टार्टअप का प्रोडक्ट कच्चा माल साबित हो रहा है. नतीजा ये हो रहा है कि एक स्टार्टअप भी दूसरे स्टार्टअप का रेवेन्यू बढ़ाने का काम कर रहा है. इतना ही नहीं, एक से अधिक स्टार्टअप मिलकर कुछ कॉम्बो पैक भी बना रहे हैं, जिससे उन सभी के प्रोडक्ट बिक रहे हैं और ग्राहकों को एक अलग ही अनुभव मिल रहा है. इस मिशन की वजह से तमाम स्टार्टअप को एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी मिल गया है, जहां सभी एक दूसरे से मिल रहे हैं और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. बहुत सारे स्टार्टअप अपनी वेबसाइट्स पर दूसरे ऐसे स्टार्टअप्स को जगह दे रहे हैं, जो उनके सीधे कॉम्पटीटर्स नहीं हैं. इससे उनका कॉम्पटीशन भी नहीं बढ़ रहा है और दूसरे स्टार्टअप को नए ग्राहक मिल रहे हैं, जिससे स्टार्टअप कल्चर बढ़ रहा है. इस मिशन के तहत स्टार्टअप आपस में कॉम्पटीशन को खत्म कर के को-ऑपरेशन की तरफ जा रहे हैं.
पहले से चल रहा है 'फाउंडर्स नाइट आउट'
अमर चौधरी का कहना है कि इस मिशन के बाद 'ये इंडिया स्टार्टअप वाली' कैंपेन चलाने की भी सोच रहे हैं. इससे पहले वह 'फाउंडर्स नाइट आउट' भी शुरू कर चुके हैं, जिसके 6 एडिशन हो चुके हैं. इसके तहत देश के तमाम स्टार्टअप के फाउंडर्स मिलते हैं और पार्टी करने के साथ-साथ बिजनस से जुड़ी बातें करते हैं. आने वाले सालों में वह ऐसे कई मिशन शुरू करना चाहते हैं, जिससे स्टार्टअप्स को मजबूती मिले. उनका विजन है कि लोग स्टार्टअप्स से सामान खरीदना शुरू करें, जिससे स्वदेशी का विजन भी आसानी से हासिल किया जा सकेगा.
अमर चौधरी का स्टार्टअप Chakhna Shot था और अब Boyo: Bold as You उनका दूसरा स्टार्टअप है. यह स्टार्टअप करीब 10 महीने पुराना है और अब तेजी से ग्रो कर रहा है. बोयो (Boyo) को शुरू करने के पीछे उनका मकसद ये था कि लोगों को हेल्दी स्नैक्स दिए जा सकें. उनके प्रोडक्ट्स में स्प्राउट मिक्स हैं, जो बहुत ही हेल्दी होते हैं. सेंधा नमक के इस्तेमाल से बनाए जाने वाले सॉल्टेड ड्राई-फ्रूट्स हैं. इसके अलावा गुड़ से कोट हुए मखाना और ड्राई फ्रूट भी हैं. इतना ही नहीं, बोयो के तहत वह दालों से बने हुए तरह-तरह के चिप्स भी मुहैया कराते हैं, जो लोगों के लिए हेल्दी होते हैं. बोयो को टॉप D2C चैलेंजर ब्रांड्स (Challenger brands) में चुना गया है. अमेजन ने इसे इमर्जिंग ब्रांड (Emerging Brand) का दर्जा दिया है. फ्लिपकार्ट ने इसे गोल्ड सेलर (Gold Seller) चुना है.
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