क्या को-फाउंडर बन पाएंगे Zilingo के तारणहार? मैनेजमेंट बाइआउट का रखा प्रस्ताव
कंपनी की अकाउंटिंग में कथित तौर पर विसंगतियां मिलने के बाद अप्रैल 2022 में अंकिती बोस को सीईओ पद से बर्खास्त कर दिया गया था.
विवादों में उलझे फैशन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
के भविष्य को लेकर चर्चा जारी है. ऐसे में को-फाउंडर्स ने Zilingo को खरीदने की पेशकश की है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में मामले से परिचित लोगों के हवाले से यह बात कही गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, Zilingo के को-फाउंडर ध्रुव कपूर ने रविवार को कंपनी के बोर्ड के समक्ष एक मैनेजमेंट बाइआउट प्रस्ताव रखा. मामले से परिचित लोगों का कहना है कि कपूर ने अमेरिका की एक निजी इक्विटी फर्म सहित नए निवेशकों के एक छोटे समूह से प्रतिबद्धताएं हासिल की हैं.निवेशकों को भेजे गए कपूर के ईमेल के अनुसार, प्रारंभिक प्रस्ताव के तहत निवेशक समूह एक नई इनकॉरपोरेटेड एंटिटी में नई इक्विटी में कई चरणों में 80 लाख डॉलर का निवेश करेगा, जबकि शेष संपत्ति और पुरानी कॉर्पोरेट इकाई को नियत समय में समाप्त कर दिया जाएगा. क्रेडिटर Zorro Assets Ltd. के सभी बकाया ऋण तीन साल के लिए फ्रीज रहेंगे.
अंकिती बोस ने प्रस्ताव का किया समर्थन
जिलिंगो की पूर्व सीईओ और को-फाउंडर अंकिती बोस ने ध्रुव कपूर के इस प्रपोजल का समर्थन किया है. कपूर के ईमेल पर प्रतिक्रिया देते हुए बोस ने जिलिंगो बोर्ड से गुजारिश की है कि व्यक्तिगत मतभेदों को परे रखकर वह किया जाए जो सही है.
अप्रैल में अंकिती बोस को किया गया था सस्पेंड
कंपनी के भविष्य पर चर्चा के लिए सोमवार को Zilingo के बोर्ड की बैठक होने वाली है. मार्च में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों ने कंपनी में जांच को प्रेरित किया. नई फंडिंग जुटाने की कोशिशों के दौरान एक ड्यू डिलीजेंस प्रॉसेस के बीच इन विसंगतियों का पता चला. ड्यू डिलीजेंस प्रॉसेस के हिस्से के रूप में जब निवेशकों ने इसके फाइनेंसेज पर सवाल उठाना शुरू किया, उस वक्त कंपनी गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक की मदद से 15 करोड़ डॉलर से लेकर 20 करोड़ डॉलर जुटाने की कोशिश कर रही थी. अगर जिलिंगो यह फाइनेंस जुटा लेती तो उसकी वैल्युएशन 1 अरब डॉलर के पार जा सकती थी लेकिन डील अटक गई. साल 2019 में Zilingo की वैल्युएशन 97 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई थी. कंपनी की अकाउंटिंग में कथित तौर पर विसंगतियां मिलने के बाद अप्रैल 2022 में अंकिती बोस को सीईओ पद से बर्खास्त कर दिया गया था. पहले अंकिती बोस को 5 मई तक सस्पेंड किया गया था लेकिन बाद में उन्हें टर्मिनेट कर दिया गया.
साल 2015 में हुई थी शुरू
Zilingo अपैरल मर्चेंट्स और फैक्ट्रियों को टेक्नोलॉजी की आपूर्ति करती है. जिलिंगो की स्थापना अंकिती बोस और चीफ टेक्नोलॉजी एंड प्रॉडक्ट ऑफिसर ध्रुव ध्रुव कपूर ने सात साल पहले साल 2015 में सिंगापुर में की थी. इसके पीछे मकसद दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के छोटे व्यवसायों को अपना सामान ऑनलाइन बेचने में मदद करना था. 2018 में जिलिंगो ने छोटे विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी प्रदान करने के लिए वित्तीय प्रौद्योगिकी फर्मों के साथ मिलकर काम करना शुरू किया ताकि वे माल का उत्पादन करने के लिए कच्चा माल खरीद सकें. 2019 की शुरुआत में जिलिंगो ने सिकोइया और टेमासेक सहित निवेशकों से 22.6 करोड़ डॉलर जुटाए और इसकी वैल्युएशन को बढ़ाकर 97 करोड़ डॉलर तक पहुंचा दिया.