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डॉक्यूमेंट्स मैनेज करने की परेशानी से मिलेगा छुटकारा! ये स्टार्टअप करेगा आपकी मदद

Intelligere की पैरेंट कंपनी Digital Documentation Systems (DDS) है, जिसकी स्थापना 2021 में मेहुल शाह ने की थी. हाल ही में मेहुल ने YourStory से बात करते हुए इसके बिजनेस मॉडल, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

डॉक्यूमेंट्स मैनेज करने की परेशानी से मिलेगा छुटकारा! ये स्टार्टअप करेगा आपकी मदद

Wednesday August 30, 2023 , 5 min Read

आपके घर या ऑफिस में बनीं अलमारियों में डॉक्यूमेंट्स सिर्फ रखे जा सकते हैं. अलमारियां आपको यह नहीं बता सकती कि गुम हुआ डॉक्यूमेंट कहां मिलेगा या इसे अंतिम बार किसने एक्सेस किया था. वे आपको यह भी नहीं बता सकती कि समय के साथ डॉक्यूमेंट कैसे बदल गया है, डॉक्यूमेंट कहाँ फाइल किया जाना चाहिए, और इसे कितने समय तक रखा जाना चाहिए. ऐसे में आप सहारा लेते हैं डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम का. ये स्मार्ट टूल्स या सॉफ्टवेयर होते हैं जो आपको फ़ाइलों को उनके पूरे लाइफसाइकिल में मैनेज करने की अनुमति देते हैं.

डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट में कंपनियों के संचालन के तरीके में मौलिक सुधार करने की क्षमता है. अहमदाबाद स्थित Intelligere यही काम कर रहा है. यह स्टार्टअप अकाउंटिंग को ऑटोमेट करने के लिए सॉफ्टवेयर बना रहा है. हाल ही में इसने एक अकाउंट ऑटोमेशन प्रोडक्ट 'Intelligere' लॉन्च किया है. यह अनिवार्य रूप से मैन्युअल डेटा एंट्री को खत्म कर देता है, मानवीय त्रुटियों को कम करता है, और 75% -80% समय बचाता है. इसकी मदद से बैंक स्टेटमेंट, इनवॉइस जैसे फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट्स के PDF और B2B जैसे GST पोर्टल से क्रेडिट/डेबिट नोट्स समेत कई फॉर्मेट्स के डॉक्यूमेंट्स को सीधे Tally में इंपोर्ट किया जा सकता है.

Intelligere की पैरेंट कंपनी Digital Documentation Systems (DDS) है, जिसकी स्थापना 2021 में मेहुल शाह (Mehul Shah) ने की थी. मेहुल इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आते हैं और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट में उन्हें 22 से अधिक वर्षों का अनुभव है. बीते 15 वर्षों से वे हैरिटेज (विरासत) डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट (अर्थात 100 वर्ष से 1000 वर्ष तक की पांडुलिपियाँ) का काम कर रहे हैं और गांधी आश्रम, एलडी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडोलॉजी, अहमदाबाद में गुजरात विद्यापीठ, मुंबई में फोर्ब्स गुजराती सभा, सन फार्मा, इंडियन ऑयल, आदि जैसे ग्राहक हैं.

Intelligere को Afthonia Labs में इन्क्यूबेट किया गया है, जोकि इकलौता ऐसा इन्क्यूबेटर है जो सिर्फ फिनटेक स्टार्टअप्स के लिए है.

हाल ही में मेहुल ने YourStory से बात करते हुए Intelligere के बिजनेस मॉडल, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

मेहुल बताते हैं, "डॉक्यूमेंट्स को मैनेज करना MSME मालिकों के लिए बहुत बड़ी समस्या है. ऐसे में हम फाइनेंशियल अकाउंटिंग में मानवीय हस्तक्षेप को कम करके समय की बचत करते हैं. अकाउंटिंग में होने वाली गलतियों को दूर करने और उत्पादकता में वृद्धि करके एमएसएमई मालिकों को सशक्त बनाने में मदद करते हैं. हम छोटे, दोहराव वाले कार्यों को इंटेलीजेंट ऑटोमेशन की ओर ले जाकर वर्कफोर्स की स्किल्स को बेहतर करते हैं. किसी भी सॉर्स से तुरंत डेटा इंपोर्ट किया जाता है, जिससे वित्तीय निर्णय लेने में समय की देरी समाप्त हो जाती है और इसमें शामिल मानव श्रम में बचत होती है. बल्क डेटा फीड करने में बहुत समय और ऊर्जा लगती है. वहीं, महज कुछ ही क्लिक से महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स बुक कीपिंग सॉफ्टवेयर से निकाली जा सकती हैं."

