मोटापे से मत हों परेशान, 'गोकी' से गठबंधन करें, लाइफ में मौजा ही मौजा
यूँ तो ऐसी तमाम एप्स हैं जो आपके कदमों का लेखा जोखा रखती हैं व कैलोरीज का हिसाब किताब रखती हैं लेकिन 'गोकी' एकमात्र ऐसी एप्प है जो पर्सनल कनेक्ट के साथ आपको फिट रखने के लिए प्रेरित भी करती है
वजन घटाना भले घोषित राष्ट्रीय समस्या न हो, पर अघोषित तौर पर ये आज की सबसे बड़ी समस्या है। बढ़ी चर्बी को घटाकर फिट बॉडी पाने का संघर्ष आज ज्यादातर लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। जबकि कुछ लोग ही ऐसे हैं जिन्होंने इस चुनौती को सफलतापूर्वक पार किया है। हम सभी के व्यस्त जीवन में एक फिट जीवन जीने के लिए जरूरी आत्म प्रोत्साहन का अभाव है। विशाल गोंडल ने आत्म प्रोत्साहन के जरिए 'गोकी' जैसी प्रतिष्ठित कंपनी खड़ी कर दी। भारतीय खेलों पर आधारित है और देश की सबसे बड़ी मोबाइल गेम्स की इस कंपनी को विशाल ने डिजनी को सौ मिलियन डॉलर में बेच दिया था। उद्यमिता के क्षेत्र में व डिजनी यूटीवी डिजिटल में बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर 15 साल व्यतीत करने के बाद विशाल ने अपनी खुद की कंपनी गोकी की शुरुआत की। स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थिकी यंत्र बनाने के उद्देश्य से इस प्रौद्योगिकी योग्य कंपनी की शुरुआत हुई। इसकी शुरुआत के पीछे जिंदगी जीने का बेहतर तरीका सीखने की विशाल की व्यक्तिगत सोच है।
असंभव लक्ष्यों की स्थापना
फिट होने का लक्ष्य साधने वाले अमूमन जिम जाॅइन करने, योगा करने या फिर पांच से दस किलोमीटर की दौड़ करने के बारे में सोचते हैं। जबकि विशाल इसके इतर सोचते हैं। उन्होंने संभव और आसान लक्ष्य की बजाए बड़े व असंभव लक्ष्यों को सेट करने की ठानी। उन्होंने दो दिनों में सौ किलोमीटर की दूरी तय करने का लक्ष्य निर्धारित किया। एक व्यस्त उद्यमी व डायरेक्टर होने के नाते विशाल की दिनचर्या अनियमित रहती थी। उन्हें विश्व भर में भ्रमण करना पड़ता था और देर रात भोजन करना उनकी आदत बन चुकी थी। वह कहते हैं कि मैं किसी भी तरह का जंक फूड खा लेता था। पिज्जा, बर्गर व सोडा आदि। मैं अपने स्वास्थ्य के प्रति इतना लापरवाह हो चुका था कि यह यकीन करना मुश्किल हो रहा था कि स्कूली दिनों में मैं कभी नेशनल लेवल का वॉलीबाल चैम्पियन हुआ करता था। बदलते वक्त के साथ वह खुद को अनफिट महसूस करने लगे थे। विशाल को अहसास हुआ कि उनकी दिनचर्या ने उन्हें अस्वस्थ्य बना दिया है। अब उनमें फिर से स्वस्थ व फिट होने की इच्छा जगी। इसके लिए उन्होंने जो सबसे पहला प्रयास किया वह था बड़ी सोच। विशाल का मानना है कि जब हम कुछ बड़ा सोचते हैं तब हम कुछ ऐतिहासिक कर जाते हैं।
वायरल दुनिया में घोषणा करना
विशाल ने बड़ा सोचने की अपनी सोच को खुद तक सीमित न रखते हुए इस सोशल मीडिया पर शेयर किया। इससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ी और अब हर कोई उनसे इस बारे में विस्तार से जानने को इच्छुक दिखने लगा। लोग विशाल से उनके लक्ष्यों व अगले कदम के बारे में जानने को बेताब होने लगे। अपने लक्ष्य को पाने के मकसद से विशाल ने एक कोच हायर किया। वह सिर्फ विशाल को प्रशिक्षित ही नहीं करता था बल्कि उन्हें आखिरी दम तक कसरत कराता था। विशाल कहते हैं कि मैं चाहे यात्रा पर हूं या फिर काम पर, मेरे कोच मुझे हमेशा वर्कआउट शेड्यूल को आवश्यक बनाने के लिए प्रेरित करते रहते थे। कुछ ऐसा ही गोकी के साथ भी है। आपके पास आपने कदम व मूवमेंट्स को ट्रैक करने के लिए एप्स तो होते हैं लेकिन कोई ऐसा नहीं होता जो कि आपको आगे बढ़ने
के लिए प्रेरित करे। गोकी एक ऐसा पर्सनल ट्रेनर है जो न सिर्फ आपकी उन्नति की खबर रखता है बल्कि आपके फिटनेस लक्ष्यों को उचित संदर्भ में प्राप्त करने के लिए मदद भी करता है।
विश्वास बनाता है सक्षम
विशाल कहते हैं कि एक असाधारण से लक्ष्य या चुनौती को देखकर लोग अमूमन आत्मविश्वास खो बैठते हैं। जबकि विशाल लक्ष्य को एक नये नजरिए से देखते हैं। वह कहते हैं कि नौसिखिए व रोज वर्कआउट करने वाले उनके आत्मबल को तोड़ने की कोशिश करते थे। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। वह उन विकल्पों को तलाशने लगते थे जिससे कि लक्ष्य को आसानी से पाया जा सके। यह खासियत गोकी की भी है। हम जब कभी एक दिन का भी प्रशिक्षण लेने से चूक जाते हैं तो हमारे कोच हमारे हौसले को डिगाते नहीं बल्कि वह हमें वैकल्पिक रास्ते बताते हैं।
ताकत प्रेरणा की
विशाल का मानना है कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उचित प्रेरणा मिलना जरूरी है। इस मामले में वह खुद को खुशनसीब भी मानते हैं। विशाल हर रोज दौड़ते हैं और चढ़ाई करते हैं। वह कहते हैं कि प्रेरणा की ताकत से असंभव लक्ष्य भी प्राप्त किए जा सकते हैं। गोकी यह ताकत प्रौद्योगिकी को आधार बनाकर सामने लाती है। वह कहते हैं कि यूँ तो ऐसी तमाम एप्स हैं जो आपके कदमों का लेखा जोखा रखती हैं व कैलोरीज का हिसाब किताब रखती हैं लेकिन गोकी एकमात्र ऐसी एप् है जो पर्सनल कनेक्ट के साथ आपको फिट रखने के लिए प्रेरित भी करती है।