उत्तर प्रदेश: सीएम योगी ने गोरखपुर में 185 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जनपद गोरखपुर में 185 करोड़ रुपये लागत की कुल 20 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इनमें 139.62 करोड़ रुपये लागत की 14 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 45.44 करोड़ रुपये लागत की छह परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
राजकीय जुबली इण्टर कालेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखना सभी शिक्षकों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए सभी शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने की दिशा में कार्य करें।
शिक्षण संस्थाओं में बेहतर शिक्षा का माहौल सृजित हो, जो समाज एवं राष्ट्रहित में हो। शासन की नीतियों की जानकारी छात्रों को अवश्य दी जाए।
योगी ने कहा कि
‘‘नागरिकता संशोधन अधिनियम सिर्फ नागरिकता देने के लिए है, किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। इस अधिनियम का उद्देश्य पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो भारत में शरणार्थी हैं, उनको नागरिकता प्रदान करना है।’’
उन्होंने कहा कि नकारात्मक सोच से किसी का विकास नहीं हो सकता है। विकास के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए, तभी सुख, समृद्धि एवं राष्ट्रहित होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह सार्वजनिक सम्पत्ति की सुरक्षा करे। राष्ट्रहित में सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास को आगे बढ़ाने तथा शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 02 फरवरी, 2020 से हर रविवार को प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर आरोग्य मेला आयोजित किया जाएगा। यह लोक कल्याण का कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। गरीबों को आवास, रसोई गैस कनेक्शन, पेंशन आदि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। सरकार की इन योजनाओं का लाभ समाज के हर गरीब वर्ग को बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जा रहा है।
योगी ने कहा कि नकलविहीन परीक्षा शासन की प्राथमिकताओं में से एक है। पूर्व की तरह नकल की छूट देकर सरकार नौजवानों, छात्रों के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। उन्होंने जुबली इंटर कॉलेज शिक्षण संस्थान से कहा कि वे अपने पुराने छात्रों को भी जोडने तथा वर्तमान छात्रों के साथ संवाद स्थापित करायें ताकि बच्चों को प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2024 तक पाइप पेयजल योजना के तहत हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। बाढ़ बचाव की कार्य योजना अभी से प्रारम्भ कर दी गयी है ताकि समयबद्ध ढंग से यह कार्य पूर्ण हो सके और इस आपदा से निजात मिल सके।
(Edited by रविकांत पारीक )