intelligere

Intelligere के बिजनेस मॉडल के बारे में पूछे जाने पर फाउंडर मेहुल शाह बताते हैं, "Intelligere का बिजनेस मॉडल सब्सक्रिप्शन-बेस्ड SaaS (Software-as-a-Service) मॉडल है. हमने यह मॉडल इसलिए चुना ताकि हमारे क्लाइंट्स सॉफ्टवेयर की मदद से किसी भी समय, किसी भी डिवाइस और किसी भी जगह से अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स को मैनेज कर सकें. हम बहुत नियमित आधार पर अपने सॉफ्टवेयर्स को अपडेट करते हैं, जिससे यूजर्स तुरंत सभी लेटेस्ट फीचर्स का लाभ उठा सकते हैं. हर बार डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है. हमारे सॉफ्टवेयर कीमत के मामले में भी किफायती हैं ताकि सभी लाभार्थी इन्हें खरीद सकते हैं. वे इन सॉफ्टवेयर्स को तब तक इस्तेमाल कर सकते हैं जब तक उन्हें यह उपयोगी न लगे."

मेहुल आगे बताते हैं, "फाइनेंशियल अकाउंटिंग की एंट्रियों को हैंडल करने और विभिन्न कार्यों को आसान बनाने के लिए 8 अलग-अलग मॉड्यूल हैं. इसे API (application programming interface) प्रदान करने वाले कई बुक-कीपिंग सॉफ्टवेयर के साथ इंटीग्रेट किया जा सकता है, और तुरंत पूरे डेटा को तेजी से और कम से कम त्रुटियों के साथ स्टोर किया जा सकता है."

इन्वेस्टमेंट और रेवेन्यू के बारे में जानकारी देते हुए मेहुल बताते हैं, "Intelligere में व्यक्तिगत तौर पर मैंने करीब 1 करोड़ रुपये का निवेश किया है. हमने अभी तक कोई बाहरी फंडिंग नहीं जुटाई है. कंपनी पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड है. चूंकि हमने अभी-अभी सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है, इसलिए हम प्रत्येक यूजर से मिलकर और उन्हें डेमो और फ्री ट्रायल देकर पूरी तरह से ऑर्गेनिक तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. एक बार जब वे आश्वस्त हो जाते हैं, तो वे सब्सक्रिप्शन फीस का भुगतान करते हैं. हम प्रीमियम फीचर्स भी मुहैया करते हैं, ताकि रेवेन्यू बढ़ाया जा सके. अभी हमने रेवेन्यू जनरेट करना शुरू ही किया है. अभी हमारे पोर्टफोलियो में कुल 200 से अधिक कंपनियां हैं, लेकिन वित्तीय वर्ष के अंत तक हमारा इरादा कम से कम 1000 यूजर्स हासिल करने का है."

इस बिज़नेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस पर मेहुल कहते हैं, "हमें में बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे - किस टेक-स्टैक का उपयोग किया जाए, इसका निर्णय लेना; सही डेवलपर्स ढूंढना और उन्हें ट्रैनिंग देना; प्रोडक्ट के बारे में फीडबैक लेने के लिए बीटा प्रोडक्ट के लिए यूजर्स को ढूँढना और ऑर्गेनिक तरीके से मार्केटिंग करना आदि."

अंत में Intelligere को लेकर भविष्य की योजनाओं पर बात करते हुए फाउंडर मेहुल शाह कहते हैं, "हम विभिन्न बेसिक और प्रीमियम सर्विसेज मुहैया करने के बारे में विचार कर रहे हैं, साथ ही पीआर और ब्रांडिंग के जरिए हमारे प्रोडक्ट के बारे में जागरूकता पैदा कर रहे हैं. हम गुजरात समेत पूरे देश में आक्रामक रूप से अपने बिजनेस का विस्तार करेंगे."

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